घपरोळया , हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
Copyright@ Bhishma Kukreti 30/5/2014
*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
Garhwali Humor in Garhwali Language, Himalayan Satire in Garhwali Language , Uttarakhandi Wit in Garhwali Language , North Indian Spoof in Garhwali Language , Regional Language Lampoon in Garhwali Language , Ridicule in Garhwali Language , Mockery in Garhwali Language, Send-up in Garhwali Language, Disdain in Garhwali Language,Hilarity in Garhwali Language, Cheerfulness in Garhwali Language
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी द्वारा जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वालेद्वारा पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले द्वारा भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी द्वारा पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखकद्वारा सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य श्रृंखला जारी ]
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
घरवळि -मै लगद नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री गद्दी मा बैठदा इ परजामा मा चलि गेन।
मि -भला बचन बोल। प्रधानमंत्रीक कुर्सी मा बैठदा इ नरेंद्र मोदी की हाम -ख्याति हिमाला पाड़ पल्तिर चीन अर सात समोदर पार अमेरिका तक पौंछि गे।
घरवळि -नै नै मै लगद नरेंद्र मोदी जीक दिमागी हालात जरा ढीली -ढाली चलणि च।
मि -ह्यां नरेंद्र भाइन क्या ठोक बजैक अपण मंत्रिमंडल गठन कार , शिव सेना त दूर बिचारा लालकृष्ण आडवाणी अर डा मुरली मनोहर जोशी तक बि चूं नि करि सकिन।
घरवळि - हाँ मी बि जाणदु कि अटल बिहारी वाजपई जीक टैम पर टीडीपी का चन्द्र बाबू नायडू हैदराबाद मा हुंकार भरदा छा तो वाजपई जीका संदेशवाहक केंद्रीय मंत्री आंध्रा का वास्ता बुर्या भौरिक बजट ली जांद छौ अर आज चन्द्र बाबू नायडू एकेक मंत्रिपद का वास्ता नरेंद्र मोदीक ड्वार पर खड़ो रौंद। अहा कबि चन्द्र बाबू नायडू दिन मा केंद्रीय बजट तीन बेर खांदु छौ अर अब दिन मा तीन बेर केंद्रीय सहायता का वास्ता प्रार्थना करदु। चन्द्र बाबू नायडू वाजपई जी से हुक्का भरवांदु छौ अब चन्द्र बाबू नायडू नरेंद्र मोदीक हुक्का भरदो।
मि -देखि लि सि नरेंद्र मोदी की करामाती ताकत ।
घरवळि - पर अब लगणु च कि नरेंद्र मोदी की दिमागी हालात सठियांण वळि हुईं च।
मि -अरे इन किलै बुलणि छे तू ?
घरवळि - क्वी बि चीफमिनिस्टर प्राइम मिनिस्टर अपण मंत्र्युं तैं इन हिदायत तबि दींदु जब वु /वा परजामा मा गयुं हो।
मि -नरेंद्र मोदीन अपण मिनिस्ट्र्युं तैं क्या हिदैत दे कि त्वे लगणु च कि नरेंद्र मोदी परजामा मा हिदायत दीणु च ?
घरवळि -मोदी जीन अपण मंत्र्युं तैं हिदैत दे कि अपण रिस्तेदारूं तैं अपण पर्सनल सेक्रेटरी नि बणैन अर अपण रिस्तेदारुं तैं अपण मंत्रालय का ठेका नि देन। मि तैं नरेंद्र मोदीक हिदायत पर बड़ी जोर की हौंस आणि च।
मि -इखमा हंसणै बात क्या च ? मोदीजीन सही सलाह दे निथर भाजपा मंत्र्युं तैं बि पूर्व रेलमंत्री पवन बंसलौ तरां भाणजौ कुकर्मो से कुर्सी गंवाण पोड़ल अर अपण पार्टी की बेज्जती अलग से ह्वेली।
घरवळि -हाँ पर यु जमानो सतयुग कु नी च कि लोग मंत्री जनसेवा का वास्ता बौणन आज तो कलियुग च अर मंत्री इलै इ बणे जांद कि घौर -गुठ्यार रुपयों से भौरे जाव।
मि -नै नै ……
घरवळि - नै नै क्या ? मंत्री अपण द्वी नंबरौ पैसा की हिफाजत वास्ता ही अपण ख़ास पीठि उँदाक रड्यां रिस्तेदार तैं अपण पीए याने पर्सनल सेक्रेटरी बणान्दन अर रिस्तेदारुं नाम से अपण मंत्रालय का ठेका लीन्दन। घूस का पैसा , काळो पैसा की हिफाजत का वास्ता मंत्री अपण मंत्रालय मा भाई -भतीजाबाद की सड्याण लांदन।
मि -नै नै ! भाजपा भाई भतीजाबाद से दूर च।
घरवळि -अच्छा ?
मि -हाँ !
घरवळि -तो इन बतावदी कि टिहरीक सांसद क्वा च ?
मि -भूतपूर्व सांसद की बहू।
घरवळि -राजस्थान क मुख्यमंत्री का पुत्र क्या च ?
मि -भाजपा सांसद।
घरवळि -छत्तीसगढ़क मुख्यमंत्री नौनु क्या च ?
मि -भाजपा का सांसद।
घरवळि -प्रमोद महाजन की पुत्री भाजपा सांसद , कल्याण सिंह कु नौनु सांसद , भूतपूर्व सांसद धर्मन्द्र की पत्नी हेमामालिनी सांसद , भूतपूर्व मुख्यमंत्री धुमाल कु पुत्र सांसद , झारखंड मा यशवंत सिन्हा कु पुत्र सांसद, नदुरबार की सांसद भूतपूर्व मंत्री की पुत्री । दसियों उदाहरण छन जखमा सिद्ध हूंद कि भाजपा मा भाई -भतीजाबाद उथगा इ च जथगा कॉंग्रेस मा च अर …।
मि -अर क्या ?
घरवळि -भाजपा का सहयोगी दल जन कि शिव सेना , अकालीदल , टीडीपी , अपना दल, लोक जन शक्ति आदि तो निखालिश पारिवारिक पार्टी ही छन।
मि -त्यार बुलणो मतबल क्या च ?
घरवळि -म्यार बुलणो मतबल या च कि जख पार्टी मा ही भाई भतीजावाद, परिवारवाद तै तहरीज याने महत्व दिए जावो ऊख मुखिया द्वारा मंत्र्युं तैं भाई भतीजावाद का विरुद्ध दियीं हिदैत , सलाह , इन्सट्रक्सन सब बेकार जांदन। अर नरेंद्र मोदी की सरकार मा बि भाई भतीजावाद की गंध , बॉस , सड्याणन फलण च फुलण च।
मि -पर हम तैं आशा करण चयेंद कि मोदी मंत्रिमंडल मा भाईभतीजावाद पर लगाम लगल।
घरवळि -चाँद त हम सबि बि यी छंवां कि नरेंद्र मोदी ईं निपोटिज्म , भाई भतीजावाद , रिस्तेदारीवाद की गंदगी तैं साफ़ कारो।
मि -लेट अस हॉप फॉर दि बेस्ट। भला की आस मा रौण ही बेहतर च। Copyright@ Bhishma Kukreti 30/5/2014
*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
Garhwali Humor in Garhwali Language, Himalayan Satire in Garhwali Language , Uttarakhandi Wit in Garhwali Language , North Indian Spoof in Garhwali Language , Regional Language Lampoon in Garhwali Language , Ridicule in Garhwali Language , Mockery in Garhwali Language, Send-up in Garhwali Language, Disdain in Garhwali Language,Hilarity in Garhwali Language, Cheerfulness in Garhwali Language
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी द्वारा जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वालेद्वारा पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले द्वारा भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी द्वारा पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखकद्वारा सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य श्रृंखला जारी ]
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आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments