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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Monday, October 29, 2012

नै तरां की छुआछूत

Critical review of Garhwali (Indian regional language) satirical prose- 84)

गढ़वाली हास्य व्यंग्य

चबोड़ इ चबोड़ मा

                              नै तरां की छुआछूत

                              चबोड्या : भीष्म कुकरेती

 

ह्यां या कुत्ति छ त विदेशी जातिक पण मै लगद कि क्रॉस ब्रीडिंग मा कुछ ना कुछ गडबड जरूर ह्वाई .

अब द्याखो ना हम ह्वाई बड़ा आदिम अर या नर्भागण समजदि नी च की कै कुत्ति दगड़ दोस्ति करण अर कैको दगड़ दगुड नि करण या कें कुत्ता देखिक पूच हलाण।

उन त हम बड़ी सावधानी बर्तदा बल कखि या गळि क कम जाति कुकरू जिनां द्याख बि ना पण या अभागण समजदि नी च कि मुहल्ला मा हमारो बड़ो नाम च अर या हमारि पूसी च कि गळि क कम जाति कुकरू जिनां दिखणि रौंद अर यीं पूसिक कम जात्युं कुकुर या कुत्तियूं जिना दिखणो आदत से मुहल्ला मा हमारि बड़ी बेज्जती ह्वे जांद . एक द्वि क्या दसो लोग पीठ पैथर बोल्दा इ छन कि जौंकी कुत्ति गळि क कम जाति कुकरू जिनां द्याखली वो क्यांक बड़ा आदिम? बड़ा आदिम त वो ह्वाई जौंक कुकुर -बिरळ बि बड़ी जातिक कुकुर बिरळो जीना द्याखन अर कम जातिक कुकुर बिरळो जिना द्याखो बि ना . हमन कथगा इ डाक्टरों अर डॉग ट्रेनरो मा यी असुण्या तै दिखाई . पर नामी गिरामी डाक्टरों दवा अर नामी गिरामी डॉग साइक्लौजिस्टो ट्रीटमेंट से यिं फर फरक इ नि पोडनो च। इख तलक कि मेरि घर्वळिन कथगा दै पूसि मा झाड़ ताड़ बि कराइ, आयुर्वैदिक वैद , होम्योपैथी डाक्टरों मा दिखाई पण गौ बुरि चीज कि या सुधरि ह्वाऊ . अब त कलबू या पार्ट्यु मा लोग हम तै खुलेआम सुणै इ दीन्दन कि मैंगी कार लीण से क्वी बड़ो आदिम नि होंद .चार क्लबो सदस्य बणण से क्वी बड़ो नि ह्वे जांदो। जब तलक कि कुत्ता अर बिरळो कु स्टेटस नि बढ़दो तब तलक कैको बि स्टेटस नि बढ़ सकुद . अर हमारि पूसी कुत्ति च कि इथगा कोर कोशिस करणों परांत बिकम जातिक कुकुर बिरळो जिना दिखण नि छोड़नि च .

 

अर काण्ड इ लगी छन कि जब हम यिं तै अपण रूतबा बरोबर वाळु कुत्तो या कुत्तियूं से मिलवांदा त या खबेशण ऊं बड़ी जातिक कुत्तो या कुत्तियूं तै सुंगण त राई दूर या कमबख्तण ऊंको जिना एक आंख्युद न इ सै दिखदि बि नी च . अर यां सेअपणो बडो लोगुंक समाज मा हमारि बड़ी बेज्जती हूणि रौंद कि हमारि कुत्ति हीन भावना से ग्रसित च याने कि हमारि कुत्ति इन्फीरियरटी कौम्प्लेक्ष कु शिकार च। अब कै कै मा जैक बुलण कि यीं कुत्ति क़ मा फ्रांससी कुत्ति च अर बुबा अंग्रेज कुत्ता च। चीन की सबसे प्रसिद्ध अर बड़ी डॉग ब्रीडिंग कम्पनी से डाइरेक्ट इम्पोर्ट कार . हमर बडो लोगुं समाज मा सबि यीं इ कंपनी से कुत्ता कुत्ति इम्पोर्ट करदन अर मै छोडिक सबी यिं चाइनीज कम्पनी से संतुस्ट छन .

