Satire Only
चबोड़ इ चबोड़ मा
'जेल मा इ सरकारी अस्पतालौ सांड बणनै कौंळ '
(Satire in Garhwali , Satire in Kumauni, Satire in Uttarakhandi and Satire in Himalayn Languges )
अच्काल जैदिन राजकरण्या स्टेडियम मा राजकरण्या नेतौं बेशरमी , गलादारी का छक्का -पंजौं खबरूं मा उछला नि ह्वाओ, या फिल्मुं मा, कै खान न कै हैंको खान तैं गाळी नि दे ह्वाऊ या कवी खान विदेश नि गे ह्वाऊ त टी,वी न्यूज चैनल , अखबार वाळ समळदन बल अरे ये चौथो इस्टेट (प्रजातंत्र को चौथो खाम) तैं त गाँ-गौळ /समाज मा क्या क्या हूणु च की खबर बि जनता समणि बरा नामौ इ सै डाळण चएंद .
अर जब बिटेन यू टु जी स्कैम आई तब बिटेन त गां -गौळऔ खबरूं त अकाळ इ ना जड़ नाश इ ह्व़े गे .इख तलक कि हेल्थ गाइड पत्रिकौं मा अच्काल टू जी स्कैंडल, कौमन गेम्स , साँसदुं कि खरीद फरोक्त मा जु नेता जेल भितर एंगजाइटी का बीमार छन वां पर गाईडेंस जादा हुंद जनताS बीमार्युं बारा मा कुछ बि सौ सल्ला नि होंद.
एक नामी प्रकाशक की हेल्थ गाइड पत्रिका न त एक अतिरिक्त विशेषांक छपाई अर वै विशेषांकौ नाम छौ ' जेल से सरकारी हौस्पिटलूं म औणौ सौ फ़ीसदी कामयाब बीस बीमारियाँ' .ये विशेषांक मा दुनिया का बड़ा से बड़ा डाक्टरूं लेख छया जां मा बतये गे बल कैदी तैं कौं कौं बीमारी जेल अधिकारी-डाक्टरूं अर सरकारी अस्पतालूं डाक्टरूं तैं बताण चयेंद कि यि डाक्टर त क्या भेमाता/ब्रह्मा; आयुर्वेदौ धन्वन्तरी, ; यूनानी इलाज का जन्मदाता हिप्पोक्रेट्स या पुराणा हिमायती हकीम एविसेना, हकीम अजमल खान; होमिओपैथी क बुबा सैमुअल हाहनेमान; ऐल्लोपैथी क धड्वे जेम्स व्होर्टन बि दुबर जनम ल्यावन त वूं तैं बि रिपोर्ट बणाण इ पोडल बल कैदी तैं तुरंत आई. सी. यू. मा भरती करे जाओ. हरेक लेख का नामी डाक्टर कलमदार न बीमारी क बारा मा कम इ बताई पर सांख्यकी का पूरो बस्ता /कुठार/ भण्डार ख्वाल बल दुन्या का कु कु भ्रष्टाचारी यूँ बीमार्युं तैं बताण से जेल से सरकारी अस्पतालूं आई.सी.यू. मा ट्रांसफर करे गेन अर अबि तलक आई.सी.यू मा मौज मस्ती करणा छन, सरकारि खर्च पर डंड पिलणा छन. ये विशेषांक 'जेल से सरकारी हौस्पिटलूं म औणौ सौ फ़ीसदी कामयाब बीस बीमारियाँ' मा दुन्या का टौप दस लीगल अडवाईजरूं लेख बि छया जौन बताई की यूँ बीस बिमार्युं मा कै कै देस मा संबिधान का तहत कैं धारा क तहत खतरनाक से खतरनाक कैदी तैं बि कनकैक अर किलै जेल से आई. सी यू. मा ट्रान्सफर करण जरुरी होंद.
यीं पत्रिकौ विशेषांक न राजनैतिक , अपराधिक जगत मा धूम मचे दे. भ्रष्टाचार से दुन्या का जथगा बि देश ग्रसित छन वूं देसूं खासकर कम विकसित देसूं मा त ये विशेषांक 'जेल से सरकारी हौस्पिटलूं म औणौ सौ फ़ीसदी कामयाब बीस बीमारियाँ' की मांग आशा से बिंडी ह्वाई . यीं पत्रिका तैं कथगा इ संस्थों न 'निर्यात सम्राट' की मानद उपाधि दे . गिनिज बुक न यीं हेल्थ गाइड पत्रिका तैं गिनीज बुक रिकोर्ड मा शामिल कार. ' गैर सरकारी अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन ' संस्थान न पत्रिका क मालिक तैं आम जनता मा स्वास्थ्य जागरण का एवज मा पुरुष्कार दे . पत्रिका का सम्पादक न नौकरी छोडि याल अर ' जेल मा इ सरकारी अस्पतालौ सांड बणनै कौंळ ' की कंस्लटेंसी कम्पनी खोली याल अर अच्काल अफ्रिका अर भूतपूर्व कम्युनिष्ट यूरोपी देशुंमा 'जेल मा इ सरकारी अस्पतालौ सांड बणनै कौंळ ' नाम की नई कंसल्टेंसी फर्म खूब पैसा कमाणि च.
जन चेचक, हज्या, प्लेग, खुर्या, डेंगू, जन बीमारी सर से सौरदन तनि पत्रकारिता अर प्रकासन व्यौपार मा बि देखादेखी 'विशेषांक', किताब छपणो रिवाज सरद. अच्काल जख जाओ तख़ 'जेल मा मजा कारो'. 'जेल तैं सोराग मानो', जेल माने ऐशगाह ' 'हंड्रेड परसेंट सक्सेसफुल हेल्थ बेस्ड टेक्नीक्स ऑफ़ गेटिंग फेवर फ्रॉम जेलर एंड डौकटर ' जन किताब अच्काल बुक स्टेंडु मा अग्वाड़ी छन अर 'जीवन में सफलता की कुंजी', ' हौ टू विन फ्रेंड्स' जन किताब गोडाउनुं मा सड़णा छन.
देखा देखी तन्त्र अर योगासन सिखाण वाळ पत्रिकौंन बि अपण व्यापारिक हितों रक्षा बान विशेषांक अर किताब धडले से छपण शुरू कौरी आलीन . 'जेल से अस्पताल जाने की शर्तिया तांत्रिक विधियां', जेल में लाल किताब से सरकारी आई . सी.यू का फायदा सीखिए', जन किताब अच्काल भैर देसूं मा पैसा कमा णा छन.
योग विद्या बि अब अपराधिक जगत मा भगवान् अर वकीलूं से बड़ो भगवान् ह्व़े गे . ' योगिक क्रियाओं द्वारा जेल से आई.सी.यू जाने के नुस्खे', 'योगिक आसनों से जेल में बेहतरीन सरकारी सुविधाएं पाईये ' जन सैकड़ो किताब भैर देशुं भाषाओं छपेण बिसे गेन. अर इख तलक की जु देश योग, तन्त्र विद्या तैं हिन्दुओं धार्मिक कर्मकांड माणदा अर गैर-धर्मी क्रिया माणदा छया ऊँ देसूं मा यूँ किताबुं पर आयात शुक्ल (इम्पोर्ट ड्यूटी) सफाचट मुआफ कर्याणु च. आखिर यूँ देसूं मा बि त उखाक भ्रष्ट नेताओं, भ्रष्ट अधिकारी, भ्रष्ट व्यापार्युं तैं भारत का भ्रष्ट नेताओं-अधिकार्युं-व्यापार्युं तरां जेल मा आराम की जरोरात छ की ना? भ्रष्ट क्रिया धार्मिक निष्ठा से बडी होंद त सबी भ्रष्ट ग्रसित देसूं तैं 'योगिक आसनों से जेल में बेहतरीन सरकारी सुविधाएं पाईये' जन साहित्यौ आवश्यकता होण आवश्यक इ च .
सैकड़ों साल पैलि कबि भारत शिक्षा मा बड़ो अग्वाड़ी देश छौ . अब समौ ऐ गे कि भारत दुन्या तैं भ्रष्टाचार करणो नया- नया अर नव निर्मित ब्यूंत / कौंळ/काला/तरीका; भ्रष्टाचार मा पकडेक बि बेशर्मी से समाज मा ,राजनीति मा या ब्यापारिक थौळ मा धवल छवि बणेक कनकैक शिरमौर बणन चयेंद जन अनोखी, बुनियादी शिक्षा सिखाऊ .अर लालू यादव, यदुरप्पा, मुलायम सिंग यादव, विनोद गोयनीका, चंदोलिया, राडिया , सिद्धार्थ बेहुरा, बी.पी. आचार्य,कोनेरू प्रसाद, सुनील रेड्डी, जय ललिता आदि जन विशेषज्ञों तैं नय़ी युनिवर्सिटी का आचार्य बणैक नयी भारतीय मीमांसा अर नव भारतीय दर्शन सिखाणो बान सरा दुनिया मा उनी घुमाये जाव जन सम्राट अशोक न महेंद्र अर संघमित्रा तैं बुद्ध धरमौ प्रचारौ बान घुमाई छौ जां से भारत को नाम नव शिक्षा मा फिर से पुनर्स्थापित हवे जाव. अर इन न्यू युनीवरसिटी का लीगल ऐडवाईजर अर प्रोफेसर ह्वाल़ा अपणा कपिल सिब्बल, जेठमलानी, मनीष तिवारी , अरुण जेटली, डा. अभिषेक संघवी, रवी शंकर प्रसाद जु दुनिया तै सिखाला कि संविधान की पवित्र धाराओं तैं तोडी-मरोडिक टी.वी. चैनेलूं मा इंटरव्यू देकी कनकैक जनता तैं बेवकूफ बणये जै सक्यांद.
(This is work of fiction only, so, names are imagery )
Satire in Garhwali , Satire in Kumauni, Satire in Uttarakhandi and Satire in Himalayn Languges to be continued ........
Copyright@ Bhishm Kukreti
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