Mangament Guru -5
प्रबंध शास्त्री -5
सून तझु ; महान रण नीतिकार अर जुद्ध ब्यूंत-कौंळ को जणगरु
Sun Tzu : The Great Strategician and Art of War Expert
( Notes on Management Theories from Old age till date, Notes on Managemnt Thinkers
and Management Practices )
इन माने जांद बल सून तझु को जनम २५०० साल पैल एक सैनिक घरानों मा ह्व़े
सून तझु क्न्फ्युसिस को समु मा पैदा ह्व़े छौ
सून तझु न कथगा ही लड़ाई लडींन अर फिर 'आर्ट ऑफ़ वार ' किताब लेखी.
सून तझु चीन को बड़ो दार्शनिक अर जुद्ध ब्युंत को सबसे बड़ो जणगरु माने जांद.
सून तझु चीन को बड़ो दार्शनिक अर जुद्ध ब्युंत को सबसे बड़ो जणगरु माने जांद.
जापान, चीन, कोरिया, कम्बोडिया, सिंगापोर, मलेशिया, थाईलैंड , फिलिपिन्स , इंडोनेसिया आदि देस आज बि
सून तझु का प्रबंध सिधान्तों पर अपण व्यापरौ सिद्धांत बणान्दन .
फू च्यक्क त्रेक्क अर पीटर हफ ग्रीन्येर न अपणी किताब ' सून तझु ऑन मनिज्मेंट '
मा बताये कन कम्बोडिया, सिंगापोर, मलेशिया, थाईलैंड , फिलिपिन्स , इंडोनेसिया व्यापारिक
संगठन सून तझु का सिधान्तुं तैं व्यापार मा अपनौणा छन. ब्यापारौ मालक सून तझु का
सिधान्तुं सणि दवाई की पुडिया समजदन (Principles as Presciption)
सून तझु का मुख्य सिद्धांत इन छन :
१- रण नीति को अंक्याण जरोरी च (Strategic Assesment is a must)
२- जुद्ध करण (Execution)
३- आक्रमण की रण नीति
४- बुणोट : जुद्ध जितणो क बान बुणोट (Formation) जरोरी च
५- बल/तागत निड्याण : बल एकत्रित करण
६- खाली जगा अर खाली जगा भरण
७- हथियारु संघर्ष
८- अनुकूलन
९- सैनिको चाल
१०- जगा /पोजीसन की अहमियत
११- पोजिसनिंग का नौ नियम
१२- आक्रमण मा आक्रमकता
१३- जासूसों महत्व
मीन सून तझु का सिधांत टक्क लगैक बंच्याँ छन अर मजेदार बात या च महाभारत मा य़ी सब बात छन
पण महाभारत इथगा बड़ो च कि यूँ बातुन तैं खुज्या ण मुस्किल जांद . सून तझु न एकी बात पर ध्यान दे
त सिधान्तुं तैं बांचण सरल ह्व़े जांद
सून तझु की किताब मा रणनीति , खबरूं औण-जौण ( सूचना को आदान प्रदान) क ब्युंत/कौंळ
रणनीति तैं किर्यावनीत करण (एक्जीकुसन ), प्रतियोगिता अर प्रतियोगीयुं पच्छ्याणक करण , परवाण/
नेता का गुणों पर पुरो निर्देश छन
सून तझु का सिद्धांत को ज्ञान कै बि संगठन या ब्यौपारौ प्रबंध/इंतजाम का बान काम का छन
बकै फड़की 6 मा बाँचो.....
To be continued on part 6.....
Copyright @ Bhishm Kukreti
Mangament Guru -6
प्रबंध शास्त्री -6
जौन अडायर ; कार्य केन्द्रित नेतृत्व कू पुरोधा
John Adair : Famous for Action Centred Leadership
( Notes on Management Theories from Old age till date, Notes on Managemnt Thinkers
and Management Practices )
Bhishm Kukreti
जौन अडायर कू जनम १९३४ ब्रिटेन मा मा ह्व़े . वैन अपण शुरुवाती नय्करी मा भौत प्रकार का काम करीन
यन से ही जौन अडायर तैं पर्वाण गिरी (नेतृत्व ) क बारा मा भौत सा अनुभव ह्वेन. जब जौन अडायर
स्कोट गार्ड मा छौ त जौन अरब लीजन मा बेड़ोऊइन रेजिमेंट मा राई . विश्व विद्यालय मा भर्ती
हों से पैल जौन अडायर ट्राव्लर मा काम कौर अर एक अस्पताल मा अर्दली बि राई
कैम्ब्रिज विश्व विद्यालय मा डिग्री ल़ीणो बाद जौन रौयल मिलट्री अकादमी , सैंडहर्स्ट
मा लेक्चरर बौण . जब जौन अडायर इण्डस्ट्रियल सोसिएटी मा अस्सिस्टेंट दैरेक्त्र थौ
त जौन न Action Centred Leadership सिद्धांत गढ़ी अर कार्य केन्द्रित सिद्धांत लोगूँ समणी धार .
१९७८ मा जौन अडायर दुनिया मा पर्वाण गिरी ( नेतृत्व) अध्ययन (Leadership Studies) को पैलो प्रोफेस्सर बौण.
