गढ़वाली हास्य -व्यंग्य
सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं
चलो 'म्यार दिन' बि मनाये जाव !
चबोड़्या - चखन्यौर्या: भीष्म कुकरेती (s = आधी अ )
ब्याळि एक जनानि दैनन्दिनी बांचणो मौक़ा मील। एक ख़ास दिन का बारा मा वीं जनानीन इन लिख्युं छौ।
'म्यार दिन' मनाने का विचार लगता तो अच्छा है। परन्तु ? किन्तु ?
आज मीन स्वाच कि साल भर मा जथगा बि दिन जनकि 'फादर डे', 'मदर डे', टीचर डे आदि मनाये जांदन सब दिन मेरि ही फजीत होंद।
वै दिन 'वुमन डे' छौ त सुबेर सुबेर झाडु -पुत्या लगाण वाळ बाइ आइ बोलि ग्यायि बल आज 'वुमन डे' च त मेड सर्वेंट असोसिएसन की तरफ से छुटि च अर हाँ ! वा बाइ 'वुमन डे' का ऐवज मा एक मैना अतिरिक्त बोनस ली ग्यायि। वै दिन झाडु -पुत्या मीनि लगायि।
वै इ दिन 'वुमन डे' कुण फिर भांड मंजाण वाळ बाइ बि छुटिक घोषणा सुणै ग्यायि अर बोनस मा एक मैना पगार ली ग्यायि। वै दिन भांड मीनि मंजैन।
भुजि बिचण वाळ बाइ भुजि त नि लाइ पण इनाम किताब ली ग्यायि। मि तै भुजि खरीदणो बजार अटकण पोड़।
श्याम दें लौडु बुबा बुलण बिसेन आज वुमन डे च कुछ ख़ास भोजन बणण चयेंद अर आफत मेरि ही आयि।
वै दिन फादर डे छौ त पिताजि 'फादर डे' मनाणो अपण धर्मपत्नी समेत म्यार ड्यार ऐ गेन बल ब्वार्युं होंद अपण घौरम 'फादर डे' मनाण मा मजा नि आंद। फिर सरा दिन फादर दे का बान ब्वे बुबा की खिदमत मा लग्युं रौं। श्याम दै द्वी भैजि मय भौज अर बच्चौं लेक ऐ गेन बल जब बुबा जी इख छन तो 'फादर डे' इखि मनाये जावो। अर अदा रात तलक रुस्वड़ मा इ पड्यू रौं।
वै दिन मदर डे छौ त ब्वे अपण पतिदेव का साथ ऐ गे कि ब्वार्युं होंद 'मदर डे' अपुण ड़्यारम मनाणम मजा नि आंद अर श्याम दै भाई -भौज बि मय बच्चों मदर दे मनाणो ऐ गेन। मदर डे कुण अदा रात तक किचन मा झिंक्याणु रौं।
चिल्ड्रेन डे का दिन त अपण बच्चों फरमाइश पूरी करद करद अदा रात ह्वे जांद।
टीचर डे कुण पता नि कखन म्यार अर म्यार पतिक टीचरों तै हमर ड्यारो पता मील जांद धौं, फिर बच्चों दस प्रकारौ टीचर बि छन जन कि नॉर्मल टीचर , कोचिंग क्लास टीचर , प्राइवेट टयूसन टीचर अर स्पोर्ट्स अकैडमी टीचर आदि .अर टीचर डे क दिन बि मी इ पित्याणु रौंद।
वेलेंटाइन डे त आफत ही ह्वे जांद बच्चों फ्रेंडो फ्रेंड बि हमर ही इख वेलेंटाइन डे मनाणो ऐ जांदन। धमा चौकडि वो करदन अर सरा दिन भर किचन मा मि पित्याणु रौंद।
तो मीन स्वाच कि छंछरौ (शनिवारौ) दिन अपण दिन याने 'माइ डे' , 'मी डे' याने 'म्यार दिन' मनाये जावो। मीन परिवार मा घोषणा कार कि छंछरौ कुण मि 'म्यार दिन' मनौल। याने कि उस दिन मै केवल अपने लिए जीउँगी और अपने हिसाब से जीउँगी। आइ शेल लिव ओन माइ ओन ऑन 'माइ डे'.
