घपरोळया , हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
मि सुचणु थौ बल खड़गे तैं कॉंग्रेसौ लोकसभा नेता बणांन से पैल सोनिया गांधीन राहुल गांधी से बात कौरि ह्वेली। मीन स्वाच बल माँ -बेटा की क्या बातचीत ह्वे होलि।
सोनिया गांधी -ये फिग्लिओ मिओ (म्यार पुत्र )! स्यु घाम अयाँ कथगा घंटा ह्वे गे धौं अर तू अबि तलक सियुं छे ? चल उठ खड़ु हो।
राहुल गांधी -मिआ कारा मादरे (मेरी प्यारी ब्वे ) ! लोकसभा चुनावुं थक त बिसाण दे। अब कौन से कै सभा मा भाषण पढ़णो जाण। मादरे (ब्वै ) ! मि तैं सीण दे !
सोनिया गांधी -मिआ कारा ! देख पता च त्वे तैं नरेंद्र मोदी त सुबेर चार बजि उठि जांद।
राहुल गांधी (चड़म से उठिक अर गुस्सा मा ) -मादरे ! म्यार समिण वै नरेंद्र मोदीक नाम नि लेहाँ। पैल कॉंग्रेस्यूंन भाजपा का नाम से मि तै बौगाई अर मि तैं बेवजह वाइस प्रेजिडेंट बणै दे। क्या सुंदर मि संगठन कु काम दिखणु छौ , जब मर्जी हो तब कखि बि चल जावो।
सोनिया गांधी -पर बुबा ! राजनीति मा इनि हूंद। राजकुमार तैं अग्वाड़ी आण पोड़द ……
राहुल गांधी (गुस्सा मा ) -फिर सितम्बर मा नरेंद्र मोदी भाजपा कु चुनावी फुन्द्यानाथ क्या बौण कि सबि कॉंग्रेसी पैथर पोड़ि गेन कि चुनावी कमान संबाळ।
सोनिया गांधी -मिआ कारा फिग्लिओ मिओ (म्यार प्रिय पुत्र )!कॉंग्रेस्यूं तैं भरोसा छौ कि तू वूं तैं चुनाव जितै देलि।
राहुल गांधी -सब झूठा छन। इख तक कि दिग्विजय अंकल बि झूठा छन। पता च हमेशा बुल्दा छा कि जनी मि चुनावी कमान संबाळलु तनि कॉंग्रेस तैं टू थर्ड मेजोरिटी मिल जालि।
सोनिया गांधी -बाबा ! चुनाव मा भर्वस ह्वेकि त जये जांद।
राहुल गांधी -पर ममी ! कख टू थर्ड मेजोरिटी अर कख चौवालीस सांसद ?
सोनिया गांधी -ये म्यार घन्तु ! वु त कॉंग्रेस्यूंन त्वे तैं खड़ो करणो बान झूट बोलि छौ।
राहुल गांधी (गुस्सा मा बौंळ बिटैक )-हाँ पर भरी जवानी मा त मेरि इथगा बड़ी बेज्जती ह्वे गे कि ना ? पैलि उत्तर प्रदेश , बिहार, मध्य परदेस आदि आठ दस प्रदेसूं मा हार की बेज्जती कम छे क्या ?
सोनिया गांधी -नै नै ! हमर कॉंग्रेस मा जीत कु सेहरा नेहरू -गांधी परिवार सर पर बांधे जांद अर हार का ठीकरा कॉंग्रेस्यूं मुंड पर फोड़े जांद। तू हार से नि डर। तू खड़ु हो अर युद्ध कर।
राहुल गांधी -अच्छा ! ममी सुबेर -सुबेर तू म्यार बैडरूम मा मेरी नींद डिस्टर्ब करणो किलै ऐ ?
सोनिया गांधी -सुबेर कख च ? अब त दुफरा ह्वे गे।
राहुल गांधी -पर फिर बि इथगा जळदि किलै ऐ ?
सोनिया गांधी -यां ! आज लोकसभा मा हम तैं अपण लीडर अप्वाइंट करण।
राहुल गांधी -त इकमा क्या च जु सबसे अधिक विश्वासी च वै तैं लोकसभा का लीडर घोषित करि दे।
सोनिया गांधी -बाबा ! कॉंग्रेस कु लीडर माने लीडर ऑफ अपोजिसन।
राहुल गांधी -हाँ तो ?
सोनिया गांधी -सब कॉंग्रेस्यूं राय च कि तू लोकसभा मा कॉंग्रेस संसदीय दल कु लीडर बण।
राहुल गांधी -लीडर ऑफ अपोजिसन माने ?
