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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Thursday, August 21, 2014

मुझसे मनमोहन सिंग जीका रोना धोना देखा नही जाता !

घपरोळया , हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती      
                     
(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )

ब्याळि (18 /8 /2014 ) कुण मै लग कि मि भूतपूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंग जी तैं मिलणो दिल्ली जयूँ छौं।
 मनमोहन जीक बंगलों समिण ग्यों त सरा सड़क मा हील इ हील छौ।   याने सिंग साबक  गेट से सड़क मा पाणी बगणु छौ। 
मीन चौकीदार से पूछ बल क्या भाजपा सरकारन मनमोहन जीक प्लंबिंगौ काम बंद कर दे जु मकान से पाणि  लीक ह्वेक भैर आणु च।  
चौकीदारन बतै बल पाणि लीक नि होणु च अपितु मनमोहन जी रुणा छन तो अंसदरी इख तलक पौंछि गेन । 
मीन भितर जैक मनमोहन जीक मुख प्वांछ अर पूछ - मनमोहन जी ! क्या अंटोनी जीन 2014 चुनावुं मा हार कु ठीकरा तुमर मुंड मा फोड़ि दे क्या ?
मनमोहन सिंह - इखमा रुणै बात क्या च ? कॉंग्रेस का संस्कार इ इन ह्वे गे कि भैंसक गुस्सा मकड़ा पर गाडे  जांद। 
मि -हाँ सही च।   अच्काल तो कहावत च बल - खावन प्यावन ए. राजाका  , पवन बंसलका   अर मार खावन मनमोहनका  ! तो फिर क्या सोनिया गांधीका चमचोंन खुलेआम , सार्वजनिक थौळ मा आपकी बेज्जती कर दे क्या ?
मनमोहन सिंह -सोनिया जीक चमचों द्वारा सार्वजानिक थौळ मा मेरी बेज्जती से अब दुःख नि हुन्द।  कॉंग्रेस मा त सोनिया जीक कुत्ता बि शेर हूंद की संस्कृति च तो चमचा गाळी बि दयावन तो मि तै बुरु नि लगद। 
मि -हाँ या बात त सोळा अन सै च कि सोनिया जीक क्या कॉंग्रेस मा त रॉबर्ट बाड्रा का बिरळ बि शेर छन।  
मी -तो क्या राहुल गांधीन तुमर क्वी बणइ  रिपोर्ट प्रेस कॉन्फ्रेंस मा फाड़ि दे ?
मनमोहन सिंह -मर्युं तैं त बादशा का  किदलु बि घचका मारिक चल जांद तो कॉंग्रेस मा राहुल गांधी मेरी कथगा बि बेज्जती कारल तो मि गुस्सा ह्वे सकुद क्या ?
मि -हाँ ! तो क्या दिग्विजय सिंह की आत्मकथा प्रकाशित ह्वे  गे बल जखमा बिन लादीन जीक प्रशंसा च अर तुम्हारी आलोचना ?
मनमोहन सिंह -ना भै ! संजय बारु अर नटवर सिंह की आत्मकथाओं से अधिक बेज्जती अब क्या होली ?
मि -त हे योगिराज ! किलै इथगा रुणा छंवां ?
मनमोहन सिंह -नरेंद्र मोदीन परसि लाल किला बिटेन ब्वाल कि योजना आयोग अब अर्थहीन ह्वे गे , वैश्विक आर्थिक स्थिति मा खंद्वार जन योजना आयोग कु क्वी औचित्य नी च। मोदीक बुलण च बल योजना आयोग तैं आर्किओलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया तैं सौंप दे दीण चयेंद। 
मि -सही तो ब्वाल।  योजना आयोग अब केवल राज्य सरकारों तैं कील ज्यूड़ मा बंधणो एक सरकारी हथ्यार रै गे। योजना आयोग मा विकास योजना का बारा मा ना बल्कि यि सोचे जांद कि मुलायम सिंग , जयललिता , ममता या नवीन पटनायक तै कनकै कुंटसि (पैर पर बाँधणै   रस्सी ) लगाये जाव कि वो केंद्रीय सरकार की सहायता कारन। 
मनमोहन सिंह -हाँ आप बिलकुल सत प्रतिसत सै बुलणा छंवां। 
मि -तो क्या सोनिया गांधीन आप तैं आदेश दे कि योजना आयोग बर्खास्त करणो वास्ता नरेंद्र मोदीक आलोचना कारो ?
मनमोहन सिंह -ओहो सोनिया जी कुछ बि ब्वालन वै तैं करण मा हम बेशर्मों तैं क्वी शरम नि लगद।  जब नारायण दत्त तिवाड़ी लखनऊ एयर पोर्ट पर संजय गांधी का चप्पल उठै सकदन तो मि सोनिया जीक बुलण पर नरेंद्र मोदीक काट नि कौर सकुद क्या ?
