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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Sunday, May 19, 2013

हिंगोड़्याs दुःख: काश मि क्रिकेटर हूंद तो ..

गढ़वाली हास्य -व्यंग्य 
 सौज सौज मा मजाक मसखरी 
   हौंस,चबोड़,चखन्यौ    
    सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं   

                       हिंगोड़्याs दुःख: काश मि क्रिकेटर हूंद तो ....

  
                           चबोड़्या - चखन्यौर्या: भीष्म कुकरेती (s = आधी अ ) 

  ब्याळि  हिंगोड़्या (हॉकी खिलाड़ी ) अपण किरायौ फ़्लैटमा मील अर देखिक हि  भाकोर भकोरिक रुण मिसे ग्यायि।
मि - हे हिंगोड़्या क्या ह्वे रै अब त भारतीय खिलाड्यु तैं ओलम्पिक मा जाणै इजाजत फिर से मीलि गे। ये ओलम्पिक मा त्यार  सलेक्सन को अवसर कम ह्वे गे क्या ? जु तु इन रूणी छे जन हॉकी -हिंगोड़ की डंडलि सजे गे हो    
हिंगोड़्या-ना ना म्यार सलेक्सन ओलम्पिक का वास्ता पक्को च किलैकि भारतम ये बगत गौणि गाणिक केवल अग्यारा  खिलाड़ी इ हिंगोड़ खिलण जाणदन   
मि - तो ह्यळि  (किसी  के मरने पर रोना )गाडिक किलै छे रुणु अर स्या ह्यळि कैकुण छे गडणि? क्या हॉकी असोसिएसन का क्वी फुन्द्यानाथ मंत्री जेल जाणु च? जन बिचारा उ  प्रकाश चौटाला अर वैका नौन जेल गेन?   
हिंगोड़्या-ना रे ना!  पऴयां -पुस्यां   तोताओं (सीबीआई ) हूंद हिंगोड़ संगठन को आजीवन अध्यक्ष को क्वी कुछ नि बिगाड़ सकुद।
मि - तो फिर क्यांकुण या रोये -धोये-रुण -धूण  मचाणु छे।   
हिंगोड़्या-अरे मि सोचणु छौ बल किलै मि रणजीत सिंग जडेजा को श्राद्ध छोड़िक  मेजर ध्यान चंद को श्राद्ध पुजै मा गे होलु धौं। रणजीत सिंग जडेजा को श्राद्ध पुजै मा जांदो तो ! 
मि - अरे जु तु रणजीत सिंग जडेजा को बरस्कुल (वार्षिक ) श्राद्ध मा जांदु तो कया ह्वे जांदो?
हिंगोड़्या-अरे ज मि रणजीत सिंग जडेजा को बरस्कुल (वार्षिक ) श्राद्ध मा जांदु त मि क्रिकेटर ह्वे जांदु। आज मि किरायो फ़्लैट मा नि रौंद म्यार चार पांच कोठी -बंगला हूंद  
मि - अरे हिंगोड़ मा गे त तू इंडिया टीम मा ऐ गे। लाखों क्रिकेटरूं बीच त्वै कु जाणदु?  
हिंगोड़्या-मि क्रिकेट खेल्दु त मि बौलर बौण जांदु  
मि - अरे सौब बैट्समैन बणनो ख्वाइश करदन अर तु बौलर बणणो ख्वाब दिखणु छे    
हिंगोड़्या-फिर मि अपण शहर मा क्लब मैच खेल्दु अर स्थानीय सटोरिया मि पर सट्टा लगांदा अर बुकियों बेटिंग  से  मि तैं बि हिस्सा दींदा 
मि - हैं क्या बुनु छे तु ?
हिंगोड़्या-फिर स्थानीय सटोरिया अपण रसूलों से मै तैं रण जी ट्रॉफी मा भरती करी दींदा। फिर रण जी ट्रॉफी मैचो मा मेरी बौलिंग पर राज्य स्तर का चतुर सटोरिया सट्टा लगांदा अर मेरी हिस्सेदारी बढ़ी जांदी। कबि कबि मि क्लब मैच खिलणो दुबई -शारजाह बि जांदो उख मेरि पछ्याणक अन्तराष्ट्रीय स्तर का महान सटोरियों  से ह्वे जांद  
मि - अबे क्या ह्वै ते ..?
हिंगोड़्या-फिर वो महान सटोरिया अपण घोच  पेच से मि तैं आइपीयल मा भरती करांदा, फिर मि अपण हौर दगड्या बौलरों तैं भारत का महान बुकियों से मिलांदु अर वो बुकि म्यार दगड़्यो तैं करोड़ो रुपया कमाणों गुर सिखांदा। हम सौब बौलिंग का गुर सिखणो जगा स्पॉट फिक्सिंग फुक्सिंग का गुर सिखदा      
मि - ह्याँ क्या बुनु  छे तू? 
हिंगोड़्या- फिर आइपीयल का मैचों माँ हमर नो बौल , वाइड बौल , हाई बौल फेंकण पर या जादा रन दीण पर  महान सटोरिया सट्टा लगांदा अर जितणा रौंदा अर हम बौलरुं तैं बि हिस्सेदारि मिलंणि रौंदी। हम मैदान से महान सटोरियों अर बुकियोन संकेत दीन्दा कि अब मीन वाइड बौल फिंकण या नो बौल फेंकण। बस ग्रेट बुकी अर दुबई माँ जम्याँ महान डौन अपण सट्टाबजार से अरबों रुपया कमांदा अर ऊंकी बदौलत हम बि द्वी चार करोड़ रुपया कमै लींदा         
मि - अरे पण जु दिल्ली पुलिस तुम तैं पकड़ लींदी अर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड एक सालौ कुण बैन कर लींदी तो ?
हिंगोड़्या-तो क्या ह्वाइ अजरुदीन अर अजय जडेजा क तरां कुछ साल बाद हम पर अभियोग साबित नि होंद अर हम मादे क्वी अजरुद्दीन को तरां लोक सभा सदस्य बि बण जांदा 
मि - अर जु कखि जेल ह्वे जांदी तो ?
हिंगोड़्या-तो क्या ! जेल से भैर आणो बाद हम तनोज प्रभाकरो तरां चिट  फण्ड अर मल्टी लेवल मार्केटिंग (ऐम ऐल ऐम ) को गोरख  धंदा करदा अर गरीब लोगुं  जेब पर हाथ साफ़ करदा 
मि - अर जु जेल ह्वे जांदी तो ?
हिंगोड़्या-तो जेल से आणों उपरांत त मी त तनोज प्रभाकरौ तरां कै टीवी चैनेल मा क्रिकेट कमेंटेटर बणि  जांदो  अर रुप्या कमांदो 


Copyright @ Bhishma Kukreti  17/05/2013            
(लेख सर्वथा काल्पनिक  है )

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