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सफल व्यक्ति की पछ्याणक
एकालाप संकलन ::: भीष्म कुकरेती
प्रगतिशील अर वूंक बीच विरोध च जु हरेक मनिख तैं सफलता अर पद रूतबा से मापदन। पद तैं सफलता मनण वळ लोगुं हिसाब से कै बि क्षेत्र मा चाहे व्यापार हो या नौकरी या खेल हो , फिल्म हो जू बि सफल हूंद वू इ अच्छु च। याने यूंकुण अच्छा की परिभाषा ही सफलता च।
यूंकुण सफल व्यक्ति ही समाज का खम्बा छन। किलैकि ऊंक समज मा सफल व्यक्तिन या सफलता हुस्यारी , कठिन परिश्रम अर अच्चु व्यवहार से ही पाइ होलि। यूंक हिसाबन सफल व्यक्ति ईमानदार हूंद, सहृदय हूंद अर ठंडु मिजाजक हूंद। यूंक परिभाषा मा विजेता कुछ बि गलत नि कर सकुद। हीन मनुष्यों तैं यूंसे सबक लीण चयेंद हर समय यूंकि पूजा करण चयेंद। जब यि लोग सुणदन कि अलण सफल व्यक्ति जन कि स्टॉक कारोबारी हर्षद मेहता या खिलाड़ी श्रीसांत या अधिकारी जन कि पेट्रोलियम मिनिस्ट्री मा जनकदेव जेल मा बंद ह्वे गेन तो यूंकि सिट्टी पिट्टी गम ह्वे जांद किलैकि यूंको शब्दकोश मा सफल व्यक्ति तो देवतुल्य हूंद , देवी रूप हूंद अर यी भ्रष्ट आचरण मुक्त हूंदन। यूंकि सिट्टी -पिट्टी गुम इलै हूंद कि यूंकि बणयी धारणा मा सफल व्यक्ति तो भगवानौ दुसर रूप हूंद।
दुसर तरफ प्रगतिशील व्यक्ति हमेशा उच्च स्थान प्राप्त व्यक्ति की सफलता का बारा मा हमेशा ससंकित रौंद अर सुचद कि सफल व्यक्ति खलनायक ही हूंद। द्याख नी च तुमन हिन्दुस्तानी कम्युनिस्ट हर अमीर तैं रक्तजीवी परजीवी माणद। प्रगतिशील लोगुं मनण च हर धनी व्यक्ति , हरेक दौलतमंद अर सौकार एक निर्दयी , क्रूर अर भाग्यशाली हूंद। हालांकि कठिन परिश्रम ,बुद्धिमता , हुस्यारी , साख -सद्भावना से ही धन मिल्दो पर केवल कठिन परिश्रम से मणिक धनी नि हूंद निथर हरेक कुली अम्बानी -अदानी नि ह्वे जांद ! धन कै ना कै बिटेन लुठण पड़द या निकाळण पड़द जन कि पृथ्वी से ! प्रगतिशीलूं अपरिवर्तनीय धारणा च कि बगैर शोषण , बिना दोहन का या दूसरौ कंधा से फायदा उठायें बगैर धन आइ नि सकद !जब क्वी धनी व्यक्ति याने उद्योगपति जन कि कुमारमंगलम बिरला या अम्बानी का मैनेजर जेल जांदन तो प्रगतिशील व्यक्ति तैं क्वी आश्चर्य नि हूंद किलैकि यूंक मनण च कि उद्योगपतियुं जगा तो जेल मा इ च। पर प्रगतिशील व्यक्ति आश्चर्य करदन जब सुणदन कि कै संत या महात्मा की अन्तेष्टि मा लाखों लोग ऐन। प्रगतिशील लोगुं धारणा च कि हरेक साधू -संत -महात्मा आशाराम बापू इ हूंद।
जरा इन बतावदि आप क्या छन ? क्या आप रूतबा या सफलता से मनिख तैं मापदा या प्रगतिशील विचारुंक छंवां ?
7/3/15 @ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की घटनाएँ , स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल व्यंग्य रचने हेतु उपयोग किये गए हैं।
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