गढ़वाली हास्य व्यंग्य
हौंसि हौंस मा, चबोड़ इ चबोड़ मा
नंदु कौंक छांच खाल कि ना ?
चबोड्या: भीष्म कुकरेती
(s=-माने आधी अ )
सरा उत्तराखंडम बबाल मचि गे, सामाजिक, राजनैतिक, सास्कृतिक उड्यारों, पुंगड़ों, गदनों, डाडों, डंडऴयोँ, तिबार्युंम, चौकुम जंगळुम भ्युंचळ ऐ गे। सत्ता अर विपक्षी पार्ट्यूं अकळाकंठी लग गे , दुयुं तै औसन्दन पस्यौ (पसीना) आण बंद इ नि हूणु छौ। भूतपूर्व मुख्यमंत्र्युं भूत,भूतपूर्व मुख्यमंत्री, भूत पूर्व विरोधी दलों नेता, भूत पूर्व सास्कृतिक मंत्री, भूत पूर्व सचिव अर वर्तमान मुख्य मंत्री, विरोधी दलों नेता , सांस्कृतिक मंत्री आर सचिव सब्युं निंद हर्चि गे, सब्युं सरैल पर खाइ बाण ह्वे,गे,डौरन कमणा छा।
बात सिरफ इन ह्वाइ कि ग्राम बड़ेथ, ढांगू बिटेन ग्रामीण पत्रकार नंदा दत्त बडथ्वालन एक खबर पोस्ट कार्डम भेजि छे अर वै दिन 'अमर प्रकाशम' क्वी घोटाला, बलात्कारया केजरिवालो ब्यान नि छा त संपादकन टॉप न्यूज बणैक छापि दे बल नंदु कौंन छांच खाण बंद करि दे। अर यां पर एक विरोधी राजनेता फंड धुऴयां जीन जो अपण दलों वर्तमान नेता तै धकेलिक खुद विधान सभाम विरोधी दलों नेता बणन चाणो छौ। वैन बयान दे बल मुख्यमंत्री तै गढ़वाळै संस्कृतिक बाराम पोड़ि इ नी च। राजनेतौ बयान छौ बल जु नंदु कौंक सैकड़ो साल बिटेन नौ मण छांच खांदा छा अर अब नि खाणा छन त समझो कि गढ़वाळै संस्कृति नरक जोग ह्वे गे।फंड धुऴयां जीन बोलि दे बल मुख्य मंत्री दक्षिण अफ्रीका का भारतीयों बाराम त खूब चिंता जताणा छन पण नंदु कौंन छांच नि खाण पर मुख्यमंत्री तैं क्वी फिकर नी च।
या बात एकाध घंटाम सोसल मीडियाम पौंचि गे अर उख मुजीब नैथाणी, देवी सिंह रावत, भारत रावत, सुनील नेगी, चन्द्र शेखर कारगती सरीखा पत्रकारोंन घ्याळ मचै दे बल गढ़वाळै संस्कृति बचाणों बान कुछ करे जावो अर इख पर हजारों प्रवास्युंन नेट पर सैकड़ो सामजिक संस्था खड़ी करी दिने अर मांग कौर कि तुरंत गढ़वाळै संस्कृति बचाणों बान मुख्य मंत्री त्याग पत्र दयावान। सोसल मीडिया क अन्धादुन्द बहस से गढ़वाल का पत्रकार बि सचेत ह्वे गेन अर दुसर दिन सबि अखबारोंम एकि मुख्य खबर छे बल नंदु कौंक छांच नि खाण से गढ़वाळो सामाजिक ढांचा इ खपचै जालो। कुमाऊं वाळुन बि ब्वाल बल कुमाऊंम बि त सैकड़ो साल से नंदु गढ़वाळ जनि छांच खांदो छौ अर अब जब नंदु कौंक छांच नि खालो त कुमाउनी संस्कृति रसातल को चलि जालि। मीडिया नंदुमय ह्वे गे। पहाड़ो से लेकि राजनैतिक गलियारोंम एकि बात छे बल नंदु कौंन छांच खाण बंद किलै कोर ? इख पर मुख्यमंत्री , विधान सभाम विरोधी दलों नेता, सांस्कृतिक मंत्रीन इक दगड़ि (संयुक्त) बयान दे बल नंदु तै मनाये जाणु च बल वो छांच खाण बंद नि कारो। इख तक कि भूतपूर्व मुख्यमंत्र्युं अर भूतपूर्व सांस्कृतिक मंत्र्युं बि ब्यान ऐन बल नंदु कौंका जरूर छांच प्याला। सरकार पर पहाड़ों से जादा दबाब प्रवास्युं छौ कि नंदु तै छांच पीणि चयांद अर प्रवास्युं चिंता छे कि कखि नंदु बि प्रवास्युं तरां छांच छोड़ि दारु पीण गीजि जालों त पहाड़ोम भूचाल ऐ जालो।
