खुंखार , अनुभवी चुनाव प्रबंधक चयाणा छन !
चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
आगामी २०१४ का लोकसभा चुनाव मा हरेक राजनीतिक दल का प्रत्यास्यूं वास्ता खुंकार , निर्दयी , विभिन्न विभागुं वास्ता चुनावी प्रबंधक चयाणा छन।
साधारण योग्यता - पुरण जमाना का वोट छापु , बैलेट बॉक्स लुटेरा , वोटरूं तैं डराण वाळ , वोटरूं तैं बैलेट बॉक्स तक नि पौंछण दीण वाळ अनुभवी प्रवीण। हत्या , लूट -पाट , बलात्कार , आदि कु अतिरिक्त डिप्लोमा आवश्यक च। यांक अलावा प्रत्येक प्रत्यासी का वास्ता पीत -पत्रकारिता , प्रत्येक माध्यमुं सम्पाद्कुं दगड़ सांठ - गाँठ करण मा दक्ष , झूठी खबर तैं सच खबर बणाणो उस्तादुं की भी आवश्यकता च।
आवश्यक अनुभव व योगयता -जेल , पुलिस का डंडा खाणो अनुभव , पुलिस हिरासत बिटेन भगणो , चुनाव आयोग तैं गुंठा दिखैक उम्मेदवार तैं साफ़ बचाणो अनुभव। चुनाव आयुक्त का ठीक ऑफिस तौळ शराब अर नोट बंटवाणो अनुभव। कम से कम द्वी सालो अनुभव। अनुभव की अनुपस्थिति मा केजरीवाल विश्वविद्यालय कु सर्टिफिकेट से काम चल जालु।
पेड़ न्यूज का व्यवस्थापक बि चयाणा छन किन्तु यांक वास्ता आवेदनकर्ता तैं चुनावी प्रत्यासी कु रिस्तेदार हूण जरूरी च।
कुछ ख़ास जगहों बान दुसर प्रत्यास्यूं चुनाव प्रचार नि हूण दीणो वास्ता ख़ास विश्वविद्यालय जन भाई ठाकुर विश्यविद्यालय , राजा भया दबंग यूनिवर्सिटी , सूरज भान टक्करबाज टेक्नीकल इंस्टीट्यूट , पप्पू यादव डराण सिखाण वाळ संस्थान आदि का पोस्ट ग्रेजुएट बि चयाणा छन .
विरोधी दल का प्रत्यासी की शिकायत रोज चुनाव आयोग मा अर पुलिस मा FIR लिखाणो वास्ता अनुभवी फौजदारी का वकील स्थानीय स्तर पर अप्वाइंट करे जाल।
जाती भेद जन कि ख -ब कु मतभेद -मनभेद पैदा करण वाळ पुरण विश्व्विद्यालय का अनुभवी प्रबन्धकुं खास जरुरत च अर यूं अनुभवी किरदारों तैं अग्वाड़ी का चुनावुं मा प्रत्यासी बणाणो योजना हरेक पार्टी मा च।
पार्ट्यूं अफवाह फैलाणो बान विशेष प्रकोष्ट का वास्ता प्राचीन व अत्याधुनिक तकनीक का धुरंदरों का वास्ता हरेक पार्टी मा विशेष व्यवस्था च। यांक वास्ता पुरण तरां से अफवाह फैलाण वाळुम द्वी चुनावुं अनुभव आवश्यक। आधुनिक माध्यम जन कि अफवाह या जनता तैं गुमराह करणो वास्ता ऑडियो -वीडिओ सीडी वितरण कु एक चुनाव कु अनुभव आवश्यक। इंटरनेट माध्यम से अंट संट अफवाह फैलाण वाळु वास्ता चुनावी अनुभव ना बल्कि टेक्नीकल सुप्रीमेसी की आवश्यकता च। हजारों की संख्या मा सोसल मीडिया से अफवाह फैलाण वाळ ख़ास गिरोहूं तैं प्राथमिकता दिए जालि।
कुछ ख़ास संसदीय क्षेत्रुं बान हथियारबंद दस्तों की बि जरूरत च। कुछ स्थानुं मा जरुरत वास्तविक च त कुछ जगा हथियारो आवश्यकता प्रतीतात्मक आवश्यकता च
आवेदन करणो स्थल -स्थानीय चुनावी माफिया कार्यालय (जु भौत सि जगा आज प्रत्यास्यूं चुनावी कार्यालय मा तब्दील ह्वे गेन )
आवेदन करणो तरीका - अपण गुनाहगिरी का प्रमाण पत्र लेक सीधा चुनावी माफिया मा पौंछि जावो।
पेमेंट -
सब्युं तैं हार्ड कैश मा पेमेंट होलु। चेक से पेमेंट वर्ज्य च।
इंसेंटिव्स - अच्छा काम करण वाळु तैं भविष्य मा पार्टी मा विशेष पद मिलणै पूरी गारेंटी। गैस एजेंसी , पेट्रोल पंप, सरकारी ठेकेदारी आदि जन इंसेंटिव तो अवश्य ही मीलल।
बेईमानी करण वाळु बान माफिया न्यायालय मा निर्णय होलु जांकि जानकारी निर्णय का बाद बि नि दिए जाली।
आवेदन कर्ता चुनावी माफियाओं से शीघ्र मिलें !
Copyright@ Bhishma Kukreti 16/3/2014
*कथा , स्थान व नाम काल्पनिक हैं।
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी द्वारा जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वालेद्वारा पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले द्वारा भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी द्वारा पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखकद्वारा सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य श्रृंखला जारी ]
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