जौन अडायर को कारण ही आज प्रबंध विज्ञानं मा पर्वाण गिरी (नेतृत्व) पढाये जांद .
जौन अडायर का कार्य केन्द्रित नेतृत्व का तीन मुख भाग छन :
१- कार्य तैं पूरो कारो अर कार्य को निर्धारण साफ़ हूण चएंद .
२- काम पुरो करणों बान टीम बणाओ अर टीम तैं पूरी तरां संभाल़ो: एक व्यक्ति से क्वी बि काम नि ह्व़े सकुद
कार्य पूर्ति का वास्ता टीम की जरुरत पड़दी . टीम मा टीम भावना हों जरूरी च. हरेक टीम मेम्बर तै जाणण
चएंद बल टीम मा एक्का (एकता) से हम जितला अर टीम मा ना-एक्का (मतैक्य) हूण से हमन फेल हूण .
३- व्यक्ति विकास पर संसाधन लगाओ : टीम व्यक्त्युं से बणद .कूड एक एक पथर से चिणे जांद.
इलै हरेक व्यक्ति को विकास जरूरी च. हरेक व्यक्ति तैं भौतिक सुख (ठीक तनख्वा) , मानसिक सुख जन कि
व्यक्ति की विशेष पच्छ्याणक (रेकोग्निसन ), उद्देस्यात्मक जिन्दगी , जिंदगी मा कुछ पाणे इच्छा,
पद प्राप्ति, दान दीणे इच्छा पूर्ति अर कुछ ल़ीणे इच्छा संगठन से प्राप्त हूण चएंद
पर्वाणु/नेतृत्व क ख़ास काज/काम/कार्य
हरेक संगठन मा परवाणु बान मुख्य काज/काम इन होंदन:
१- काम को साफ़ साफ़ निर्धारण : टीम अर हरेक व्यक्ति क बान काज /कार्य बिलकुल साफ़ हूण चयान्दन
याने कि काम निर्दिष्ट या उल्लेखित, नापण लैक, पुरु होंण लैक, यथार्थ, एंड समौ मा बंध्यू (टाइम बौंड टास्क) होंण चयांद .
२- योजना ; हर काज योजनाबद्ध होण चएंद
३- काम की जानकारी ; काम काज की जानकारी सबि टीम सदस्यों तैं ठीक से दिए जाण चएंद
४-नियंत्रण अर निरीक्षण : हरेक काम तबी पुरु होंद जब काम पर ठीक से नियंत्रण ह्वाऊ , नियंत्रण को नियम च
कम से कम संसाधन मा ठीक काम . यि तबी होंद जब समन्वय पुर्बक नियंत्रण सिस्टम ह्वाऊ
५- परीक्षा : हरेक काम समौ समौ पर परीक्षा होण चएंद अर निरीक्षण मा य़ी तत्व होण जरुरी छन
६- प्रेरक शक्ती : हरेक काम मा प्रेरक शक्ति हों जरुरी च . सन्गठन मा प्रेरक शक्ति ल़ाणो/आणो वास्ता -
नेता तैं अफिक प्रेरित होंण चएंद, उन तैं संगठन मा ल्याओ जो प्रेरित छन, हरेक व्यक्ति तैं व्यक्ति मानो याने
हरेक व्यक्ति महत्वपूर्ण च, काम हूण लैक अर कुछ ललकार लैक काम हूण चएंद, काम काज्यूँ तैं सफलता/ विकास की जानकारी
दीणो इंतजाम होण चएंद , सफलता/विकास प्रेरणास्पद होंद, काम काज्यूँ इनाम आदि मिलण चएंद अर काम काज्युं तैं
पच्छ्याणक मिलण चएंद.
७- संगठन शक्ति : पर्वाण/नेता/नेतृत्व मा संगठन बणोण अर संगठन चलाणे सक्यात /शक्ति होंण चएंद
८- पर्वाण उदाहरण जरोर प्रस्तुत करदो
पर्वाण /नेता तैं समौ पर काज पूरो करणे नीयत
जौन अडयार न पर्वाण का बान कुछ नियम काज समौ पर पुरा करणो बान बणेन :
१- समौ पर काज पुरो करणो बान तत्पर रौ
२- लम्बा समौ क बान गोल/साफ़ उद्देश्य बणाण
३- मध्य क्रम का गोल बि बणाण जरोरी च
४- दिन की योजना बणये जौ अर वां पर पूरी तरां से काम करण चएंद
५- जब बढिया समौ होऊ त भौत काम कारो म
६- काम तैं संगठित ह्वेक कारो
७- बैठक /मीटिंग को ठीक से प्रबंधन जरुरी च
८- काम दुसरो तैं दीण जरोरी च अर इन काम प्रभावी ढंग से हूण चएंद
९- टाइम पर काम पूरो करणे आदत अर चाहत हूण जरोरी च
१०- स्वास्थ्य पैलो बकै काम पैथर
जौन अडायर क लिखीं किताब
जौन अडायर की किताबु ब्यौरा इन च :
1- Action Centered Leadership 1984
2- The Skills of Leadership, 1984
3- Effective Motivation , 1987
4- Understanding Motivation , 1990
hand book of Management and Leadership, 1998
बकै फड़की 6 मा बाँचो.....
To be continued on part 6.....
Copyright @ Bhishm Kukreti
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आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments