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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Monday, May 26, 2014

नवाज शरीफ भारत आलु कि ना ?

हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती      

(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

ब्याळि २३//२०१४ , देर रात तक हमर ड्यार इखि पर छ्वीं लगणा रैन कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीs  सौं घट्याणो चखळा -पखळी  , शपथ ग्रहण समारोह मा पाकिस्तानी बजीरे आजम नवाज शरीफ तशरीफ़ लालु कि ना ! 
सन 1973 कु  रिटायर्ड हवलदार गैणु दा - भई मि नि जाणदु कि नवाज शरीफ सौं घट्याणो चखळा -पखळी मा बिरयानी खाणो आलु  कि ना किन्तु अबकी बार की मोदी सरकार से गुजारिस च कि जु सिपाही सीमा पर छन ऊंकी हिफाजत अवश्य हूण चयेंद। 
सन 1975 से विदेश विभाग मा चतुर्थ श्रेणी की पेन्सन खाण वाळ धिंग्वा काका - मि तै त लगणु च कि नवाज शरीफ तैं बुलैक हमन क्वी राजनियक फैदा नि उठै सकण।  हाँ जु निर्गुट सम्मेलन कि बात हूंदी तो  फायदा ह्वे सकुद छौ। 
सन 1977 मा कुछ दिन ओवरसीज विभाग मा काम करण वाळ मधु बाडा  - नै नै निर्गुट देसुं सम्मलेन से ज्यादा कॉमन वेल्थ सम्मेलन से फायदा ह्वे सकुद। पण सवाल या च कि नवाज शरीफ आलु कि ना ?
सन 1978 मा गृह मंत्रालय का रिटायर्ड अर्दली रघु ददा - मै लगणु च कि जब तलक नवाज शरीफ सेना जनरल तै भरोसा नि द्याल कि भारत जैक हैदराबादी बिरयानी नि खाल तो शायद सेना नवाज शरीफ तैं भारत जाणो स्वीकृति दे द्याल। 
सन 1982 मा बीएसएफ का रिटायर्ड सिपाही झंडु भैजि - जब तक पाकिस्तान आतंकवाद्यूं तै नि सौपंदु तब तक हम तैं नवाज शरीफ तैं मटन बिरयानी खाणो न्यूत दीण ही नि छौ।  अब आतंकवाद्यूं पर निर्भर करदु कि पाकिस्तानी प्रधान मंत्री भारत आंदु च कि ना।  मै लगद आतंकवाद्यूं धमकी से नवाज शरीफ नि डौरल। 
सन 1989 मा सेना कैंटीन का रिटायर्ड कंठु काका - नै नै नवाज शरीफ इथगा डरख्वा तो नि ह्वाल कि डौरौ मारन भारत आलु ही ना !
सन 1975 से विदेश विभाग मा चतुर्थ श्रेणी की पेन्सन खाण वाळ धिंग्वा काका - तू क्या जाणदि कि aatankvaadi sngthan जमात -उद -दावाहन धमकी दे आल कि - हे नवाज शरीफ जरा भारत जैक बिरयानी खैक  त आ फिर दिखौलु
सन 1973 कु  रिटायर्ड हवलदार गैणु दा - नै नै आतंकवाद्यूं से ज्यादा पाकिस्तानी सेना प्रमुख रहील शरीफ नवाज शरीफ का भारत आणो विरोध मा होलु। 
बीजेपी कु एक कार्यकर्ता सतुर दादा - पर नवाज शरीफ की पार्टी त बुलणी च कि नवाज शरीफ तैं नरेंद्र मोदी जीक सौं घट्याणो चखळा -पखळी मा खमण -ढोकला खाणो जाण चयेंद। 
कॉंग्रेसी कार्यकर्ता नत्थू भुला - नै नै ! नवाज शरीफ तैं खमण -ढोकला ना बिरयानी ही खलाण चयेंद। 
मेरी ब्वे - यो ! कन बिजोग पड्युं च।  इन तो बतावो न्यूत खालि पाकिस्तानी बजीरे आजम तै दियुं च या हौर मुल्कों सर्वेसर्वाओं तैं बि दियुं च ?
सबि -सार्क देसुं अलावा अफगानिस्तान अर मोरिसिस का पधानुं तैं बि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीs  सौं घट्याणो चखळा -पखळी  , शपथ ग्रहण समारोह मा आणो न्यूत दियुं च। 
मेरि ब्वे -तो सुबेर बिटेन अब तलक क्या छंवां पाकिस्तान पाकिस्तान की रट लगाणा ? क्या भूटान कम महत्वपूर्ण च ?
सबि -भूटान हमर बान चीन की तरफ वाळी  रक्षा नीति का वास्ता भौत ही अधिक महत्वपूर्ण देस च। 
मेरि ब्वे - क्या नेपाल या बंगलादेश कम महत्वपूर्ण छन ?
सबि - नै नै यि द्वी देस पाणी , वाणिज्य अर रक्षा की दृष्टि से कम महत्वपूर्ण नि छन। 
मेरि ब्वे -क्या श्री लंका , अफगानिस्तान , मालदीव हमकुण पाकिस्तान से कम महत्वपूर्ण छन ? 
सबि - कतै ना ! उल्टां श्रीलंका , मालदीव अर अफ़ग़ानिस्तान की महत्ता अधिकहूण मिसे गे च। 
मेरि ब्वे - तो फिर तुम लोगुंकि सुई केवल नवाज शरीफ पर किलै अटकीं च ?
सबि - वु क्या च कि पाकिस्तान की छ्वीं लगाण मा जरा जादा ही मजा आंद। 
मेरि ब्वे - एक बात बताओ क्या नवाज शरीफ भारत आलु कि ना ?
सबि -कुज्याण ! 




Copyright@  Bhishma Kukreti  24/5/2014   
    

*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।  
Garhwali Humor in Garhwali Language, Himalayan Satire in Garhwali Language , Uttarakhandi Wit in Garhwali Language , North Indian Spoof in Garhwali Language , Regional Language Lampoon in Garhwali Language , Ridicule in Garhwali Language  , Mockery in Garhwali Language, Send-up in Garhwali Language, Disdain in Garhwali Language,Hilarity in Garhwali Language, Cheerfulness in Garhwali Language
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