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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Wednesday, October 2, 2013

गांधी जयंती च त विरोधी नेताs घौरन शराब मंगै दे !

 चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती 


मन्त्रीs घरवळि - सुणो ! भौत दिन ह्वे गेन दगड़म फिलम नि देखि ! 
मन्त्री  -त्वै तैं इन बात याद तबि आंदन जैदिन म्येखुण  एक घड़ी फुरसत नि रौंद।  पता च क्या च आज ?
घरवळि - क्या च ? मि तै क्या पता ? मि त वीमेन वेल्फियर  कामुं मा जि व्यस्त रौंद !
मन्त्री -आज गांधी जयन्ती च !
घरवळि (दांतुं तौळ जीब ) -  मेरि ब्वे मीन त आज सुंगरो शिकार मंगाईं च।
मन्त्री  -त क्या ह्वाइ ? आज म्यार बुबा क श्राद्ध थुका च जु ये घौरम शिकार नि बौणलि।  
घरवळि - वौ आज त तुमकुण खाणै त राइ दूर बीड़ी पीणै फुरसत बि नि होलि ? 
मन्त्री -खैर बीड़ी त मि कार मा इ पे लेलु।
घरवळि - अच्छा वो राजघाट पर कथगा बजि प्रोग्राम च ?
मन्त्री  -साढ़े आठ बजि अर मीन ठीक इख बिटेन आट बजे पैटण। 
घरवळि - त पौणे आट बजे मि अपण मौसि जंवै बुलै द्युं ? वु फिर एक बलात्कार प्रयास मा फंसण वाळ च। 
मन्त्री -अरे वैकुण  बोल अब जनान्युं हंटिंग  बंद कौर कुछ हौर चीजुं अयेड़ी ख्यालो !
घरवळि - अब रजवाड़ा खानदान कु च त अयेड़ी खिल्यां बगैर रै बि त नि सकुद ना !
मन्त्री  -वै तैं श्याम दै डिन्नर पर बुलै दे। डिन्नर टेबल मा सब बात ह्वे जालि। 
घरवळि - त तुम अबि बिटेन अचकन -टुपला पैरिक तैयार ह्वे गेवां ?
मन्त्री -अरे कंस्टिट्वेंसी से म्यार घोर समर्थक  आणा छन।  
घरवळि - कु कु ?
मन्त्री  -एक त वु आणु च जैन म्यार बुलण पर विरोधी क टांग तोड़ी छे अर हैंक जैन अग्यो लगै  छौ। 
घरवळि - अछा ! गाँधी समाधि बाद क्या प्रोग्राम च ?
मन्त्री -वैक बाद एक अन्तराष्ट्रीय संस्था क प्रोग्राम च उख 'आज भी सत्य का औचित्य है 'पर भाषण च
घरवळि - ये सत्य पर याद आयि ब्याळि  सीबीआई कोर्ट मा तुमर पेशी छे।  उख क्या ह्वाइ ?
मन्त्री  -मीन इन झूठ ब्वाल कि सीबीआई क्या स्कॉटलैंड वाळ बि हमर सर्वोच नेता पर हाथ नि लगै सकदन। 
घरवळि - फिर वीं मीटिंगों बाद क्या प्रोग्राम च ?
मन्त्री -वीं मीटिंगों बाद मीन ' गांधी जी के लेखों में लुप्त होते जंगली जानवर और पक्षियों का सन्दर्भ ' पर भाषण दीणों जाण।
घरवळि - ये पक्षियों पर याद आई।  मौसी जंवै बान तीतर , बटेर अर मोर कु मटन मंगाण पोड़ल ! अर वु पुरण सप्लायर त अचकाल नेता ह्वे ग्यायि। 
मन्त्री  -वो सेक्रेटरी बिटेन  हैंक नयो  सप्लायरो  फोन नम्बर ले ले। 
घरवळि - फिर वांक बाद घौर ऐ जैल्या कि ?
मन्त्री -नै नै आज गांधी जयंती च त पैल एक जगा 'शराब की लत में डूबा भारत ' पर भाषण दीणों जाण अर अंत मा रात सात बजे  तलक 'धुम्रपान ख़त्म कैसे हो ' पर भौत ही बड़ी प्रदर्शनी च त मीन ही वांक उद्घाटन करण।
घरवळि - भौत बड़ी प्रदर्शनी ? क्या यीं प्रदर्शनी क स्पोंसर सरकार च ?
मन्त्री  -ना ना ! 'धुम्रपान ख़त्म कैसे हो' प्रदर्शनी क प्रायोजक दुनिया की सबसे जादा बिकण वाळ  सिगरेट  ब्रैंड च 
घरवळि - ये मि त बिसरि  ग्यों . मौसी जंवै त एक ख़ास शराब पींदन अर आज त वाइन शौप बंद रौंदन। 
मन्त्री -अरे पड़ोस मा म्यार घोर विरोधी नेता छन।  वूंक इखन वा ख़ास शराबै तीन बोतल मंगै दे। 
घरवळि - हाँ बिचारा भला आदिम छन।  बार बगत पर हमर काम ऐ जांदन। 
(इस लेख को वास्तविक बनाने की  कोशिस में यदि सच्ची घटना का जिक्र हो गया हो तो मुझे कतई माफ़ नही करना )
Copyright@ Bhishma Kukreti  2/10/2013 



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