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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Sunday, February 11, 2018

उत्तराखंड परिपेक्ष में गदिरा /सीतावर्क /सिताभारका की सब्जी ,औषधीय व अन्य उपयोग और इतिहास

 History /Origin /introduction, Food uses , Economic Uses of  Himalayan  Common Cockscom, Celosia argentea  in Uttarakhand context 

          उत्तराखंड  परिपेक्ष  में  जंगल से उपलब्ध सब्जियों  का  इतिहास - 34 

        History of Wild Plant Vegetables ,  Agriculture and Food in Uttarakhand -    34                     
          
           उत्तराखंड में कृषि व खान -पान -भोजन का इतिहास --   75
          History of Agriculture , Culinary , Gastronomy, Food, Recipes  in Uttarakhand -75 
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      आलेख -भीष्म कुकरेती (वनस्पति व सांस्कृति शास्त्री ) 
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वनस्पति शास्त्रीय नाम -Celosia argentea 
सामन्य अंग्रेजी नाम -Common Cockscom, Quail    Grass 
संस्कृत नाम -सीतावर्क 

नेपाली नाम -सिताभारका 
उत्तराखंडी नाम - गदिरा 
पौधा - वास्तव में यह एक खर पतवार है जो एक क्षेत्र में फ़ायदाबंद होता है तो दूसरे क्षेत्र में फसल के लिए आक्रमणकारी खर पतवार सिद्ध हो जाता है। 1000 मीटर  , 1600 मीटर  (नेपाल व उत्तराखंड ) से 3000  मीटर ऊंचाई वाले स्थानों में पाया जाता है। अफ्रीका में इसे खेतों के मींडों में अन्य परजीवियों से बचाने लगाया जाता है।  गदिरा /सीतावर्क /सिताभारका बहुशाखीय पौधा 40 से 200 सेंटीमीटर ऊँचा हो सकता है।  गदिरा /सीतावर्क /सिताभारका चटकीले लाल या गुलाबी फूलों से पहचाना जाता है।  सफेद फूल भी चटकीले आकर्षक होते हैं। 
जन्मस्थल संबंधी सूचना - वनस्पति -
वनस्पति शास्त्रियों में जन्म स्थल के बारे में एक मत नहीं है। कोई अफ्रीका को और कोई भारत  व भारतीय उपमहाद्वीप को गदिरा /सीतावर्क /सिताभारका जन्मस्थल मानते हैं. प्राचीन चीनी भेषक साहित्य मेंगदिरा /सीतावर्क /सिताभारका वर्णन मिलता है। प्राचीन चीनी पुस्तकों में   गदिरा /सीतावर्क /सिताभारका को भुकमरी का खाद्य पदार्थ में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। 
यह पौधा सभी महाद्वीपों में पाया जाता है । अफ्रीका के कई देशों में खेती की जाती है।  
औषधीय उपयोग - गदिरा /सीतावर्क /सिताभारका के भिभिन्न भागों से फोटोफोबिया , सरदर्द , त्वचा , घाव , दस्त , श्वेत प्रदर बीमारियों में औषधि उपयोग होता है। डाइबिटीज उपचार हेतु बीजों से दवाई बनाई जाती है 
 भोजन उपयोग - 
गदिरा /सीतावर्क /सिताभारका में कैल्सियम , फॉस्फोरस 
गदिरा /सीतावर्क /सिताभारका की पत्तियों व डंठल से स्वादिष्ट , पौष्टिक तरकारी व सूप , फाणु , कपिलू बनाया जाता है जो पौष्टिक होता है।  फूलों से भी तरकारी बनती है। 

गदिरा /सीतावर्क /सिताभारका से हरी  सब्जी , फाणु , कपिलू  ऐसे ही बनाया जाता है जैसे कि पालक या मर्सू से बनाया जाता है। गदिरा /सीतावर्क /सिताभारका को  अन्य सब्जियों के साथ भी पकाया जा सकता है। 


Copyright@Bhishma Kukreti Mumbai 2018

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