उत्तराखंडी ई-पत्रिका की गतिविधियाँ ई-मेल पर

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

Thursday, September 18, 2014

गुदगुदाता लघु नाटक :- भगवान से सौदाबाजी

मूल  - जेफ़ गोइबल

                       छिंडारण अर भावानुवाद --- भीष्म कुकरेती 

  (धीरे धीरे उजाला फैलता है एक खटोलाक किनारु दिखेंद द्वी खुट दिखेंदन . मनिख का खर्राटा सुणेन्दन।  अचानक तबि  एक धमाका हूंद अर चिट्टु उज्यळ हूंद। अर सरा उज्यळ खटला पर केंद्रित ह्वे जांद )
भगवान (बड़ी जोर मा )- हे सुंदुरु   खड़ु हु भै।  दुफरा हूण वाळ च भै
(खटला पर क्वी प्रभाव नि पड़द)
भगवान - इ भै ध्यान दे मि भगवान छौं।
(तब बि सुंदुरु पर कुछ फरक नि पड़द। खटला जोर से हिलण लग जांद )
भगवान - ये खड़ु हो भै सुंदुरु सुंदुरु  (बरमुदा अर बनयाण मा सुंदुरु चम्म से खड़ हूंद आँख मिंडद फिरहथुन  आँख बंद करदु,  )- ये क्या काण्ड लगीं गेन कैन जळाइ यु हैलोजन लैम्प उनि बि बिजली बिल बिंडी आणु च )
भगवान - हे सुंदुरु  ! यु हैलोजन लैम्पक उज्यळ नी च यी मि छौं ,सर्वरचनाकार सर्वरक्षक भगवान
सुंदुरु (जोर से हंसुद ) -द लगा बल सुंगरुं दगड़ मांगळ ! तू अर भगवानछ !
भगवान  (जोर से ताळी बजान्द )- ह्यां विश्वास कर मि परमपिता परमेश्वर छौं।
 सुंदुरु -अब बताओ लालू यादव भ्रस्टाचार भजाणो मंत्र पढ़णु च अर मनिख अफु तैं भगवान बथाणु च।  ठीक च वोट दींद दैं मि मूरख बौण जांदु त यांक मतबल यु त नी कि क्वी बि मि तैं कालु -लाटु समजिक मूर्ख बणै द्यो। मीन भगवान बि दिख्युं च वैक गात अर कपड़ा अलग सि हूंदन।  मि मानि नि सकुद कि एक मनिख भगवान ह्वाऊ।
भगवान -सूण भै सुंदुरु ! मि सच्ची मा भगवान छौं।  जौंक बात तू करणी छे उ तीन किताबुं माँ फिल्मुं माँ या टीवी सेरियलुं मा देख होलु।  मी भगवान छौं अर लोगुं तैं बताण चांदु कि भगवान उन नि हूंद जब फिल्मों मा दिखाए जांद।  मि प्रमाणित करण चांदु कि भगवान रामानंद सागर या बीआर चपड़ा का सीरियल जन नि हूंदन बल्कि    … मि भगवान छौं अरुण गोविल नि छौं।
 सुंदुरु -मेरी समज से भैर च।  खैर तो चलो होटल चलदां अर द्वी पैग मि लींदु अर द्वी तुम फिर लंच करद करद यां पर बि बहस करी लींदा कि भगवान कन हूंद।  बहुत दिनों से मीन पींद दैं बहस बि नि कार।  चलो आज मति इ मारे  जावु।
भगवान (चीत्कार ) -नहीं ! यी त मी बि बताण चाणु छौं बल भगवान लंच या डिन्नर टेबल पर बहस नि करद। मि ये ब्रह्माण्ड कु रचयिता  छौं,मई सृष्टि करता छौं   एक सच्चो धार्मिक व्यक्ति ना न असली धर्म हाँ असली धर्म ! ना कि कैलेंडरों मा छ्प्युं भगवान।  मेरी इच्छा का विरुद्ध म्यार ब्यापरीकरण हूणु च। मेरी हजारों सालकी छवि धूमिल ह्वे गे    …सालों   .... हरामी  … नरक जैन . सालोंन म्यार ब्यापरीकरण करीक कखि नि रख।
 सुंदुरु -रुको रुको अपण भाषा पर म्वाळ लगाओ लगाम लगाओ
भगवान -किलै नरक नरक नरक।  बैठ अर मेरी बात ध्यान से सूण। 
सुंदुरु  (खाट का किनारा पर आंख्युं पर हथ धरिक )- हाँ हाँ पर अपण दिमाग पर काबू कॉरो
भगवान -ओहो मीम जब मुंड ही नी च तो दिमाग बि नी च। 
सुंदुरु -हां हाँ सही आपम दिमाग ह्वेइ नि सकुद। 
भगवान -ओहो म्यार मतबल च कि मि तैं दिमागकी आवश्यकता नि पड़दी 
सुंदरु -हाँ हाँ।  चलो अपण कथा सुणा !  
