Hospitals in British Era in Uttarakhand
( ब्रिटिश युग में उत्तराखंड मेडिकल टूरिज्म )
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उत्तराखंड में मेडिकल टूरिज्म विकास विपणन (पर्यटन इतिहास )
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Medical Tourism Development in Uttarakhand (Tourism History ) - 63
(Tourism and Hospitality Marketing Management in Garhwal, Kumaon and Haridwar series--168) उत्तराखंड में पर्यटन व आतिथ्य विपणन प्रबंधन -भाग 168
सदाव्रत व सरकारी चिकित्सालयों को छोड़कर ग्रामीण उत्तराखंड में कर्मकांडी ब्राह्मण ही आयुर्वेद चिकित्सा स्रोत्र थे। ये ब्राह्मण अपने बच्चों को ज्योतिष , कर्मकांड के अतिरिक्त आयुर्वेद शिक्षा भी देते थे। ब्राह्मण का गृह ही चिकित्सा शिक्षण संस्थान भी थे। ये पारम्परिक वैद ही गाँव गाँव जाकर रोग निदान करते थे या लोग इनके पास आकर औषधि ले जाते थे। चलण स्यूं में झाला गाँव इस क्षेत्र में वैदकी के लिए प्रसिद्ध था।
ढांगू उदयपुर में निम्न गाँव वैदकी हेतु प्रसिद्ध थे
झैड़
नौड -वरगडी
कठूड़
ठंठोली
गडमोला
तैड़ी
घट्टूगाड
किमसार
कांडाखाल
बरसुड़ी
डाबर
अमालडू
कंडवाल स्यूं में बागी
इन वैद्यों की सबसे बड़ी समस्या साहित्य उपलब्धि की थी।
हरिद्वार यात्रा मार्ग पर बाबा कमली वालों के धर्मार्थ चिकित्सालय भी थे
मिशन हॉस्पिटल चोपड़ा
पादरी मेसमोर ने 1903 के आसपास चोपड़ा में एक धर्मार्थ चिकित्सालय खोला। इस चिकित्सालय ने पौड़ी की बड़ी सेवा की और मिसनरी वाले वास्तव में बड़े जुझारू थे।
सरकारी चिकत्सालय
कमिश्नर ट्रेल ने सदाव्रत फंड से सरकारी स्तर पर चिकित्सालय स्थापना करना शुरू किया। सदाव्रत से 1907 तक सात चिकित्सालय श्रीनगर , उखीमठ , बद्रीनाथ , चमोली , जोशीमठ , कर्णप्रयाग में हरिद्वार -बद्रीनाथ यात्रा मार्ग पर खुल चुके थे -1907 में कांडी (बिछला ढांगू ) में चिकित्सालय खुला।
1890 से 1909 तक डिस्ट्रिक्ट बोर्ड ने चिकित्सा पर निम्न राशियां खर्च किये -
Expenses on Health Care from 1890-1909
The government spent on health care following money(in Rs.) from 1890-1909-
Year -------Rs.------------Year -----------------Rs.---------- ----------Year -----------Rs.
1890- 91- 1176-----------1891-92-------- ----1121--------------------18 92-93------2990
1893-94----2939-----------1892 -93-----------2516------------ ---------95-96--------2716
96-97--------2721------------9 7-98------------4385---------- -----------98-99---------3145
99-1990------3391---------1900 -01-----------3413------------ ----------01-02---------3645
02—03-------4191---------03-04 --------------4345------------ ---------04-05-----------3923
05-06-----------5362---------0 6-07------------9760---------- -----------07-08----------1161 5
08-09-----------12565
यात्रा मार्ग में चिकित्सालयों में यात्रिओं को निम्न व्याधियों हेतु औषधि दी गयीं या चिकित्सा की गयीं (आदम , रिपोर्ट ऑन दि पिलग्रिम्स पृष्ठ 41 )
Nos of patients Treated in Pilgrim road Government Hospitals from 1903-1912
The pilgrims used to face indigestion, malaria and diarrhea besides choler. Local people took also advantages of hospitals opened on pilgrims road. Following data are available for patients treated in different hospitals on pilgrim roads from 1903-1912-
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Year ---Shrinagar—Ukhimath-----Josh imath-----Chamoli-----Karnapra yag—Galai---Kandi
1903
Malaria----2400---------480--- ----------385------------848-- --------729------------559
Indigestion- 191---------39--------------77 --------------102---------94-- -------------65
Diarrhea-----488---------57--- -----------39---------------88 ----------151--------------39
1904
Malaria -----3393--------648---------- --521-------------521--------- -630-------------558
Indigestion—582---------81---- ---------149-------------111-- --------128-------------88
Diarrhea------363----------46- -------------64--------------9 4-------------54------------22
1905
Malaria ----- 3250---------482-------------3 92------------323-----------60 2------------635
Indigestion----648-----------9 3-------------129------------- -42------------69------------- 82
Diarrhea--------459----------5 3--------------59------------- 33---------------88----------- 79
1906
Malaria ------3787------------464----- --------333-----------458----- ------707------------438
Indigestion---642------------- --77----------------63-------- ---95-----------83------------ --86
Diarrhea------797------------- --68---------------53--------- ---29------------112---------- -52
1907
Malaria ------2886-------------565---- --------440------------473---- -------252----------493-----23 8
Indigestion-- 507---------------88---------- ---82--------------136-------- --37------------126-------38
Diarrhea------567------------- --46-------------46----------- --65------------116----------- -44------50
1908
Malaria ------3938-------------812---- ---------345-----------751---- -------901-----------790----48 1
Indigestion- -655---------------33--------- -------82------------49------- -----32------------44------11
Diarrhea-------87------------- ---55----------------59------- --187-------------14---------- --90-----66
1909
Malaria ------3149--------------760--- ---------582----------834----- -------765-----------537-----3 30
Indigestion- ---793--------------187------- -----84-----------266--------- ---98------------291-----82
Diarrhea------505------------- --57-------------97----------- --218----------144------------ 58---------30
1910
Malaria -----3623--------------801---- ------497-------------995----- -----817------------588------- 327
Indigestion---840------------- --70------------80------------ -741----------205------------- 330------78
Diarrhea-------889------------ --66------------34------------ -136----------166------------- 90---------52
1911
Malaria -----2542----------------856-- --------582------------760---- ------715------------544------ -408
Indigestion- 779-----------------70-------- ----110------------568-------- --274-----------113---------64
Diarrhea------975------------- ---86------------82----------- ---93-----------148----------- -67---------53
1912
Malaria -----1608--------------1041--- -------375-------------976---- ------803-----------740------- -333
Indigestion- -156----------------81-------- ---157-------------380-------- ---92------------229--------61
Diarrhea------437------------- ---118----------70------------ --69------------110----------- 118--------95
बद्री दत्त पांडे ने यात्रा मार्ग (कुमाऊं से बद्रीनाथ ) के निम्न चिकित्सालयों का उल्लेख किया है ( कुमाऊं क इतिहस १९२३, पृष्ठ 143 -144 )-
अल्मोड़ा अस्पताल
अल्मोड़ा सदर अस्पताल
अल्मोड़ा जनाना अस्पताल
पि थौरागढ़
लोहाघाट
भीकियासैण - विशेषतः यात्रा मार्ग हेतु
गणाई - यात्रा हेतु
बैजनाथ जो चाय बगान हेतु शुरू हुआ था
बागेश्वर
इसी तरह बैजनाथ , नैनीनाग , द्वारहाट , झूलाघाट , धारचूला , कपकोड , मनीला , जैंती , लमगड़ा , खेतीखान , देवलथल , मांसी , नैनीताल में भी अस्पताल खुल गए थे
भंवासी में क्षय चिकित्सालय खुल गया था यहां 150 रोगी रह सकते थे। तिबरी में जनाना सेनोटेरियम भी था।
Copyright @ Bhishma Kukreti /64 //2018
1 -भीष्म कुकरेती, 2006 -2007 , उत्तरांचल में पर्यटन विपणन
2 - भीष्म कुकरेती , 2013 उत्तराखंड में पर्यटन व आतिथ्य विपणन प्रबंधन , इंटरनेट श्रृंखला जारी
3 - शिव प्रसाद डबराल , उत्तराखंड का इतिहास part -6
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