प्रभाती लोकनृत्य गीत की स्वरलिपि
प म
इंटरनेट प्रस्तुति - भीष्म कुकरेती
Music Notation of Garhwali Folk Dance-Song Prabhati
Characteristics of Garhwali Folk Dramas, Folk Theater/Rituals and Traditional Plays part -195
Classical Rag Ragini, Tal, Bol, Music Beats, Music Notations or Music Scripts in Garhwali Folk Songs and Folk Music part -25
गढ़वाली लोक नृत्यगीत- संगीत (गढ़वाली लोक नाटकों ) में शास्त्रीयसंगीत स्वर लिपि, ताल, राग रागिनी-25
Presented by Bhishma Kukreti (Folk Literature Research Scholar)
स्थाई चरण - रबी भानूं कांठों चड़ी ऐ गैना , देवी सीता जी५
सहायक चरण - ब्यूजी गैना पंचनाम देवा ये देवी सीता जी
सस्ना बन्द चकवे की दुरो मंद तारा सीता जी
गौं की गुलबंद खुची , पंथी पंथूं को चली सीता जी
पूरब उज्याळी पंछी बोल्दीं देवी सीता जी
गंगा जाल भरि ला दे गागरी देवी सीता जी
राम जी को नयेण की ये बेला देवी सीता जी
राम जी को लादे धोती पीताम्बरी देवी सीता जी
चैत महीने में औजियों द्वारा ढोल -दमाऊ के साथ गाये जाने वाले नृत्यात्मक गीतों को 'चैती' कहा जाता है। सुबह के समय गाये जाने वाले नृत्यात्मक गीत को 'प्रभाती ' व संध्या गीत को 'श्याम कल्याणी ' कहा जाता है।
प्रभाती चैती नृत्य गीत पूर्वार्ध सप्तकी लोक गीतों की श्रेणी में आता है। इस नृत्य गीत में सभी चरण स्थायी चरण की सहायक चरण की धुन में गाये जाते हैं। इस रचना में 8 वीं और 22 वीं मात्राओं में ताल हैं तथा 15 वीं व 29 वीं मात्राओं में खाली हैं। यह गीत 39 मात्राओं की विशिष्ठ ताल मे निबद्ध है।
स्थायी चरण
रे मं - पं - धं प । प ध म रेम रेम प पध
र बी s भा s नूं s । कां ठों s चs ss ड़ी ss
म - - सा - रे - । ध# - सा - रे म -
ऐ s s गै s ना s । दे s वी s सी s s
प - ध प म - - - - - - । रे म -
ता s s s जी s s s s s s । र बी s
*उपरोक्त लिपि में प के नीचे म और म के नीचे पध हैं।
ढोल सागर के आधार पर गीत में प्रयुक्त ताल की तालिका
1 2 3 4 5 6 7 । 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 । 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 ।
झे नन तु झे नन्@ ता s । झे गा तु झे नन@ ता s त ग ता झे गु ता - । झे गा झे न्ह न् ता - ता s क् झे गा तु झे गा s ता s ।
s =आधी अ
@ - नीचे अर्धचन्द्राकार चिन्ह
# चिन्ह नीचे बिंदी का है जैसे फ़ारसी शब्दोँ में लगता हैं
मूल संगीत लिपि -केशव अनुरागी , नाद नंदनी (अप्रकाशित )
संदर्भ - डा शिवा नंद नौटियाल , गढ़वाल के लोकनृत्य गीत इंटरनेट प्रस्तुति - भीष्म कुकरेती
Copyright@ Bhishma Kukreti 10/8/2014 for interpretation notes
Contact ID -bckukreti@gmail.com
Characteristics of Garhwali Folk Drama, Community Dramas; Folk Theater/Rituals and Traditional to be continued in next chapter
1-Dr Shiva Nand Nautiyal, Garhwal ke Loknritya Geet
2- Keshav Anuragi, Nad Nandani (Unpublished)
3- Dayashankar Bhatt, Divya Sangit (Unpublished)
4- Glossary of Indian Classic Music
Music Notation or Swar Lipi of Garhwali Folk Dance-Song Prabhati; Music Notation or Swar Lipi of Garhwali Folk Dance-Song Prabhati from Haridwar Garhwal; Music Notation or Swar Lipi of Garhwali Folk Dance-Song Prabhati from Dehradun Garhwal; Music Notation or Swar Lipi of Garhwali Folk Dance-Song Prabhati from Uttarkashi Garhwal; Music Notation or Swar Lipi of Garhwali Folk Dance-Song Prabhati from Tehri Garhwal; Music Notation or Swar Lipi of Garhwali Folk Dance-Song Prabhati from Rudraprayag Garhwal; Music Notation or Swar Lipi of Garhwali Folk Dance-Song Prabhati from Chamoli Garhwal; Music Notation or Swar Lipi of Garhwali Folk Dance-Song Prabhati from Pauri Garhwal;
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