मि -तो फिर इखमा रुणै बात क्या च।  कारो नरेंद्र मोदी की आलोचना।  घोसित कारो कि नरेंद्र मोदी हिटलर च अर ओ योजना आयोग तैं बर्खास्त करणु च। 
मनमोहन सिंह -ह्यां पर इतिहास मा म्यार नाम हूण छौ कि इंडिया का बेस्ट प्राइम मिनिस्टर मनमोहन सिंगन योजना आयोग तैं बर्खास्त कार अर न्यू स्टाइल का योजना आयोग रचित कार। 
मि -क्या मनमोहन जी ! जब नरेंद्र मोदी प्लानिंग कमिसन तैं खतम करणा छन तो आपका नाम कनै आल ? आप भि लाल कृष्ण आडवाणी अर डा मुरली मनोहर जोशी ह्वे गेवां अर अबि बि सुपनेणा छंवां। 
मनमोहन सिंह -सोनिया जीकी कसम !
मि -हैं ?
मनमोहन सिंह - राहुल गांधी कि सौं !
मि -क्या बुलणा छंवां ?
मनमोहन सिंह -प्रियंका गांधी की सौगंध !
मि -ह्यां यी क्या ?
मनमोहन सिंह -अरे भै ! राबर्ट बाड्रा की शपथ खैक  बुलणु कि इतिहास मा म्यार ही नाम हूण छौ कि खंडहर समान योजना आयोग को प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने समाप्त किया !
मि -म्यार  बिंगण मा नि आणु च कि आप क्या बुलणा छंवां ?
मनमोहन सिंह -सन 2009 मा मीन योजना आयोग तैं पुनर्निर्मित करणों आदेश दे छौ।  2010 मा मीन योजना आयोग की जगा नया आयोग गठित करणो ब्लू प्रिंट तयार करवैक सोनिया जीक सेवा माँ प्रेसित कौर छौ। बामपंथी अर अन्य राइट विंग पार्टी बि म्यार दगड़ छया कि ये योजना आयोग कु खंद्वार तैं उजाड़ो अर समय का अनुसार चलण वाल नयो संस्था बणाओ। 
मि -अरे वाह ! आपन सन 2010 मा योजना आयोग खतम करणो ब्लू प्रिंट सोनिया गांधी तैं दे छौ ? 
मनमोहन सिंह -हाँ ! नया योजना आयोग मा केंद्र , राज्य अर प्राइवेट प्लेयरुं भागीदारी निश्चित करे गे छे।  
मि -सबसे अधिक खुस तो सोनिया गांधी अर राहुल गांधी ह्वे होला कि मनमोहन जी एक क्रांतिकारी कदम उठाणा छन। 
मनमोहन सिंह - वी त काण्ड लगिन ! बिजोग पोड़ ! आग लग ! 
मि -क्या ?
मनमोहन सिंह -सोनिया जी , राहुल जी अर कॉंग्रेसी मै पर भड़क गेन , सबुन आँख दिखैन। 
मि -हैं कॉंग्रेसी नराज ह्वेन ? किलै ?
मनमोहन सिंह -बल योजना आयोग तो नेहरू की असली याद च।  आयोग की इमारत खंडहर ह्वे बि गे तो बि नेहरूवादी मॉडल तैं ध्वस्त नि करे सक्यांद। 
मि -पर रुणा किलै छंवां ?
मनमोहन सिंह -सोच मेरी छे कि योजना आयोग खतम करे जावो किन्तु इतिहास तो यो इ ब्वालल कि नरेंद्र मोदीन योजना आयोग खतम कार। 
मि -द्याखो मनमोहन जी इतिहास सुचण वाळु बारा मा नि बुल्दु बल्कण मा कृत कार्य का बारा मा इतिहास बुलद। 
मनमोहन सिंह -तो यांक मतबल च कि इतिहास मेरी जगा नरेंद्र मोदी तैं तबज्जो द्याल ?
मि -अवश्य !
मनमोहन सिंह - तो मि तैं क्या करण चयेंद कि इतिहास ब्वालो कि योजना आयोग तैं खतम करणो योजना तो मेरी छे ?
मि - आप आत्मकथा ल्याखो। 
मनमोहन सिंह - ठीक च।  मि आत्मकथा लिखण से पैल राहुल जी से आज्ञा ले लींदु। हेलो ! राहुल बाबा ! मेरी इच्छा च कि मि आत्म कथा लेखुं।  क्या ? हाँ जी ! यस सर ! डेफिनिटली सर ! अवश्य जी ! 
मि - राहुल गांधीन क्या ब्वाल ?
मनमोहन सिंह - राहुल जी बुलणा छन कि सोनिया जी से पैल क्वी बि कॉंग्रेसी आत्मकथा नि लेख सकुद। 


Copyright@  Bhishma Kukreti  19 /0/8/ 2014       
*लेख में  घटनाएँ , स्थान व नाम काल्पनिक हैं । 
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