कुछ पत्रकारोंन बात उड़ै दे बल नंदुन अपण साक्षात्कारम बोलि बल अब वैन कतै छांच नि खाण।
अब घबरायां मुख्यमंत्री, विरोधी दलों नेता अर सांस्कृतिक मंत्री मध्य एक गुप्त बैठक ह्वे अर निर्णय ह्वे कि नंदु तै छांच खाणों मनाये जावो।
असलम ह्वे क्या छौ जब उत्तराखंड राज्य बौणि छौ त दिल्लि बिटेन एक कागज आइ छौ बल अपणि एक सांस्कृतिक धरोहर क नाम बथाओ जैं धरोहर तैं बचाण जरूरी ह्वावो अर यांको पूरो खर्चा यूनेस्को दयाल। चूंकि सैकड़ो धरोहर खतरा माँ छे अर यो बताण कठण छौ कि को धरोहर महत्वपूर्ण च त जल्दिबाजी ना होशियारी से सांस्कृतिक सचिवन प्रूफ/ सबूतs दगड़ नोट दिल्लि भेजि दे बल चूँकि नंदु कौंक रोज नौ मण छांच खान्दन पण नंदु भौत इ गरीब च अर वैको छांच खाण बि जरूरी च त नंदु वास्ता रोज नौ मण छांच को इंतजाम करे जावो। सबूत मा सचिवन गढ़वाली कहावत ''नौ मण नंदु कौंक खावन अर नंदु कौम छांचि जावन'' को पूरो बिरतांत टिप्पणी दगड़ भेजि दे। दिल्लि वाळुन उत्तराखंड सरकारों कुण हर रोज नंदु बान छांच खाणों बजट पास करि दे। सचिव, उत्तर प्रदेश को प्रवीण सचिव छौ त वैन मुख्यमंत्री , सांस्कृतिक मंत्री अर विरोधी दलों नेता मध्य एक मीटिंग करायी अर नंदु कौंक छांचक बजटs बाराम बथाई।बस तब बिटेन एक अघोषित नियमो तहत हर मैना नंदु क बान छांचौ बजट सांस्कृतिक सचिव, सांस्कृतिक मंत्री, मुख्य मंत्री अर विरोधी दलों नेताs पास पौंछि जांद।
अब जब नंदु क छांच नि खाणौ बात समिण आयि त भूतपूर्व मुख्यमंत्र्युं भूत,भूतपूर्व मुख्यमंत्री, भूत पूर्व विरोधी दलों नेता, भूत पूर्व सास्कृतिक मंत्री, भूत पूर्व सचिव अर वर्तमान मुख्य मंत्री, विरोधी दलों नेता , सांस्कृतिक मंत्री आर सचिव सब्युं निंद हर्चि गे।
पण गढवाल अर कुमाऊं की संस्कृति बचि गे . चौथो दिन मुख्यमंत्री, विधान सभाम विरोधी दलों नेता , सांस्कृतिक मंत्रींन एक पत्रकार सम्मेलन कार उखम नंदु तै बिठाये गे अर नंदुन खुलेआम घोषित कार कि वो अर वैको परिवार रोज नौ मण छांच खालो। अर जब नंदुन घोषित कार बल वो छांच खाणो तैयार च त सबि पहाड़ी खुस ह्वे गेन बल पहाड़ी संस्कृति बचि गे।
Copyright@ Bhishma Kukreti 2/02/2013
(उन त यु लेख काल्पनिक च पण जु सही ह्वावो त वांक जुम्मेवारी मेरि नी च)
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