नंदा जात जागर -फड़कि (भाग)-17
गीत एकत्रीकरण -नन्द किशोर हटवाल
इंटरनेट प्रस्तुती: भीष्म कुकरेती
मेघासुर वध
[नंदा जात जागर में कई अलग अलग कहानियाँ जुडी हैं। कई क्षेत्रों में दैंतों का संहार की कहानियाँ भी नंदा जात गीतों/जाद्रों में गाये जाते हैं। यथा]
आज कैली मातान दैंतुं संघार ए
मट्टी जन दैंत को मॉस झड़ी गे
ढुंग्युं जन दैंतों को हाड झड़ी गे
खोड़ जन दैंतों का रूमा झड़ी गे
नदी जन दैंतों खून बगी गे
मेघासुर को बढ़ करी गे
नंदा जात जागर का बाकी भाग -फड़कि (भाग)-18 में पढिये / बाँचो
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