भगवान - सूण म्यार संरक्षक बणनो कोशिस नि कौर हाँ !
सुंदरु -क्षमा ब्वालो ब्वालो
भगवान -ठीक च ठीक च।  मेरी साधारण  मनुष्य वळि छवि खतम करणो काम पर लग जा। अजकाल आम लोग बि मि तैं तन्नि मन्नी शक्ति समजदन।  म्यार प्रति लोगुं बड़ी  कैजुअल अप्रोच ह्वे गे। लोग मि तैं ब्रह्माण्ड रचयिता नि समझणा छन।  लोग मि तैं अजीब फ़िल्मी झुल्लों माकनफणि सि कपड़ों माँ कार्टून सि समजदन। मि तैं एक बड़ी इज्जत चयाणी च। मि चांदो कि लोग उनि व्यवहार कारन जन उचित व्यवहार हूंद।  पैल लोग समय पर मंदिर जांद छा नियम धियम से मि तैं यादकरदा छा।  अब त म्यार नाम तबि सुमरिन्दन जब सबसे झूठी कसम खाण हो।  मि त अब न्यायालय या संसद मा बि झूठी कसम खाणो एक जरिया बणि ग्यों।
सुंदरु -या फिर जब लोगुं तैं छींक आंदि तब !
भगवान -क्या?
सुंदरु -रण द्यावो !
भगवान - ठीक च ठीक च ! तेरी मा ऐ गे कि म्यार क्या मतबल च। मि चांदो कि तू यीं स्तिथि तैं पूरी बदल दे।  पूरो ओवरहॉलिंग !
सुंदरु -पर !
भगवान -अच्छा अपर नौकरी की चिंता से चिंतित ह्वे गे फिकर नि कौर। अरे भै भूलि गे कि मि ब्रह्माण्ड रचयिता भगवान छौं ! (छत से रुपयों बरखा हूंद )
सुंदरु -ना ! ना ! मि नौकरी या तनखा बारा मा चिंतित नि छौं    .... पर फिर बि  ....
भगवान  ( बाद्लूँ गड़गड़ाट भगवान गुस्सा मा )-यी क्या च भै मीन त्वै तैं बगैर इनकम टैक्स का सौ करोड़ दिएन अर फिर बि तू म्यार अहसानमंद नि ह्वे भगवान इनि रोज रुपयों बरखा नि करद हाँ !
सुंदरु -क्षमा ! मि सच्ची मा तुमर अहसानमंद छौ।  पर एक समस्या च। मि भगवान पर विश्वास नि करदु अर ते जन सॉरी तुम जन भगवान पर त कत्ते विश्वास नि करदु।
भगवान - मि नि समजणु छौं कि तू कनफ्यूज किलै छे हूणु मि एक ज्योति रूप मा तेर समिण छौं। फिर तू में पर विश्वास किलै नि करणु छै।  कखि तू सीणु त नि छे ?
सुंदरु -यी आप तैं समजाण बडु मुश्किल च। मीन कबि नि ब्वाल कि भगवान नी च। मि धार्मिक किस्मौ मनिख नि छौं।  पर हाँ यदि भगवान च त ठीक अर भगवान नी बि च तो बि मै पर फरक नि पड़द।
भगवान -पर अब त तू नि बोल सकुद कि म्यार अस्तित्व नी च।
सुंदरु -ओहो ! म्यार बुलणो मतबल या च कि मि ये कामौ बान सहीव्यक्ति नि छौ।
भगवान -त त्यार मतबल च कि मि कै धार्मिक नेता तैं ये काम पर लगौंमीन यु काम बि कौर छौ।  पर यी धार्मिक नेता अपणो इ राज्य स्थापित करण मा व्यस्त ह्वे जांदन अर अपणी सत्ता रक्षा बान इन काम करण लग जांदन कि जु मनिखों वास्ता बि ताज्य हुँदैन। अर अब त क्वी रामदेव क्वी शंकराचार्य क्वी इमाम बुखारी या क्वी के जॉन बुल्दु बि च कि भगवान च त आम लोग सुचदन कि यि धार्मिक नेता अवश्य ही कैं पार्टी बान वोट मंगणा छन। अब त लोग यूं तैं भगवानौ एजेंट नाराजनैतिक पार्टीक ऐजेंट माणदन। 
सुंदरु -पर क्या लोग मेरी बात सूणल ?
भगवान -हाँ ! पर चूँकि तीन पैली बोल याल कि तू भगवानौ अस्तित्व पर अविश्वास बि नि करदी हाँ तो धार्मिक किस्मौ मनिख नि छे।  जा लोगुं मा जैक बोल कि मि ही भगवान छौं याने ज्योतिस्वरूप  ही असली भगवान छौं।  लोगुं तैं समझा कि मि छौं अर वी ज्योतिस्वरूप मा छौं।  संसार तैं बता कि भगवान असली त ज्योतिस्वरूप मा हूंद। लोगुं तैं समझा कि वो मेरी पूजा आत्मचिंतन से दुबर शुरू कारन जन पैल हूंद थौ। चूँकि तेरो क्वी धार्मिक भूतकाल नी त लोगुंन त्वे पर चट्ट विश्वास करण।
सुंदरु -हम ! धन्यवाद !
भगवान - भई मि सत्य बुलणु छौं। लोगुंन तेरी बात पर विश्वास करण अर अखबार व मीडियान त्वे तैं मीडिया मा प्रथम स्थान दीण।
सुंदरु -पर भगवन ! मैं नि लगद  म्यार इन बयान कि मि तैं ज्योतिरूप मा भगवान मील छा पर क्वी बि पत्रकार विश्वास कारल।  इख तलक कि क्षेत्रीय पत्रकारुंन  बि विश्वास नि करण . ऊंन बुलण कि अपण फोन से भगवान से बात करावो।
भगवान -बोल देकि भगवान मा इन फोन नि हूंद।
सुंदरु -ओहो ! आप नि समजणा छंवां।  मी तैं भगवानन दर्शन दे जन छ्वीं तो सैकड़ों साल से लगणा छन। इख तलक कि डेढ़ सैकड़ा साल का संत महात्मा साईं महाराज या साईं बाबा अब भगवान की गणत मा ऐ गेन।
भगवान -वी तो रुण च कि महात्मा भगवान बणी गेन।
सुंदरु -तो आप क्वी चमत्कार कारो
भगवान -मि तैं पता छौ कि तीन अंत मा इनि बुलण।  अरे भै मीम चमत्कार से भगवान सिद्ध करणो बान क्वी बजट नी च।  सब बजट तो पहाड़ खड़  करण या पहाडुं मा उजड़ -बिजड़ मा खतम ह्वे गे।  फिर मि बि बजट डेफिसिट मा छौं।  बहुत सा ग्लेसियर लमडाण छ पर बजट की कमी से भौत सा ग्लेसियर उनि अदा मा लटक्यां छन। चमत्कार करणो बान बड़ो पैसा लगद।  वैसे पाँव भर पैसा मा चमत्कार विषयक पिक्चरबणी जाली तो ! यदि हॉलीवुड या बॉलीवुड या क्वी टीवी सीरियल वाल तयार ह्वे जाल।
सुंदरु -अबि त आपन मि तैं सौ करोड़ देन ! अर जम्मू कश्मीर मा इथगा रगड़ -बगड़ करणो बजट कखन आई ?
भगवान -अरे उ त कुछ  पर्यावरणवादियूंन  पाप करिन तो ऊँ तैं डंड्याणो बान एडहॉक बजट लाण पड़द। भाई चमत्कार की योजना मा भौत सा खोट छन।  बस तू देवदूत बण अर लोगुं तैं बता कि परमेश्वर हूंद च अर ज्योतिस्वरूप हूंद।
सुंदरु -यदि मि ना करी द्योल तो ?
भगवान -तो भोळ तू एक सुक्युं डाळ का रूप मा पाये जैल। 
सुंदरु -अर यदि मि दुसर शहर भाजी जौल तो ?
भगवान - किलै मि तैं हंसाणि छे ?
सुंदरु -वो मि बिसर ग्यों कि आप भगवान छंवां। ठीक च मि देवदूत बणनो तयार छौं पर एक शर्त च।
भगवान - क्या शर्त च ?
सुंदरु -तुम तैं लंच मा योजना कु प्रारूप विवेचना करण पोड़ल
भगवान -ऊँ ! ऊँ !
सुंदरु -लंच कु पैसा मि द्योलु
भगवान -ठीक च त्वे तैं मि तैं वी खलांण पोड़ल जु मेरी इच्छा होली ,कुछ भी मांग सकुद मि !
सुंदरु -कुछ बि !
(कुछ बि शब्दों साथ कमरा मा सामन्य उज्यळ हूंद।  फिर धुंवा फैलदो अर धीरे धीरे धुंवां छंटद तो लोग दिखदन कि एक बुड्या सुंदुरु हथ पकड़िक जाणु च )
फिर अचानक धुप्प  अंध्यर ह्वे जांद

सर्वाधिकार जेफ़ गोइबल
17/9/2014

उत्तराखंड गढ़वाली नाटक पौड़ी गढ़वाल उत्तराखंड से गढ़वाली नाटक;चमोली गढ़वाल उत्तराखंड से गढ़वाली नाटक ;रुद्रप्रयाग उत्तराखंड गढ़वाल से गढ़वाली नाटक ;टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड से गढ़वाली नाटक;उत्तरकाशी गढ़वालउत्तराखंड  से गढ़वाली नाटक देहरादून ,गढ़वाल,उत्तराखंड  से गढ़वाली नाटक हरिद्वार गढ़वालउत्तराखंड  से गढ़वाली नाटकअनूदित गढ़वाली नाटक श्रृंखला 
Garhwali drama from Garhwal, Uttarakhand

No comments:

Post a Comment

आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments