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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Sunday, May 8, 2016

हरिद्वार , बिजनौर , सहारनपुर इतिहास संदर्भ में कनिष्क के उत्तराधिकारी

  Heirs of Kanishka & History of Haridwar, Bijnor,   Saharanpur 

     हरिद्वार  ,  बिजनौर   , सहारनपुर   इतिहास संदर्भ में कनिष्क के उत्तराधिकारी 

        Ancient  History of Haridwar, History Bijnor,   Saharanpur History  Part  -                       
                                                हरिद्वार इतिहास ,  बिजनौर  इतिहास , सहारनपुर   इतिहास  -आदिकाल से सन 1947 तक-भाग -                  

                                               इतिहास विद्यार्थी ::: भीष्म कुकरेती  


                      वनिष्क व  द्वितीय 

कनिष्क के मृत्यु उपरान्त उसके पुत्र  वनिष्क ने चार साल शासन   चलाया।  वनिष्क की कोई मुद्रा उपलब्ध नहीं है। 
किसी अन्य कनिष्क की मुद्रा मिलने इतिहासकार मानते हैं कि यह राजा कनिष्क द्वितीय है।  कनिष्क द्वितीय का राज्य भी अल्पकालीन था। 
                          हुविष्क 
 उपरोक्त राजाओं का उत्तराधिकारी हुविष्क हुआ  रजयकाल 35 -40 वर्ष का था. 
हुविष्क के अनेकों मुद्राओं व अभिलेखों अनुसार हुविष्क एक प्रतापी  शासक था। हुविष्क शासन काल  कुषाण काल का स्वर्ण काल माना जाता है। 
हुविष्क ने भी अपनी मुद्राओं में देवी देवताओं के चित्र बनवाए। उसकी मुद्राओं में   देवी , यूनानी देवता , शिव , देवी , स्कन्ध , कुमार आदि की प्रतिमाएं अंकित हैं।  हुविष्क कनिष्क  उदारवादी था और अन्य धर्मों को सम्मान देता था। 

                                 वासुदेव 
कुषाण साम्राज्य का राजा वासुदेव हुआ।  वासुदेव के नाम व मुद्राओं  से सिद्ध होता है किअब कुषाण शासक पूर्ण तरह से हिन्दू संस्कृति में घुलमिल गए थे।  उसकी मुद्रा में उसका नाम 'महाराजा राजतिराज देवपुत्र शाही वासुदेव ' अंकित है।  वासुदेव की मुद्राओं में केवल ननादेवी  (उमा ) और शिव की आकृति मिलती हैं।  वासुदेव भी अन्य धर्मों के प्रति सहिष्णु था।

Copyright@
 Bhishma Kukreti  Mumbai, India  8/ 5/2016 
   History of Haridwar, Bijnor, Saharanpur  to be continued Part  --

 हरिद्वार,  बिजनौर , सहारनपुर का आदिकाल से सन 1947 तक इतिहास  to be continued -भाग -



      Ancient History of Kankhal, Haridwar, Uttarakhand ;   Ancient History of Har ki Paidi Haridwar, Uttarakhand ;   Ancient History of Jwalapur Haridwar, Uttarakhand ;   Ancient  History of Telpura Haridwar, Uttarakhand  ;   Ancient  History of Sakrauda Haridwar, Uttarakhand ;   Ancient  History of Bhagwanpur Haridwar, Uttarakhand ;   Ancient   History of Roorkee, Haridwar, Uttarakhand  ;  Ancient  History of Jhabarera Haridwar, Uttarakhand  ;   Ancient History of Manglaur Haridwar, Uttarakhand ;   Ancient  History of Laksar; Haridwar, Uttarakhand ;     Ancient History of Sultanpur,  Haridwar, Uttarakhand ;     Ancient  History of Pathri Haridwar, Uttarakhand ;    Ancient History of Landhaur Haridwar, Uttarakhand ;   Ancient History of Bahdarabad, Uttarakhand ; Haridwar;      History of Narsan Haridwar, Uttarakhand ;    Ancient History of Bijnor;    Ancient  History of Nazibabad Bijnor ;    Ancient History of Saharanpur;   Ancient  History of Nakur , Saharanpur;    Ancient   History of Deoband, Saharanpur;     Ancient  History of Badhsharbaugh , Saharanpur;   Ancient Saharanpur History,     Ancient Bijnor History;
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