गढ़वाली हास्य व्यंग्य
हौंसि हौंस मा, चबोड़ इ चबोड़ मा
अंक्वैक भैरों ! पौड़ी आण वळ च !
चबोड्या : भीष्म कुकरेती
पुरण जमानाम हरेक अडगैं (क्षेत्रौ ) बारम आण हुँदा छा जां से भैराक लोग वीं अडगैंम जाण से पैल जाणि जांदा छा बल उखाक स्थिति क्य होलि . जन कि कै पणि बोल छौ बल जाण ढांगु आण आंगु . बस भैराक लोग बाग़ उख टक्क लगैक बाटा हिट्दा छा . अब चूंकि सरकारी आदेशानुसार ज्वा बि बात गढ़वळिम बुले जाओ वीं बथ तैं संवैधानिक दर्जा नि दिए सक्यांद त हम गढ़वऴयुनं कहावत आण रचण /गड़न बंद करि देन . बात बि सै च जौं बातुं तै संवैधानिक दर्जा नि मीलो वूं बातुं पर दिमाग खरच करण मने फोकटम दिमाग खराब करण। त अच्काल जब हम पौड़ी , कोटद्वार , श्रीनगर , नै टीरी जाण चांदा त जाण से पैलि हम तै पता इ नि चलदो बल उखौ स्थिति क्य होलि किलैकि हम गढ़वऴयुनं नया कहावत आण रचण /गड़न बंद जि करि देन।
अब परसि मि श्रीनगर बिटेन साहित्यौ दगड्यो मिलणो जाणु थौ त गढ़वळिम पौड़ी बाराम नया आण नि होण से पता इ नि चौल बल पौड़ी हाल क्या होला ! बस कंडक्टर तै पूछ त वैन बोलि बल चूँकि हमन सरकारी गोपनीयताक सौं घटीं छन त हम आप तै कुछ नि बतै सक्दां त आप तै उखि जैक पता चौलल बल पौड़ी स्थिति क्या च .
खैर बसम बैठि सार लग्युं रौ बल पौड़ी स्थिति ठीकि होलि . हां पौड़ी गढ़वाल कमिश्नरी हेड क्वार्टर जि च त सौब ठीक ठाक इ होलु .
हे इ क्या ? सैत च पौड़ी दस किलोमीटर अग्वाड़ी छे अर रस्तों मा बोर्डों से धै दियाणी छे बल सावधान ! कुछ ही समय बाद पर्यटन नगरी पौड़ी आने वाली है . गढ़वळिम इबारत हूंदी त इन होणि छौ - अंक्वैक ! पौड़ी आण वाळ च . मेरो बिंगंण म नि आयि बल पौड़ी आण वळ च त इखमा सावधान हूणै जर्वत क्या च ? क्या पौड़ीम जेबकतरा जादा ह्वे गेन ? पण जब बिटेन कॉमन वेल्थ , टू जी घोटाला ह्वेन तब बिटेन चोर , गिरहकट , जेबकतरा, जेवर लुछण वळु पर दया आंदी बल विचारा पेट पळणो बान कथगा मेनत करदन . अर सरकारी बोर्डोंम अब जेबकतरों से सावधान की धै नि होंदी . फिर यूं बोर्डू मा इन किलै लिख्यूं होलु बल सावधान ! कुछ ही समय बाद पर्यटन नगरी पौड़ी आने वाली है.मन मा घंघतोळ अर पुटकुंद च्याळ छा पोड़ना बल कुज्याण पौडिम क्या हुंयुं धौं .
खैर पौड़ी आण से पैल बस रुक अर कंडक्टरन सब तै बस से भैर करदा करदा समझाई बल पैल सरकारी बोर्ड बांचो अर फिर एक शपथ पत्र पर दस्तखत कारो तबि मि तुम तै बस से पौड़ी लिजौल।
हम सौब जत्र्वे बस से भैर औंवां अर बोर्ड पढ़ण मिसे गेंवां . जु रोजौ जत्र्वे छा वु बगैर बोर्ड बांचिक सीधा शपथ पत्र पर दस्तखत कौरिक कंडक्टर तै देणा छा अर बस म बैठणा छा .
मीन सरकारी बोर्ड पढ़ण शुरू कौर .
पर्यटन नगरी , गढ़वाल कमिश्नरी हेड क्वार्टर पौड़ी म आपकी आदिर खातिर (स्वागत ).
आपका स्वागतार्थ सड़को मा जगा जगा कूड़ा-करकट , कचरा, होटलों खत्युं खाणक, मैला-कुचेला, थूक आदि सौब मीलल . भौत सि जगा गू से बि आपको स्वागत करे जालो
आप तै सावधान करे जांदो बल सड़को पर गन्दगी का चट्टा , गुवाक थुपड़ा, मर्यां कुता , मोर्याँ मोसों चट्टा मीलल त आप यूं चीजों से खुद ही बचो . कैक खुट -शरीर गंदगी मा रबड्याळ त नगरपालिका यांकी जुमेवार नि मने जालि। कीड़ा मकौड़ा आप तै सबी जगा मीलल त आपसे अनुरोध च बल कै बि तरां से नि घिणैन, घिणाण वळ पर जुर्माना पोडल
सरा पौड़ीम बॉस। गंध दुर्गन्ध, चिराण, किडाण, कुतराण, माखुं भिमणाट से रूबरू होण पोड़ल त यांको वास्ता आप तै अपणों नाक -गिच्चो बंद करणों बान रुमाल या साफा प्रयोग करण पोड़ल . इखमा सरकारी मदद की पूरी शत प्रतिशत नाउम्मेदी च। गंध बॉस से दूर रौण नागरिकों कर्तव्य च।
जु कै तै गंदगी आदि से उकै , उल्टी , आवो तो प्लास्टिको थैली उपयोग कारो अर फिर वीं गंदगी भोरिं थैलि तै लेकि कै हैको शहर तै गंदा कौरिक गंदगी बढाओ आन्दोलनम शामिल ह्वेक हम तै कृतार्थ करिल्या .
आप तै पौड़ीम प्रवेश से पैल एक शपथ पत्र पर दस्तखत करण पोड़ल कि मीन पौड़िम गंदगी बाराम सरा सूचना बांचि आल अर मि तै गंदगी से रूबरू हुणम क्वि ऐतराज नी च . मी एतद सूचित करदो बल पौड़िम गन्दगी से मि बीमार पडुल त पौड़ी नगरपालिका , राज्य सरकार या केंद्र सरकार की क्वी जुमेवारी नि ह्वेली।
इना मि घंघतोळम छऊ बल पौड़ी जौं कि ना अर उना हॉकर्स घ्याळ लगाणा छा पौड़ी में गंदगी से बचने के लिए विशेष रसायन वाले रुमाल, गमछा, विशेष प्लास्टिक के जूते , उलटी रोकने की गोलियां ले लो
इथगामा म्यारा साहित्यिक दगड्या दिखे गेन . ऊं सब्युंन बोले , "भीषम जी ! चलो भै वापस श्रीनगर चलो . जरा हम बि उख तरो ताजा हवा खैक ऐ जौला ."
Copyright@ Bhishma Kukreti 28/11/2012
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