खबर सब जगा पौंछि गे। सबसे पैल माs फोन आयि," तू 'माइ डे' मनाणी छे त हम सब त्यार 'माई डे' मनाण दिखणो आणा छंवाँ, हम द्वी त सुबेर ही ऐ जौंला, दिन मा बच्चा ऐ जाला अर श्याम दै त्यार द्वी भैजि अर बौ बि ऐ जाला"
फिर यूंक ममाकोट बिटेन फोन आयि बल चूँकि बहू पहली बार 'माइ डे' मना रही है तो हम सब दिन में ही आ जायेंगे। बहू खाना अच्छा पकाती है तो बहू के हाथ का पकाया खाना खायेंगे।
फिर द्यूराण अर जिठाणि फोन आयि कि वो बि म्यार ' माइ डे' मनाण दिखणो सपरिवार आणा छन।
इनि ख़ास ख़ास रिश्तेदारों फोन आयि कि सबि सपरिवार वो लोग म्यार 'माइ डे' मनाण दिखणो आणा छन। सब्युं आदेस छौ कि चूंकि मि पाक कला मा सिद्धहस्त छौं त खाणा होटल बिटेन नि आण चयेंद।
मीन 'माइ डे' अफुकुण मनाणो सोचि छौ वो अब दूसरों बान 'माइ डे' मनाण मा बदली गे। यू 'माइ डे' सेलिब्रेसन नि रै गे यु त 'डे फॉर अदर्स ' ह्वे ग्यायि
Copyright @ Bhishma Kukreti 4/06/2013
(लेख सर्वथा काल्पनिक है )
सौज सौज मा मजाक मसखरी
हौंस,चबोड़,चखन्यौ सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं
चबोड़्या - चखन्यौर्या: भीष्म कुकरेती (s = आधी अ )
ब्याळि एक जनानि दैनन्दिनी बांचणो मौक़ा मील। एक ख़ास दिन का बारा मा वीं जनानीन इन लिख्युं छौ।
'म्यार दिन' मनाने का विचार लगता तो अच्छा है। परन्तु ? किन्तु ?
आज मीन स्वाच कि साल भर मा जथगा बि दिन जनकि 'फादर डे', 'मदर डे', टीचर डे आदि मनाये जांदन सब दिन मेरि ही फजीत होंद।
वै दिन 'वुमन डे' छौ त सुबेर सुबेर झाडु -पुत्या लगाण वाळ बाइ आइ बोलि ग्यायि बल आज 'वुमन डे' च त मेड सर्वेंट असोसिएसन की तरफ से छुटि च अर हाँ ! वा बाइ 'वुमन डे' का ऐवज मा एक मैना अतिरिक्त बोनस ली ग्यायि। वै दिन झाडु -पुत्या मीनि लगायि।
वै इ दिन 'वुमन डे' कुण फिर भांड मंजाण वाळ बाइ बि छुटिक घोषणा सुणै ग्यायि अर बोनस मा एक मैना पगार ली ग्यायि। वै दिन भांड मीनि मंजैन।
भुजि बिचण वाळ बाइ भुजि त नि लाइ पण इनाम किताब ली ग्यायि। मि तै भुजि खरीदणो बजार अटकण पोड़।
श्याम दें लौडु बुबा बुलण बिसेन आज वुमन डे च कुछ ख़ास भोजन बणण चयेंद अर आफत मेरि ही आयि।
वै दिन फादर डे छौ त पिताजि 'फादर डे' मनाणो अपण धर्मपत्नी समेत म्यार ड्यार ऐ गेन बल ब्वार्युं होंद अपण घौरम 'फादर डे' मनाण मा मजा नि आंद। फिर सरा दिन फादर दे का बान ब्वे बुबा की खिदमत मा लग्युं रौं। श्याम दै द्वी भैजि मय भौज अर बच्चौं लेक ऐ गेन बल जब बुबा जी इख छन तो 'फादर डे' इखि मनाये जावो। अर अदा रात तलक रुस्वड़ मा इ पड्यू रौं।
