गढ़वाली हास्य-व्यंग्य
सौज सौजम मजाक-मसखरी
हौंस इ हौंस मा, चबोड़ इ चबोड़ मा
चबोड़्या-चखन्यौर्या: भीष्म कुकरेती
(s =आधी अ )
अचकाल मीडिया मा राजा भैया को नाम की छ्वीं ख़ूब हूणि छन। पण फिर बि कथगा इ लोग पुछणा रौंदन बल यो राजा भया को च ?
असलम राजा भैया एक व्यक्ति नी च। राजा भैया त एक चरित्र च, एक विशेषण को नाम च , एक गुण च, एक खासियत को नाम राजा भैया च।
राजा भैया सावन्तवाद की एक अभेद्य कुलाड़ी च जु जो खुले आम से प्रजातंत्र तै काटणु च
राजा भैया प्रजातंत्र पर लग्युं एक बदनुमा दाग च, धब्बा च जो बतान्दो प्रजातंत्र कथगा मैलो ह्वे गे।
राजा भैया इन अमर चरित्र च जै पर अंकार (क्रोध में दी गयी बददुवा) को कुछ असर नि होंद।
राजा भैया अंगर्याळ (बर्रा) च जो नियमों तै तड़कांदो नी च बलकणम नियमों की धज्जी उड़ान्दो।
राजा भैया अंग्यार (विषैला पेड़ ) च जो आज प्रजातंत्र रुपी जंगल मा फैल्युं च ।
राजा भैया अंदाचन्दी (उलझन, अधेड़बुन) को नाम च कि क्या राजा भैया अर वैका सरपरस्त जन कि मुलायम सिंह सचमुच मा प्रजातंत्र का रक्षक या खेत्रपाल छन?
राजा भैया प्रजातंत्र पर पड्युं अंस्याळि (घाव पर पड़े छोटे कीड़े) च जो प्रजातंत्र तै दर्द दीन्दो।
राजा भैया नेताओं की अकमोड़्या (घमंडी ) वृति को नाम च जो प्रजातंत्र तै अपण हिसाब से अपण फैदा बाण मुड़णा छन।
राजा भैया अफखवा अर अकाळि (अधिक खाने वाला) को नाम च।
राजा भैया अकुळु (ओछा) को नाम च।
राजा भैया का काम अकुळयाट (क्षुद्र ) का छ्न।
राजा भैया नाम को अर्थ हूंद छकटो (मौकापरस्त), छकटणों (ठग )।
राजा भैया नाम माने प्रजातंत्र का समणि छिंजरोळु (अड़चन) ।
राजा भैया प्रजातंत्र का एक जखम को ही नाम च।
राजा भैया दूसरो हक्क जोर ,जबरदस्ती से हथ्याणो गुण को नाम च।
राजा भैया का कोंडा माँ कर्या काम प्रजातंत्र पर झपकताळ च।
राजा भैया माने सच तैं झुट्याण अर झूट तै सच साबित करण।
राजा भैया माने प्रजातंत्र पर एक डाम।
राजा भैया मने प्रजातंत्र तै ढ़ांटण (ठगना) ।
राजा भैया जन राजनीतिज्ञों से जनता मा ताड़ीफाड़ी (वेचैनी) तो हुन्दि च पण कौरि कुछ नि सकदी।
राजा भैया प्रजातांत्रिक मूल्योंमा आयुं ओछापन की निशाणी च।
राजा भैया ढुढ्यार (खोखली) होन्दि राजनीति को नाम च।
राजा भैया अपराधजगत अर राजनीति को मिळवाको नाम च।
राजा भैया न्यायिक व्यवस्था न्याय दीणम देरी को नाम च।
राजा भैया माने वोटरों समणी दैंत अर राक्षस मादे एक तै विधान सभा या संसद म भिजणो नाम च।
राजा भैया अपराध्युं द्वारा प्रजातंत्र पर एक चमकताळ, धमकताळ, घमकताळ , खैड़ा लगाण को नाम च।
Copyright @ Bhishma Kukreti 10 /3/2013
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