*******बसंत आ गया है *******
पतझड़ वाले आडू-पयाँ के बृक्षों पर
नयी कोंपल
आ गयी हैं
लक-दक फूल
खिल चुके हैं
नव जीवन
नव राग-रंग
नयी उमंग
नयी तरंग
संग लेकर
बसंत आ गया है
तिड़ा हुआ मुंह
फटे हुए पैर
भयभीत करती
शीतलहर
दुःख के बाद
सुख का एहसास
नवजीवन
नव रागरंग
नयी उमंग
नयी तरंग
संग लेकर
बसंत आ गया है ...
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