वै दिन मदर डे छौ त ब्वे अपण पतिदेव का साथ ऐ गे कि ब्वार्युं होंद 'मदर डे' अपुण ड़्यारम मनाणम मजा नि आंद अर श्याम दै भाई -भौज बि मय बच्चों मदर दे मनाणो ऐ गेन। मदर डे कुण अदा रात तक किचन मा झिंक्याणु रौं।
चिल्ड्रेन डे का दिन त अपण बच्चों फरमाइश पूरी करद करद अदा रात ह्वे जांद।
टीचर डे कुण पता नि कखन म्यार अर म्यार पतिक टीचरों तै हमर ड्यारो पता मील जांद धौं, फिर बच्चों दस प्रकारौ टीचर बि छन जन कि नॉर्मल टीचर , कोचिंग क्लास टीचर , प्राइवेट टयूसन टीचर अर स्पोर्ट्स अकैडमी टीचर आदि .अर टीचर डे क दिन बि मी इ पित्याणु रौंद।
वेलेंटाइन डे त आफत ही ह्वे जांद बच्चों फ्रेंडो फ्रेंड बि हमर ही इख वेलेंटाइन डे मनाणो ऐ जांदन। धमा चौकडि वो करदन अर सरा दिन भर किचन मा मि पित्याणु रौंद।
तो मीन स्वाच कि छंछरौ (शनिवारौ) दिन अपण दिन याने 'माइ डे' , 'मी डे' याने 'म्यार दिन' मनाये जावो। मीन परिवार मा घोषणा कार कि छंछरौ कुण मि 'म्यार दिन' मनौल। याने कि उस दिन मै केवल अपने लिए जीउँगी और अपने हिसाब से जीउँगी। आइ शेल लिव ओन माइ ओन ऑन 'माइ डे'.
खबर सब जगा पौंछि गे। सबसे पैल माs फोन आयि," तू 'माइ डे' मनाणी छे त हम सब त्यार 'माई डे' मनाण दिखणो आणा छंवाँ, हम द्वी त सुबेर ही ऐ जौंला, दिन मा बच्चा ऐ जाला अर श्याम दै त्यार द्वी भैजि अर बौ बि ऐ जाला"
फिर यूंक ममाकोट बिटेन फोन आयि बल चूँकि बहू पहली बार 'माइ डे' मना रही है तो हम सब दिन में ही आ जायेंगे। बहू खाना अच्छा पकाती है तो बहू के हाथ का पकाया खाना खायेंगे।
फिर द्यूराण अर जिठाणि फोन आयि कि वो बि म्यार ' माइ डे' मनाण दिखणो सपरिवार आणा छन।
इनि ख़ास ख़ास रिश्तेदारों फोन आयि कि सबि सपरिवार वो लोग म्यार 'माइ डे' मनाण दिखणो आणा छन। सब्युं आदेस छौ कि चूंकि मि पाक कला मा सिद्धहस्त छौं त खाणा होटल बिटेन नि आण चयेंद।
मीन 'माइ डे' अफुकुण मनाणो सोचि छौ वो अब दूसरों बान 'माइ डे' मनाण मा बदली गे। यू 'माइ डे' सेलिब्रेसन नि रै गे यु त 'डे फॉर अदर्स ' ह्वे ग्यायि
Copyright @ Bhishma Kukreti 4/06/2013
(लेख सर्वथा काल्पनिक है )
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आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments