Garhwali Satirical Dictionary part 18
पंडित /मौलवी - सोरग दिलाणो अधिकृत दलाल
बलि वेदी - जखम बामणो कुण सिरणी अर बकै शिकार अलग करे जांद
महत्वाकांक्षी - ज़िंदा मा जैक पैथर दुसमन पड्यां रौंदन अर मर्यां मा दगड़्या मजाक उड़ान्दन
सरकारी अधिकारी - जु अपण राजनैतिक आकाउं नीतियूं सम्पादन मा तब तलक लग्युं रौंद जब तलक न्यायालय इन नि बुलद कि यीं आज्ञाकारिता कुण भ्रष्टाचार बुल्दन
अनुभव -जु वै रस्ता का बारा डरांद जै बाटु जैक वैन गलती करी
फैशन - इन निरंकुश शासन जै तैं बुद्धिजीवी जोरों से गाळी बि दींदन अर आज्ञा पालन बि करदन
गढ़वाल से पलायन - जै तैं कवि गाळी दींदन पर रिटाइयर हूणो बाद बि गढ़वाल बसण नि चांदन
निर्देशिका अंगुळी - दुसरक गलती बताणै अंगुळी
छबलाट कु उदाहरण - अजकाल (2014 ) मा भाजपायुं आचरण
मुर्गी -मुर्गा - पुरण जमन मा जौंक पंखर लिखणो काम आंद छौ। अचकाल दारु दगड़ चखणा मा काम आंदन
जिमनास्ट - जु अपण दिमाग मांशपेशियों पुटुक पर धरुद
शौलु (साही )- जानवरूं का सुरै या कैक्टस
इतिहासकार - क्रमगत ढंग कु गपोड़ी
आय - आदर नापणो इकाई
अप्रसिद्धि - दुसरो बारा मा सच बुलण
बैंक मा जमा धन -बैंको तैं दियुं दान अर पुण्य मा एई जमानु मा व्याज बि मिल्द
बातचीत - एक दूसरक गलती बताणो रस्ता
बेईमानी - ब्यापार माँ सफलता वास्ता एक मुख्य पुर्जा
कर्तव्य - जु दुसरुं से ही अपेक्षित हूंद
उपन्यास - क्रेनुं से उच्च करीं एक छुट्टी कथा
गंगा - पवित्र नदी जैंक पवित्रता पछ्यण्यौ बान या पवित्रता की सामर्थ्य /तागत अजमाणौ बान हम रोज हर पल प्रदूषित करणा रौंदा
पर्यावरण - बीसवीं सदीको फैशन
आर्थिक सुधार या रिफॉर्म - आज तक ऊंक समझ मा नि आई जु इकॉनोमिक रिफॉर्म का धुर विरोधी छन अर ऊंक बिंगण मा बि नि आयि जु रिफॉर्म का धड्वै छन
फिस्कल डेफिसिट - सुरसा कु मुख जु कबि नि भर्याँद
इंडियन कम्युनिस्ट - खंद्वार
व्यंग्य शब्दकोश जारी रहेगा ……।
No comments:
Post a Comment
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments