गढ़वाली बाल साहित्य
डंफु कख हर्चि गेन?
(s=-माने आधी अ )
ब्याळि नौनु बुलण मिस्यायि बल पिताजी जी अचकाल मातबरोँ नौनि - नौन्याळ हिमाचली पीली बेरीs छ्वीं लगाणा रौंदन अर बुल्दन बल या बेरी मॉल अर बड़ा फलों दुकान्युंम बिचेणि छन। वैन आखिरैं पूछ," बल जब पीलि बेरी जु अपण पेटल्स कु पुटुक रौंदि वा गढ़वाळ कुमाऊंम नि होंदि?"
मीन जबाब दे," बेरी से कन्फ्यूजन होंद। जु तू अचकाल ह्यूंदम पाये जाण वळी पीलि बेरी ज्वा पत्ता जन पेटल्स पुटुक रौण वळो फल क बात करणी छे तो वो भि गढ़वाळम होंद च। वैकुण डंफु बुल्दन "
नौनन पूछ," डंफु डाळ बड़ा बड़ा होंदन क्या?"
मीन जबाबम बोलि,"नै नै डंफु क डाळि एक घुंड तक उच्चो पौधा होंद , जों बरसातम उगद अर नवेम्बर दिसम्बर बिटेन येक फल पकण बिसे जांदन।जो फरवरी तलक बि पकणा रौंदन पण पीक मैना पन्दरा दिसम्बर बिटेन तीस जनवरी तलक इ मानी ले "
नौनौ सवाल छौ," क्या डंफूं एकि जात होंदि ?"
मीन बथै," यि पौधा द्वी तरां होंदन एक जों ढाई हजार फिट से तौळ कखिम बि खासकर रस्तोंम ह्वे जान्दन अर यूंक दाण (फल ) गोळ अर एक मिलीमीटर तक हि हूंद अर ये तै खांद नि छन या तो यो विषैला होलु या बेसवादि होंद ह्वाल। ये तै हम जंगळी डंफु बोल्दा छा "
नौनाक सवाल छौ," त क्या हैंको डंफु जंगळम नि होंद?"
म्यरो उत्तर छौ,नै नै खाण वळ डंफु बि जंगळम इ होंद पण वर्गीकरण को हिसाबन जों खाए जाण वळ डंफु होंद वै तैं बस डंफु बोले जांद अर जो खाए नि जंद वो व्हाइ जंगळी डंफु ."
"त खाण वळो डंफु बि जंगळी डंफु दगड़ होंद ?" नौनौs प्रश्न छौ
मीन बथाइ," ना! खाण वळो डंफु ढाई हजार फीट से अळगौ उच्चि जगोंम डांडोंम हि होंद। मीन अनुभव कार बल तैलि जगाम उळिण्ड ( घास) अर संतराजौ फूल होंदन उख खाण वळो डंफुक पैदावार जादा होंदी।"
नौनोन उत्सुक ह्वेक पूछ," खाण वळो डंफुक दाण कना अर कथगा बड़ा होंदन।"
मीन उत्तरमा ब्वाल," खाण वळो डंफुक दाण जब हौर हूंद त खाणम कड़ो अर कसैला होंद। पक्युं डंफुक दाण पेटल्स कु पुटुक रौंद। जब जब हौरु रंगौ पेटल्स सुफेद या थ्वडा थ्वडा पीलो हवे जावो त समजी ल्यावो डंफु पकि गे। पक्युं डंफु पीलो होंद अर सिलिंडर आकार को या गोळ होंद गोलाईम द्वी मिलीमीटर व्यास आर लंबै माँ द्वी से चार मिलीमीटर तलक ह्वे सकदो।"
"डंफुक दाण आर भितर कनो हूंद?" नौनौ सवाल छौ
" डंफुक भितर टमाटर जन रसदार गूदो अर टमाटर जन इ छ्वटा छ्वटा बीज होंदन . गोदा रंग थ्वडा बहुत पीलु ही होंद " मीन खुलासा कार
नौनौs हैंको सवाल छौ," स्वाद कन होंद ?"
' सवादम खटो अर मिठो होंद। मिठो ह्वावो तो बि सवादम खटास होंद अर खटास बि स्वादि अर मजेदार होंद ." मीन विवरण दे
नौनान पूछ," जब हिमाचल प्रदेश बिटेन डंफु बिकणs कुण मुंबई ऐ सकदन त कुमाऊं अर गढ़वाळ से किलै नि ऐ सकदन?"
मीन बोलि," चूंकि बौण्या फलों कट्ठाकरण अर वितरण (कलेक्सन/ एकत्रीकरण और मार्केटिंग) तबि ह्वे सकद जब कुमाऊं अर गढ़वाळम व्यापारिक खेती प्रचलन ह्वावो। हिमाचलम व्यापारिक खेतिक प्रचलन च त उख डंफुक कट्ठाकरण अर वितरण बि होंद।कुमाऊं अर गढ़वाळम व्यापारिक खेती प्रचलन नी च त कट्ठाकरण अर वितरण बि नी च "
नौनौ सवाल छौ," कुमाऊं अर गढ़वाळम व्यापारिक खेती प्रचलन किलै नी च?"
"कुज्याण", म्यार जबाब छौ
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Copyright@ Bhishma Kukreti 1/02/2013
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