Best Harmless Garhwali Literature Humor , Personnel Management ; Garhwali Literature Comedy Skits Personnel Management ; Garhwali Literature Satire ; Garhwali Wit Literature Personnel Management ; Garhwali Sarcasm Literature Personnel Management ; Garhwali Skits Literature Personnel Management ; Garhwali Vyangya , Garhwali Hasya
कोई अमूर्त, अदृष्य, निराकार शक्ति ही कार्यालय चलाती है
जु मैनेजमेंट कॉलेजुं मा नि सिखाये जांद -15
चबोड़ इ चबोड़ मा मैनेजमेंट स्टाइलुं पर छींटा कसी ::: भीष्म कुकरेती
मीन ऑफिस मैनेजमेंट पर भौत सा लेख , कथगा इ किताब पड़िन अर सेमीनारुं मा भाग ले। किन्तु हर बार , हर जगह इन लग कि इ सिखाण वळ कुछ बिसरि गे धौं ! ऑफिस मैनेजमेंट का कुछ नियम इन छन जु बिजिनेस मैनेजमेंट किताबुं मा नि लिखे सक्यंदन। म्यार चालीस साल का अनुभव से मि कुछ नियम बताणु छौं जु सब तै जणन आवश्यक छन -
जब तुमर दिन अच्छु हो तो भैरी डाक नि ख्वालो , इनकमिंग ईमेल आदि कतै नि द्याखो।
यदि तुम अच्छा काम करणा छंवां तो समझो तुमम हौर अधिक काम आलो। काम उखि जांद जख काम हूणु च तबि त सोनिया गांधीन मनमोहन सिंह जी तै प्रधान मंत्री बणै अर राहुल गांधी तै मंत्री पद तो छ्वाड़ो विरोधी दल का नेतापद बि नि दे। इनि जनतान नरेंद्र मोदी तै प्रधान मंत्री बणै ना कि राहुल गांधी तै। काम कमगति तै ढुंढद ना कि राहुल गांधी तैं।
कभी भी नियत समय मा काम परिपूर्ण नि ह्वे सकद।
टाइम मैनेज याने समय प्रबन्धीकरण का वास्ता कैमा क्या मैनेजिंग डायरेकटर का पास बि टाइम मैनेज करणो बगत नि हूंद।
सब बुल्दन बल समय मूल्यवान हूंद। किन्तु सरकारी , गैरसरकारी या चेरिटी ऑफिसेज मा 20 % काम कार्यालय संबंधी हूंद बकै 80 % समय व्यक्तिगत गप या व्यक्तिगत समस्या निदान मा गंवये जांद।
तुम जनि कार्य समाप्ति का पास पौंछदां तनी काम हौर अधिक जटिल हूण शुरू ह्वे जांद।
तुमर रिपोर्ट इथगा परिपूर्ण या लम्बी नि ह्वे सकदी कि इखमा सुधार अर हौर लम्बाई नि ह्वावो। सुधार अर लम्बाई बढ़ाणो क्वी सीमा इ नी हूंदी।
यदि तुम क्वी कामक सलाह द्यावो तो तुम तैं यी वीं कमेटीक इन चार्ज बणाये दिए जालो। अतः उन सलाह नि द्यावो कि तुम तै अतिरिक्त काम करण पोड जा।
सबसे अधिक संतोष तब हूंद जब काम अच्छी तरह से पुरो ह्वे जावो - पर अपण काम हाँ ! दूसरौ काम भली भांति पूर हूण से सदा असंतोष ही पैदा हूंद।
कर्मिकों की पैली प्राथमिकता हूंद कि कागजी कार्यवाई /पेपर वर्क कबि बि पूरा नि हो।
जब एमडी (प्रबंध निदेशक ) कार्यालय से बिंडि सर्कुलर आण मिसे जावन तो समझो कंपनी कुछ खतरा मा च।
जब सब नीति समजि जावन तो समज ल्यावो नीति परिवर्तन का समय ऐ गे।
--
बकै भोळ -- जु मैनेजमेंट कॉलेजुं मा नि सिखाये जांद, भाग 16
3 /6 /16 /,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की घटनाएँ , स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने हेतु उपयोग किये गए हैं।
Garhwali Vyangya , Garhwali Hasya, Garhwali skits; Garhwali short skits, Garhwali Comedy Skits, Humorous Skits in Garhwali, Wit Garhwali Skits
No comments:
Post a Comment
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments