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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Thursday, March 1, 2018

उत्तराखंड में रतनजोत , रतन जोत मसाला , औषधि उपयोग इतिहास

History, Origin, Introduction,  Uses  of Ratanjot/ Ratan jot , Alkanet   as   Spices ,  in Uttarakhand 
 
उत्तराखंड  परिपेक्ष में वन वनस्पति  के मसाले , औषधि  व अन्य   उपयोग और   इतिहास -  3                                              
             


  History, Origin, Introduction Uses  of    Wild Plant  Spices ,  Uttarakhand -3                         
         
  उत्तराखंड में कृषि व खान -पान -भोजन का इतिहास --   92 
History of Agriculture , spices ,  Culinary , Gastronomy, Food, Recipes  in Uttarakhand -92 
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 आलेख -भीष्म कुकरेती (वनस्पति व संस्कृति  शास्त्री ) 
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वनस्पति शास्त्रीय नाम - Alkanna tinctoria
सामन्य अंग्रेजी नाम - Alkanet, Dyer's Alkanet 
हिंदी नाम - रतनजोत , अंजनकेशी ,
उत्तराखंडी नाम - रतनजोत 
सिद्ध नाम -रथपालै 
रतनजोत एक खर पतवार है जिसकी जड़ें पौधे से बड़ी होती हैं  , नीले रंग  वाला रतनजोत  चीड़ वन स्तर की ऊंचाई में उगता है और कश्मीर  से कुमाऊं तक पाया जाता है ।  उत्तराखंड में रतनजोत का भोजन उपयोग बहुत कम होता है किन्तु पहले कपड़े आदि रंगाई में उपयोग होता था।  रतनजोत की जड़ों से लाल रंग मिलता है जो कि पानी में तो नहीं घुलता किन्तु पेड़ पौधों के भागों को रगने में कामयाब रंग है।  इसलिए इसका उपयोग भात , सूजी , दाल , मांश आदि को रंग देने हेतु होता था। अब नामात्र को उपयोग होता है। 
जन्मस्थल संबंधी सूचना - रतनजोत का  मेडिटेरियन सागर , मध्य -दक्षिण यूरोप क्षेत्र माना जाता है जहां रतनजोत की जड़ों रस से से आज भी मेक अप सामग्री बनाई जाती है। 
संदर्भ पुस्तकों में वर्णन - रतनजोत का जिक्र यूनानी साहित्य में सन 00 70 से मिलना शुरू होता है।  रोमन सेना में कार्यरत यूनानी डाक्टर पेडानियस डायोसकौरिदेस ने De Materia Medica में जिक्र किया जो बाद में लेटिन में सन 512 में अनुदित हुआ। 
      औषधि उपयोग 
रतनजोत का उपयोग उत्तराखंड में वैद करते थे।  रतनजोत के विभिन्न भागों से आँखों की रौशनी  वृद्धि , त्वचा का रूखापन  करने , खाज खुजली , पेट दर्द ,कृमि नास , पथरी नाश ,बालों की दूर करने , रक्त शोधन आदि में अन्य अवयवों या अकेले दवाई बनाने  है।
    रतनजोत जड़ों से भोजन रंग
  रतनजोत के जड़ों से भोजन को रंग देने हेतु उपयोग होता है।  रतनजोत की जड़ों के  भोजन  को रंग ही नहीं मिलता अपितु स्वाद वृद्धि भी होती है।
    उत्तराखंड में आयुष योजना हेतु सलाह
 राजीव कुमार , वी के जोशी आदि वैज्ञानिक उत्तराखंड को मेडिकल हब बनाने हेतु रतनजोत जैसे वनस्पति  पर ध्यान देने की सलाह देते रहे हैं। 
    



Copyright@Bhishma Kukreti Mumbai 2018

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