चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
मन्त्रीs घरवळि - सुणो ! भौत दिन ह्वे गेन दगड़म फिलम नि देखि !
मन्त्रीs घरवळि - सुणो ! भौत दिन ह्वे गेन दगड़म फिलम नि देखि !
मन्त्री -त्वै तैं इन बात याद तबि आंदन जैदिन म्येखुण एक घड़ी फुरसत नि रौंद। पता च क्या च आज ?
घरवळि - क्या च ? मि तै क्या पता ? मि त वीमेन वेल्फियर कामुं मा जि व्यस्त रौंद !
मन्त्री -आज गांधी जयन्ती च !
घरवळि (दांतुं तौळ जीब ) - मेरि ब्वे मीन त आज सुंगरो शिकार मंगाईं च।
घरवळि - अच्छा वो राजघाट पर कथगा बजि प्रोग्राम च ?
घरवळि (दांतुं तौळ जीब ) - मेरि ब्वे मीन त आज सुंगरो शिकार मंगाईं च।
मन्त्री -त क्या ह्वाइ ? आज म्यार बुबा क श्राद्ध थुका च जु ये घौरम शिकार नि बौणलि।
घरवळि - वौ आज त तुमकुण खाणै त राइ दूर बीड़ी पीणै फुरसत बि नि होलि ?
मन्त्री -खैर बीड़ी त मि कार मा इ पे लेलु।घरवळि - अच्छा वो राजघाट पर कथगा बजि प्रोग्राम च ?
मन्त्री -साढ़े आठ बजि अर मीन ठीक इख बिटेन आट बजे पैटण।
घरवळि - त पौणे आट बजे मि अपण मौसि जंवै बुलै द्युं ? वु फिर एक बलात्कार प्रयास मा फंसण वाळ च।
मन्त्री -अरे वैकुण बोल अब जनान्युं हंटिंग बंद कौर कुछ हौर चीजुं अयेड़ी ख्यालो !
घरवळि - अब रजवाड़ा खानदान कु च त अयेड़ी खिल्यां बगैर रै बि त नि सकुद ना !
घरवळि - कु कु ?
घरवळि - अब रजवाड़ा खानदान कु च त अयेड़ी खिल्यां बगैर रै बि त नि सकुद ना !
मन्त्री -वै तैं श्याम दै डिन्नर पर बुलै दे। डिन्नर टेबल मा सब बात ह्वे जालि।
घरवळि - त तुम अबि बिटेन अचकन -टुपला पैरिक तैयार ह्वे गेवां ?
मन्त्री -अरे कंस्टिट्वेंसी से म्यार घोर समर्थक आणा छन। घरवळि - कु कु ?
मन्त्री -एक त वु आणु च जैन म्यार बुलण पर विरोधी क टांग तोड़ी छे अर हैंक जैन अग्यो लगै छौ।
घरवळि - अछा ! गाँधी समाधि बाद क्या प्रोग्राम च ?
मन्त्री -वैक बाद एक अन्तराष्ट्रीय संस्था क प्रोग्राम च उख 'आज भी सत्य का औचित्य है 'पर भाषण च
घरवळि - ये सत्य पर याद आयि ब्याळि सीबीआई कोर्ट मा तुमर पेशी छे। उख क्या ह्वाइ ?
घरवळि - ये पक्षियों पर याद आई। मौसी जंवै बान तीतर , बटेर अर मोर कु मटन मंगाण पोड़ल ! अर वु पुरण सप्लायर त अचकाल नेता ह्वे ग्यायि।
घरवळि - ये सत्य पर याद आयि ब्याळि सीबीआई कोर्ट मा तुमर पेशी छे। उख क्या ह्वाइ ?
मन्त्री -मीन इन झूठ ब्वाल कि सीबीआई क्या स्कॉटलैंड वाळ बि हमर सर्वोच नेता पर हाथ नि लगै सकदन।
घरवळि - फिर वीं मीटिंगों बाद क्या प्रोग्राम च ?
मन्त्री -वीं मीटिंगों बाद मीन ' गांधी जी के लेखों में लुप्त होते जंगली जानवर और पक्षियों का सन्दर्भ ' पर भाषण दीणों जाण।घरवळि - ये पक्षियों पर याद आई। मौसी जंवै बान तीतर , बटेर अर मोर कु मटन मंगाण पोड़ल ! अर वु पुरण सप्लायर त अचकाल नेता ह्वे ग्यायि।
मन्त्री -वो सेक्रेटरी बिटेन हैंक नयो सप्लायरो फोन नम्बर ले ले।
घरवळि - फिर वांक बाद घौर ऐ जैल्या कि ?
मन्त्री -नै नै आज गांधी जयंती च त पैल एक जगा 'शराब की लत में डूबा भारत ' पर भाषण दीणों जाण अर अंत मा रात सात बजे तलक 'धुम्रपान ख़त्म कैसे हो ' पर भौत ही बड़ी प्रदर्शनी च त मीन ही वांक उद्घाटन करण।
घरवळि - भौत बड़ी प्रदर्शनी ? क्या यीं प्रदर्शनी क स्पोंसर सरकार च ?
घरवळि - हाँ बिचारा भला आदिम छन। बार बगत पर हमर काम ऐ जांदन। घरवळि - भौत बड़ी प्रदर्शनी ? क्या यीं प्रदर्शनी क स्पोंसर सरकार च ?
मन्त्री -ना ना ! 'धुम्रपान ख़त्म कैसे हो' प्रदर्शनी क प्रायोजक दुनिया की सबसे जादा बिकण वाळ सिगरेट ब्रैंड च
घरवळि - ये मि त बिसरि ग्यों . मौसी जंवै त एक ख़ास शराब पींदन अर आज त वाइन शौप बंद रौंदन।
मन्त्री -अरे पड़ोस मा म्यार घोर विरोधी नेता छन। वूंक इखन वा ख़ास शराबै तीन बोतल मंगै दे।
(इस लेख को वास्तविक बनाने की कोशिस में यदि सच्ची घटना का जिक्र हो गया हो तो मुझे कतई माफ़ नही करना )
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