Garhwali Satire
चबोड़ इ चबोड़ मा
आवा भारत मा की बेजती करदवां !
चबोड्या- भीष्म कुकरेती
प्रेस मालिक," हेलो! एडिटर जी ! यि क्या होणु च भै ? हमारा प्रतियोगी अखबार
सेना अर सेना मा चल्दो भ्रष्टाचार पर रोज एक नया खुलासा करणा छन.
पता च हमारो अखब़ारौ रीडरशिप कथगा तौळ ऐ गे ? अर तुम अबि तलक सियाँ छंवां / "
एडिटर," न्है , न्है सर ! मीन सरा तागत लगै याल कि हम तै बि सेना क क्वी गुप्त रहस्य कि फाईलै कौपी
मिल जाओ अर हमारो अखबार बि सुर्ख़ियों मा ऐ जाओ."
प्रेस मालिक," अब भोळ पर्स्युं तलक भारतौ सेना क गुप्त रिपोर्ट को खुलासा हमारो अखबार मा नि ह्वाई त
समजी ले पर्स्युं हैंको एडिटर ऐ जालो. अर हाँ सेना कि गुप्त रिपोर्ट महत्वपूर्ण इ हूण चयेंद हाँ! "
एडिटर," हाँ! जी हाँ ! सेना कि रिपोर्ट इथगा महत्वपूर्ण राली कि पाकिस्तान आप तैं पाकिस्ताने आजम पदक
द्याला निथर चीन का सेनापति आप तैं चीन बुलाला .."
......
.....
एडिटर," हेलो ! मिस्टर आर्म डीलरऔ एजेंट जी ! हेलो! मिस्टर आर्म डीलरका एजेंट जी ! यार क्वी ख़ास इंडियन आर्मी क महत्वपूर्ण
खुलासा चयेणु च . अर .."
आर्म डीलरऔ एजेंट ," भै आप त मेरी कम्पनी क प्रतियोगी क अर्र्मी लैक ट्रकों बड़ी बडे करदवां . त वीं इ कम्पनी से सेना क महत्वपूर्ण
फैल ले ल्याओ."
एडिटर," यार गलती ह्व़े गे. वीं कम्पनी क ट्रकों बडे कौरिक एक
दिन त रीडरशिप अळग गे.पण फिर रीडर दूसरा अख्बारौ तर्फां झुकी गेन .."
आर्म डीलरऔ एजेंट ," मी चीन बौर्डर पर सेना कि कमजोरी क पूरी रिपोर्ट कि फाइल दे द्योलू .पण त्वे तै क काम करण पोड़ल."
एडिटर," अरे आप हुकुम त द्याओ."
आर्म
डीलरऔ एजेंट ," सेना मा हमारि कम्पनी क विरोधी द्वी बड़ा इमानदार अधिकारी
छन . आप अपण पेपर मा रोज यूंक बिरोध मा खबर अर लेख छापो
कि यूंक भतियाभन्द ह्व़े जाओ."
एडिटर," अरे मी इन एडिटोरियल लिखुल कि जनता दुयूं बिटेन इस्तीफा मंगण बिसे जाली."
...
...
एक ब्युरेक्रेट," हेलो ! हेलो एडिटर साब ! आपक पेपर का
खुलासा से द्वी सेना क अधिकारी त बदनाम ह्वेई गेन. जरा म्यार एक काम कौरी
देन भै! "
एडिटर,' हुकुम करो सर !"
ब्युरेक्रेट," सेना क एक हैंको अधिकारी च जो म्यरा सयाळो
आर्मी कौंट्रेक्ट का बिरोधी च . अब मौक़ा अयूं इ च त मी यूँ तैं मजा
चाखान्दो.
मी एक क्लासिफाइड सीक्रेट फाईलै कौपी देलू जो यूँ तैं बदनाम कॉरी देली. बस अपण पेपर मा यूँ दुयूं क बारा.."
....
......
एक राजनीतिज्ञ ,' एडिटर साब ! मजा मा ना. "
एडिटर," सर! आपकी मेहरबानी च."
राजनीतिज्ञ," यार जरा ये रक्षा मंत्री तैं धौंस दीण छे त ..भौत इ इमानदार बणदो हाँ ! "
एडिटर," बस हुकुम द्याओ ना.."
राजनीतिज्ञ," मी सेना कि एक भौति टॉप सीक्रेट फाइल कि कौपी भिजणु छौं .बस इन मिर्च-मसाला लगाण कि रक्षा मंत्री पाणि मांग हाँ! "
एडिटर," अजी खुलासा करण हमर काम च. आप फाइल कि कौपी भ्याजो. भोळ आग लगी जाली."
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विदेसी
आर्म डीलर ," हेलो एडिटर ! मि विदेसी आर्म डीलर छौं. मि चांदो कि द्वी
इमानदार ब्युरेक्रेटु काट छपी जाओ.इ द्वी मेरी कम्पनी तैं भितर इ नि घुसण
दीणा छन "
एडिटर,' बस हुकम द्याओ.."
विदेसी आर्म डीलर ," मि सेना की एक महत्वपूर्ण फाइल कि कौपी भेजणु छौं.बस यूँ दुयुंक खूब बेजती हूण चयेंद ."
एडिटर,'' अजी खुलासा कर ण इ त हमारो धर्म च फिर कैकी बि बेजती ह्वाओ . इन मा चाओ त भारत माता कि इ बेजती किलै नि ह्वाओ.'
विदेसी आर्म डीलर अमणो मन मा ," हाँ ! भारत की बेजती करणो भारतीय गुण त भारत मा हजारो साल से च."
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