उत्तराखंड में स्मार्ट विलेज की परिकल्पना और प्रवासियों के योगदान की आवश्यकता ! -1
विमर्श - भीष्म कुकरेती
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महात्मा गांधी का कथन आज भी कितना सार्थक है जितना 1922 में था। हरिजन के 18 /1 /82 म गांधी लिखते हैं -
विकास निम्न से उच्च स्तर की ओर अग्रसर होना चाहिए।
प्रत्येक गाँव को आत्मनिर्भर गणतंत्र होना चाहिए। आत्मनिर्भर गाँव बनाने के लिए बलशाली प्रण नहीं अपितु बलशाली संगठित और होशियार कार्य की आवश्यकता होती है।
स्मार्ट विलेज याने आदर्श व शुभकारी गाँव !
स्मार्ट विलेज याने एक आदर्श गाँव याने शुभकारी गाँव।
स्मार्ट विलेज याने शुभकारी गाँव में मानव शक्ति , धनगत शक्ति, मानव शक्ति , पर्यावरण शक्तियां प्रत्येक भागिदार को सुख प्रदान ही नहीं करतीं हैं अपितु एक दूसरे की पूरक भी होती हैं।
शुभकारी गाँवों में पर्यावरण भी समाधान का मुख्य अंग होता है।
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