सोनिया गांधी -एक त नरेंद्र मोदी अर वैक मंत्र्युं , नीतियुं आलोचना करण। फिर भौत सा विदेशी डेलीगेटूँ तैं मिलण , लोकसभा अध्यक्ष आदि से मिलण , भौत सा काम हूंदन।
राहुल गांधी (फिर गुस्सा ह्वेक ) -नाम नि ले तै नरेंद्र मोदीक। ममी यूं भाजापायुं विरोध करण भौत मुश्किल च। यि त सरकार मा रैक बि इन जोर से बुल्दन जन बुल्यां यी विरोध मा ह्वावन अर सरकार कॉंग्रेस चलाणी ह्वावु। मि तैं नि बणन लीडर ऑफ अपोजिसन।
सोनिया गांधी -फिग्लिओ मिओ (म्यार प्रिय पुत्र) गळया बौड़ जन ना नि बोल।
राहुल गांधी -ममी पता च अपोजिसन लीडर तैं अफिक भाषण सुचण पड़द अर अफिक सोचिक विरोध करण पोड़द।
सोनिया गांधी -ओ हो ! त्यार अगल -बगल मा खड़गे , कमलनाथ , थरूर जन होशियार नेता राला जु त्वै तैं बताणा राला कि क्या बुलण अर कै तरां से विरोध करण।
राहुल गांधी -पर माई डियर मम्मी ! मि जब तक भाषण नि लिख्यां ह्वावन मि भासण नि दे सकुद अर स्पॉन्टेनिअस भाषण तो मि कतै नि दे सकुद।
सोनिया गांधी -म्यार घन्तु ! कमलनाथ अर थरूर या खड़गे त्यार दैं -बैं राला अर पर्ची मा लेखिक दींद राला कि कखम क्या बुलण।
राहुल गांधी -मादरे ! पर्ची की बात तो ठीक च पर उ (नरेंद्र मोदी ) बड़ो घाग च। याद च हमर चाय अर नीच शब्दों से वैन हम तैं ही खलनायक बणै दे। मीन कखि पर्ची मा पौढ़िक कुछ बुलण तो वैन (नरेंद्र मोदीन ) उल्टां मि तैं खलनायक साबित करी दीण। मि लोकसभा मा रोज रोज की बेज्जती नि सै सकुद।
सोनिया गांधी -बुबा हाँ बोलि दे।
राहुल गांधी -नै ! जखम रिस्पॉन्सिबिलिटी याने क्वी उत्तरदायी काम ह्वावो तो मि नि कौर सकुद। संगठन कु काम ठीक च।
सोनिया गांधी -पर बेटा ! संगठन मा बि त काम करण पोड़द कि ना ?
राहुल गांधी -बट मम्मी ! संगठन मा जी हजुरी करण वाळ त मिल जान्दन कि ना ? मीन सुषमा स्वराज आंटी तैं लीडर ऑफ अपोजिसन का रूप मा काम करद द्याख च , बिचारीक पास एक बि यस मैन नि हूंद छा। बिचारी अकेली काम करदि छे।
सोनिया गांधी -अरे पर …। मम्मीक बुल्युं मान जा अर लोकसभा मा कॉंग्रेस ससंसदीय दल कु नेता बौण जा !
राहुल गांधी -नो मम्मी नो। जख यस मैनु फ़ौज नि हो , जख जी हजुरी नि हो मि उख काम नि कौर सकुद।
सोनिया गांधी -त तीन कॉंग्रेस संस्सदीय दल कु उत्तरदायित्व नि निभाणाइ ?
राहुल गांधी -मीन बोलि याल ना मे से उत्तरदायित्व का काम नि ह्वे सकुद।
सोनिया गांधी (फोन पर ) -हलो जनार्दन द्विवेदी जी ! राहुल गांधी कु सुचण च कि चूँकि संगठन मा भौत कठिन काम च तो राहुल कॉंग्रेस संगठन तैं मजबूत कारल अर तुम प्रेस मा सूचना दे द्यावो कि खड़गे जी तैं लोकसभा मा कॉंग्रेस संसदीय दल कु नेता बणये गे।
राहुल गांधी -थैंक यु मम्मी ! अब मि जब चौं छुट्टी पर जै सकुद। Copyright@ Bhishma Kukreti 4/6/2014
*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
Garhwali Humor in Garhwali Language, Himalayan Satire in Garhwali Language , Uttarakhandi Wit in Garhwali Language , North Indian Spoof in Garhwali Language , Regional Language Lampoon in Garhwali Language , Ridicule in Garhwali Language , Mockery in Garhwali Language, Send-up in Garhwali Language, Disdain in Garhwali Language,Hilarity in Garhwali Language, Cheerfulness in Garhwali Language
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी द्वारा जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वालेद्वारा पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले द्वारा भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी द्वारा पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखकद्वारा सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनेताओं द्वारा अभद्र गाली पर हास्य -व्यंग्य श्रृंखला जारी ]
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