हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
Copyright@ Bhishma Kukreti 15/5//2014 … .
*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी द्वारा जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वालेद्वारा पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले द्वारा भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी द्वारा पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखकद्वारा सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य श्रृंखला जारी ]
ब्याळि 14 /5//2014 कुण प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तैं यूपीए चेयरपरसन सोनिया गांधीन जीमण दे। मीन स्वाच कि विदाई समारोह मा ख़ास ख़ास कॉंग्रेस्यूं भाषण कन रै होला ।
सुशील कुमार शिंदे - आदरणीय सोनिया गांधी जी ! आपतैं मुबारकबाद जु तुमन ये कट्ठण समय पर बि अपण नौकर चाकरूँ सम्मान मा भोज कु इन्तज़ाम कार आप मा जिगर च , छप्पन छपन इँच की छाती आपमा इ च। पता च कि हम मनमोहन सिंह जीक वजै से हारणा छंवां फ़िर बि आपन विदाई भोज धार तो मि आप तईं हार्दिक धन्यवाद दींदु।
सभी कॉंग्रेसी - सही कहा हम राजकुमार राहुल गान्धी की वजह नहीं हारे बल्कि मनमोहन सिंघ ज़ी क़ी नीतियां से हारे। सोनिया गाँधी की जै !
एके अंटोनी - थैंक यू मैडम सोनिया जी ! आपकी गाइडेंस मा मीन डिफ़ेंस मिनिस्ट्री मा भौत बढ़िया काम कार। मी आपकी गाइडेंस कबि नि बिसर सकुद। आप जाणदा इ छन जब बि मि तैं लगुद छौ कि मनमोहन सिंह जी अपण दिमाग चलाणा छन तबि मि आपम दौंड़ि दौड़ि ऐ जांद छौ , अापमा शिकैत लगाइ दींदा छा अर फ़िर आपकी अर अहमद पटेल जीक हिसाब से रक्शा सौदा तैँ अँजाम दींदा छा। यु आपको हि बड्डपन च कि मि र अधिकतर आपकी राय मशवरा का नाम पर बड़े मजे से अपण मरजी से काम करदु छौ अर प्रधान मंत्री मौन रौंदा छा। या आपकी गहरी सोच छे कि आपन हम ताईं एक मौनी प्रधान मंत्री भेंट मा दे। मैडम सोनिया जी ! थैंक यू अगेन फॉर युवर डे टु ड़े गाइडेन्स ! एक्जिट पोल का हिसाब से हम हारणा छंवां। इलै हम सब कॉंग्रेस्युं तै एक दुख च कि मनमोहन सिंह जीक नेतृत्व मा हम नि जितणा छंवां।
सभी कॉंग्रेसी -सही कहा हम राजकुमार राहुल गान्धी की वजह नहीं हारे बल्कि मनमोहन सिंघ ज़ी के कमज़ोर नेत्रित्व के कारण हारे। सोनिया गाँधी की जै !
पी चिदंबरम - थैंक यू मैडम सोनिया जी ! आपक कुशल नेतृत्व का कारण इंडिया कु GDP बढ़ , मिसिज गाँधी जी ! आपक सलाह से ही FDI मा विदेस्यूंन रूचि ले। किन्तु मनमोहन जीन कुछ आर्थिक निर्णय गलत लेन तो मनमोहन जीक गलत आर्थिक निर्णंयों का वांक वजै से राहुल ज़ी लोगुं तै समजै नि सकद छा कि भारत मा मँहगाई किलै बढ़ अर रोजग़ार किलै कम ह्वेन।
सभी कॉंग्रेसी - जी हाँ ! मनमोहन सिंह जी का गलत आर्थिक निर्णय से कोंग्रेस हरणी च। सोनिया जी की जय ! राहुल जी की जय ! प्रियंका जी ……
सोनिया जी - कृपया , प्लीज नो प्रियंका ……
कमल नाथ - श्रीमती सोनिया गांधी जी ! लोकसभा व राजयसभा जथगा समय बि चौल सब आपकी कुशल रणनीती से चल। यदि हम मनमोहन सिंह जी की सुणदा तो शायद एक दिन बि संसद नि चलैं सकदा छा। यदि हम जितला तो तो राहुल जीक स्ट्रांग एडमिनिस्ट्रेटिव कैपेबिलिटी की वजै से अर हरला तो मनमोहन सिंह जीक ढुलमुल प्रशासनिक अयोग्यता से।
सभी कॉंग्रेसी - सही कहा ! सही कहा ! यदि हम जितला तो तो राहुल जीक स्ट्रांग एडमिनिस्ट्रेटिव कैपेबिलिटी की वजै से अर हरला तो मनमोहन सिंह जीक ढुलमुल प्रशासनिक अयोग्यता से। सोनिया जी की जय हो।
वी नारायण सामी - मैडम सोनिया की जय हो ! अहमद पटेल गवाह छन कि मि हमेंशा हि गुपचुप पीएमओ कि सूचना मेडम गांधी जी तै दीणु रौंद छौं अर याँसे सदा हीं मैंडम सोनिया जीक आषीर्वाद से पीएमओ ठीक से काम करदु छौं। यदि हम हारणा छंवां तो मनमोहन जीक शान्त व्यवहार से हरणा छंवां ना कि चुनावुं मा राहुल गांधी का बिना बातुं बौंळ बिटाण से।
सभी कॉंग्रेसी -सत्य वचन ! सत्य वचन ! यदि हम हारणा छंवां तो मनमोहन जीक शान्त व्यवहार से हरणा छंवां ना कि चुनावुं मा राहुल गांधी का बिना बातुं बौंळ बिटाण से।
इनि हरेक कॉंग्रेसिन भाषण दे।
अंत मा दिग्विजय सिंह जीन ब्वाल - श्रीमती सोनिया जीकी जथगा बि प्रशंसा कऱे जावु वु कम ही च। ओसामा बिन लादीन जी अर गुरु अफ़ज़ल ज़ी की सौंगंध खैक मि बोलि सकुद छौं कि मनमोहन सिंह जीन ज़ू बि प्रशंशनीय कार्य करिन वो श्रीमती सोनिया गांधी की सलाह से हि करिन अर सरकार से जो बि गलति ह्वेन वो श्री मनमोहन सिंह जी की अकुशल नीतियुं से ह्वेन।
सभी कॉंग्रेसी -मनमोहन सिंह जीन ज़ू बि प्रशंशनीय कार्य करिन वो श्रीमती सोनिया गांधी की सलाह पर करिन अर सरकार से जो बि गलति ह्वेन वो श्री मनमोहन सिंह जी की अकुशल नीतियुं से ह्वेन।
कॉंग्रेसी प्रेस नोट - प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह विदाई समारोह मा सबि कॉंग्रसी निरास छा , निरुत्साहित छा , उदासीन छा कि राहुल गांधी का नि आण से हरेक कॉंग्रेसी राहुल गांधी की जयजयकार करण से बंचित रै गैन। सभी कॉंग्रेसियुं एकी राय च कि कॉंग्रेस कीं हार का जुमेवार मनमोहन सिंघ जी हीं छन।
Copyright@ Bhishma Kukreti 15/5//2014 … .
*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी द्वारा जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वालेद्वारा पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले द्वारा भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी द्वारा पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखकद्वारा सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य श्रृंखला जारी ]
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