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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Wednesday, May 7, 2014

कुछ चुनावी समाचार जौं पर पत्रकारुं नजर नि पोड़ि

हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती        

(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )
  ये 2014 कु लोकसभा चुनाव मा हिंदी बुलण वाळ क्षेत्र मा बस द्वीइ समाचार बंचणो -दिखणो मीलेन - एक नरेंद्र मोदिन कै विरोधी नेता क खलड़ उतार अर कैकि खूंखार भाषा मा  मजाक उड़ाई या कै विरोधी नेतान नरेंद्र मोदीक बोटी काट , कै विरोधी नेतान नरेंद्र मोदी तैं जघन्य हत्यारा बताई आदि आदि। 
जब कि असलमा कथगा इ इन समाचार छया जौंन समाचार माध्यमो की सुर्खी बणन छे। 
 जन कि राहुल गांधीन एक जन सभा मा बोलिकि " कॉंग्रेस हमेशा से अपण परम्परा पर चलदी अर परम्परा कतै नि छोड़दि , द्याखो ना मेरी दादी इंदिरा बि बुल्दी छे कि "गरीबी हटाओ ", म्यार बुबा जी बि किड़कताळी मारदा छा कि "गरीबी  को स्वयमेव हटना चाहिए ", मेरी ब्वै बि भाषण मा बुल्दी कि " गुजरात मा अबि बि गरीबी च ", मेरि बैणि बि रुंदी  कि ," अमेठी अर रायबरेली मा राज्य सरकारों की बजह से गरीबी है " अर मी बि गुस्सा मा मरद दैं मूसौ तरां किराणु छौ कि ," गरीबी को इस देस से भगाना पड़ेगा और मोदी ऐसा नही चाहते हैं। "
एक चुनावी सभा मा माला राज्य लक्ष्मी शाह गे तो उख वीन बोलि ," ठीक च यदि ससुर जी याने बुल्दां बद्रीनाथ श्री मानवेन्द्र शाह जीन 1980 क चुनाव मा आश्वासन दे छौ कि वै  गाँव मा सड़क आली तो मि आश्वाशन दींदु कि हम राजघराना का छंवां तो कभी भी अपण दियुं बचन नि तुड़दा अर मि ना सै तो मेरी राजकुमारी जब लोक सभा सदस्य बौणलि तो अवश्य ही वै गाँव मा सड़क ऐ जालि। "
 साकेत बहुगुणान एक चुनावी सभा मा भाषण देन ," ये क्षेत्र मा विज्ञान कॉलेज कु आश्वासन सन 1977 कु चुनाव मा म्यार ददा जी स्व हेमवती नंदन बहुगुणान दे छौ।  चूँकि वै बगत दादाजी जनता पार्टी मा छा तो ये क्षेत्र मा विज्ञान कॉलेज खुलणा जुमेवारी जनता पार्टीक च ना कि कॉंग्रेस की। "
सतपाल महाराजन एक सभा मा ब्वाल ," मीन जू बि आश्वासन दे छा वु ये हिसाब से दे छा कि मि केंद्र मा मंत्री बणुल , चूँकि कॉंग्रेसन मी तैं मंत्री नि बणाई तो आप सब कॉंग्रेस से प्रश्न कारा कि सतपाल महराजन अपण आश्वासन किलै पूर नि करिन ?अर मी बि सोनिया मैडम से प्रश्न करदु कि मीन किलै आश्वासन दे छा ? "
भुवन चन्द्र खंडूड़ीन एक चुनाव सभा मा भाषण दे ," ठीक च मीन भौत साल पैल आश्वासन दे छौ कि धुमाकोट मा पर्यटन बढ़ाणो बान एक भव्य मंदिर बौणल।  तब भाजपा  क मेनिफेस्टो मा मंदिर  विषय छौ।  आज मंदिर हमर मेनोफेस्टो मा 41 वां पेज मा च अर शौचालय देवालय से अग्वाड़ी च।  तो मि अबै दैं आश्वासन दींदु कि धुमाकोट में  शौचालय नही बल्कि पूरे  धुमाकोट को  शौचालय बना दिया जाएगा। "
कोशियारी हरेक सभा मा बुलणा रौंदन कि चूँकि राज्यसभा मा ऊंकी सीट ठीक जेटली का पैथर च तो टीवी कैमरा का डौरान वु संसद मा फकोरिक से नि सकदन।  कृपया मुझे लोकसभा में भेजिए जहां मै मजे से पिछली सीट में ठीक से सो सकूँ। "
इनि बहुत सा समाचार छन जौं पर पत्रकारुं नजर नि पोड़ि। 



Copyright@  Bhishma Kukreti  7/5//2014 

*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।  
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक  से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी  द्वारा  जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वालेद्वारा   पृथक वादी  मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण  वाले द्वारा   भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा   धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा  वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी  द्वारा  पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा  विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा  पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा  सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखकद्वारा  सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा  राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय  भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक  बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों   पर  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद   पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई   विषयक  गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य  ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास  पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य    श्रृंखला जारी  

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