अब जब हम बड़ा आदिम छंवां त हमन स्वाच बल यींको ब्यौ हमारो स्टेटसो बरोबर कै बड़ो अदिमौ कुत्ता से कराये जाओ . त जनि या पैलि दै बत्यायी (हम बड़ो आदिमो समाज मा बत्याणो तै डॉग इज अंडर हीट बुल्दन ) त हम कबि टू जी स्पेक्ट्रम का बड़ा ठेकेदार बी .राजा क कुत्ता क समणि लीग्वां पण कुनगस ह्वाई बल या बी राजा क कुत्ता तै देखिक झम से भीम पोड़ी गे अर बी राजाक कुत्ता यींक इना उना रिंगणु बि राई पण या हमारि जन्मजाति दुश्मनण ऊनि भीमि पोड़ी राई।पैथर बी राजाक कुत्ता हारि थकिक,निरस्येक फण्ड चलि गे अर मि अर मेरि वाइफ अपण सि मुक लेकि ड़्यार ऐ गेवां .

 

दुसर दै जब हमारि प्रिय कुत्ति पूसी बत्यायी त हम वींको ब्यौ करणो कॉमन वेल्थौ ठेकेदार कलमाड़ी क कुत्ता मा लीगौं . बड़ी इज्जत की बात छे कि हमारि कुत्ति क ब्यौ इथगा बड़ो नामी अन्तराष्ट्रीय प्रसिद्ध ठेकेदारों कुत्ता दगड़ होणु च . हमारी कुत्ति क ब्यौ कॉमन वेल्थौ ठेकेदार कलमाड़ी क कुत्ता दगड़ ह्वे जांदो त हमारो कुल को नाम बि प्रसिद्ध लोगु श्रेणि मा ऐ जांदो पण इ कुलक्छ्नी न इखम बि धोका दे द्याई . कॉमन वेल्थौ ठेकेदार कलमाड़ी क कुत्ता देखिक इ या कुलंगारण उख बिटेन भाजि गे अर कलमाड़ी जीक समणि हम तै कथगा शरम आई यी हमि जाणदा .

 

फिर हम यी अपण दुस्मन्याणि क ब्यौ करणों कै कै ठेकेदारों कुत्तो पास नि लीगों हम यिं तै ब्यवाणों बान आई पी यलो ठेकेदार मोदी , कोयला खदानों आठ दस ठेकेदारों क कुत्तौं पास लीग्वां पण सब जगा या जोगण या त कुत्ता देखिक भ्युं बैठि जावो या कुत्ता देखिक भाजि जाओ . समाज मा बड़ी बेज्जती ह्वे .

हमन डाक्टरों मा , वैदों मा दिखाई त सब्युं बुलण छौ कि या कुत्ति सामान्य च अर ब्यौ करण लैक च।

 

हमन त आस इ छोड़ी दे छे अर ईंक बत्याण पर ध्यान बि नि दींदा छा . अब जब अपणु भाग मा यींको ब्यौ नि होलु त हम बि क्या कौरी सकदा छा .

अर इनि हमन ध्यान नि दे कि या बतीं च यानी हीट मा च . अर कुज्याण कनकै या निर्भागण , करमजली फुच धौं अर या गळि जिना भाजि गे . जब तलक हम तै पता चल्दो अर हम ईं तै लांदा तैबरी तलक भौत देर ह्वे गे छे यी कुलच्छनीन एक लंडेर कुत्ता दगड़ ब्यौ करी दे . अब या एक मैनाक गैबण च अर हमारो नाम यीनं डूबे याल . सरा समाज माँ थू थू होणि च कि हमारी कुत्ती न कै लंडेर कुत्ता दगड़ ब्यौ करी दे . अचकाल हमारो समाज मा कैकि बेटी ड्राइवरों दगड़ भाजि जा या नौनु कै बिन बाप की बेटी तै बिवैक लै आओ त क्वी बेज्जती नि मने जांद पण जब कैको कुत्ता या बिरळ कमजाति दगड़ ब्यौ कारो त हमारो समाज मा या बात मरण बरोबर माने जांद .

 

अब हमारो परिवार शरम, लोक लज्जा का मारा कैका ड्यार नि जांदा ना ही अच्काल हम क्लब जांदा . ना ही हमारा रिश्तेदार हमारा घौर आन्दन ना ही हमारा यार दोस्त हमारी खोज खबर करदन . सब्यु न हमारो हुक्का पाणि बंद करी आल . अब ईं कुत्ति तै बेचीं बि नि सकदा ईं से प्रेम बि त च . बस हम समौ का इन्तजार मा छंवां कि कै हैंकाक कुत्ता बिरळ इनि गळीक कुत्ता बिरळ से ब्यौ कारन अर तब हम ऊंको थोक /समाज मा शामिल ह्वे जौंवां ! यिं अभागणो कारण हम पर दाग लगण छौ स्यु लगि गे अर अब जिन्दगी भर ये दागन नि मिटण .

 

Copyright@ Bhishma Kukreti 30/10/2012

 

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