महाभारत में भृगु ऋषि एवं गढ़वाल का वर्णन -1
Description of Garhwal in Mahabharata -1
Presented by Bhishma Kukreti
महाभारत में गढ़वाल के बारे में बहुत साहित्य मिलता है
महर्षि भृगु के बारे में कई जगह आख्यान मिलता है
१- तीर्थ व भूगोल पर्व में महर्षि भृगु के बारे में सन्दर्भ है कि
भृगु ऋषि के भृगु श्रिंग में आश्रम है जो गंगाद्वार (हरद्वार) के निकट है
आज भी गंगा सलाण में यमकेश्वर ब्लौक में उदयपुर पट्टी में भृगु खाल का अपना महत्व है
भ्रिगुखाल हरिद्वार के निकट है
२- वनपर्व ९०/२३ में लिखा है कि-
भ्रिगुर्यत्र तपस्तेते महर्षि गां सेविते
राजन ! स आश्रम: ख्यातो भ्रिगुतुंगो महागिरी
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