गढ़वाली हास्य व्यंग्य
हौंस इ हौंस मा, चबोड़ इ चबोड़ मा
किकबैकs मजा
चबोड़्या-चखन्यौर्या: भीष्म कुकरेती
(s =आधी अ )
मेरि घरवळिन झस्कैक बोलि," तुम से बढ़िया त वो इ ठीक छौ।"
मीन पूछ," कु ?"
म्यार भतिजन जबाब दे," जु बोडि तैं तुम से पैल दिखणो ऐ छौ।"
"अरे पण को च ऊ?" मीन पूछ
वींन बथाइ," ऊ जंगळु ठेकौं दलाल छौ। वो खटीमाम च ।"
मीन पूछ," अरे त कैन रोकि विक दगड़ ब्वौ करण से?"
म्यार भतिजो बुलण छौ,' बोडी पढ़ीं लिखीं छे अर वू जंगळु दलाल पांच पास बि नि छौ।"
मीन पूछ," ह्यां पण ! सुबर सुबर ये जंगळु दलालs बात कखन आइ?"
म्यार नौनौन जबाब दे," आज सुबर बिटेन ममी हेलिकोप्टर चौपर की खबर इ बंचणि च।"
मीन पूछ," तो ?"
भतिजोन तून देकि ब्वाल," त क्या तुम अर बुबा जी बि दलाल हूंदा त .."
मीन बि तनकेक ब्वाल," त ? जु हम द्वी भै मैनेजर छोड़िक दलाल ह्वे जांदा तो क्या ह्वे जांदो ?"
नौनन बोलि," आप द्वि भै सनै सनै कौरिक दल्ला गिरि छोड़ि दींदा।"
मीन पूछ," त फिर हम द्वी भै क्या करदा?"
घरवळिs बुलण छौ," फिर तुम द्वी भै आर्म डीलर ह्वे जांदा।"
मीन बोलि," आर्म डीलर या दल्ला गिरिम क्या फर्क च?"
नौनौन समझाइ," दल्ला हिंदी शब्द च अर आर्म डीलर अंग्रेजीक शब्द च। दलाल गिरि निकृष्ट काज च अर आर्म डीलरशिप बडो रिस्पेक्टेड जॉब च।"
भतिजोs बुलण छौ," इंग्लिश टाइटल हैज मोर रिस्पेक्ट दैन हिंदी टाइटल। फॉर इक्जान्पल डैड वर्ड हैज मोर रिस्पेक्ट दैन बुबा जी वर्ड ।"
घरवळिन बात अग्वाड़ी बढ़ाइ,' तुमारो सम्पर्क भैर देशों हथियार निर्माताओं से हूंद अर फिर तुम दिल्लीम अधिकार्युं अर नेताओं सम्पर्क मा ऐ जांदा।"
नौनन ब्वाल," फिर तुम इन्डियन आर्मी कुण बनि बनि हथियार सप्लाई करणों बान अधिकार्युं अर नेताओं अर उंका रिस्तेदारों मौज मस्ती इंतजाम इख अर विदेशोंमा करदा।"
भतिजन ब्वाल," तुम नेताओं अर सरकारी अधिकार्युं तै पटान्दा अर इन्डियन आर्मी तैं विदेशी हथियार बिकवांदा।"
घरवळिन पुळेक ब्वाल,' तुम एक अकाउंट स्विटजरलैंडक बैंक मा खुलदा। विदेशी हथियार निर्माता किकबैक कु पैसा तुमर जेनेवा को बैंक अकाउंटम जमा करि दींदा।"
नौनन बिंगाई," फिर तुम वै पैसा तै मौरिसिसम एक क्या दस दस नकली ब्यापारिक संस्थानु बैंक अकौन्टोम ट्रांसफर करान्दा।"
भतिजोन समझाई," फिर मौरिसिस से फौरेन इन्वेस्टमेंट को नाम पर तुम अपण पैसा इख इण्डियाम ट्रांसफर करवांदा। फिर वै पैसा तै तुम नेताओं अर सरकारी अधिकार्युंम बांटदा।"
घरवळिन पुळेकइ ब्वाल," फिर वै अरबों रुपया से हम सौब परिवार वाळ मजा करदा।रुप्यों गड्डी मा सींदा, पाणि बरोबर पैसा बगांदा, मौज मस्ती, खांदा पींदा अर घुमड़ा अहा "
नौनन उत्साहम ब्वाल," हमम अलग अलग शहरोंम कथगा इ मकान होंदा अर कथगा इ गाड़ी हूंदा।"
भतिजोन अति उत्साहम ब्वाल,' हमम दुनियाक तमाम सुख-सुविधा हूंदा अर हम मजा करदा।"
मीन पूछ," अर जब टाइम्स या इक्स्प्रेश अखबार पोल खुलदा त क्या होंदु?"
घरवळिन बोलि,' सरकार इनक्वारी कमिसन बिठांदी।"
नौनन ब्वाल," पैल त इनक्वारी से कुछ नि होंद ..."
भतिजन ब्वाल," अर खुदानाखास्ता इनक्वारी पूरी ह्वे जांदी त तुम जीवन भर जेल माँ हूंदा।"
मीन जोर से ब्वाल," अरे पर जिन्दगी भर जेल जाण क्वी बढिया काम च ?"
घरवळिन बोलि,' ह्यां पण जेल त तुम द्वी भाइ जांदा ना ? हम परिवार वाळ अर हमारि सात पुस्त त मजा ही मजा करदा ना?"
मीन ब्वाल," वाह ! हम त जिन्दगी भर जेलम हूंदा अर तुम परिवार वळा सात पुस्तों तलक मजा करदा हैं?
नौनु अर भतीजो जबाब छौ," हां ! जू बि भ्रष्टाचारी बुरु काम करदो वो तो जेल ही जांद अर वैको परिवार वळा इ त मजा करदन।"
मीन ब्वाल," इन पैसा से भलो त रूखी सूखी रुटी ही ठीक च।"
घरवळिन बोलि,' तबि त मीन ब्वाल बल तुम से त भलो लकड़ी दलाल इ ठीक छौ जु तुम से पेल मि तै दिखणो ऐ छौ।"
Copyright@ Bhishma Kukreti 17/2/2013
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