चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती
(s =आधी अ = अ , क , का , की , आदि )
म्यार धनी दगड्या पौस एरिया मा तीसवीं मंजिल मा रौंद अर कार पार्किंग बावनवां मंजिल पर करद ,
ब्याळी मि अपण रिच फ्रेंड तैं मिलणो ग्यों।
मिल्दु इ बुलण बिस्यायि - मि सुचणु छौं सांसद ही बण जांदु !
मि -कनो भ्रष्टाचार मिटाणो बिचार च ?
धनी दगड्या-न्है ! न्है ! भ्रष्टाचार मिटाणो ठेका त राहुल गांधीन लियाल।
मि -तो विदेसूं से ब्लैक मनी वापस बौड़ाणो मनशा च क्या ?
धनी दगड्या-विदेसूं से ब्लैक मनी वापस बौड़ाणो पर बाबा रामदेव , अडवाणी अर नरेंद्र मोदी कौंक एकाधिकार च।
मि -तो क्या मुसलमान भाइयों दसा सुधारणो बान सांसद बणना छंवां ?
धनी दगड्या-अरे सेक्युलर पार्ट्यूं हूंद मुसलमान हित कु टेंडर खुल्दु ही नी च। मुसलमान हित कु खरीदी आदेस औंटोमेटिकली सेक्युलर पार्ट्यूं तैं मील जांद।
मि -भारत से आतंकवाद खतम करणो बान संसद भवन जाण चाणा छा ?
धनी दगड्या- जय ललितान नै परिभाषा गढ़ याल तो आतंकवाद खतम करणो काम मि तैं नि मील सकद।
मि -सांसद बणिक हिन्दू -मुस्लिम दंगा खतम कराणों विचार त नी च ?
धनी दगड्या- हिन्दु -मुस्लिम एकता का असली अघोषित प्रभारी त मुलायम सिंग अर भाजापा वाळ छन तो उख मेरि दाळ नि गळण।
मि -तो नई ढंग कि कनफणि सी राजनीति करणो बान संसद भवन की हवा खाण चाणा छंवां ?
धनी दगड्या-नई ढंग कि कनफणि सी राजनीति करण पर त कजीर फिंकण वाळ याने केजरीवाल कु कब्जा ह्वे गे।
मि -तो क्या तुम बगैर उद्यम का गरीबी दूर करणो फ़िराक मा त नि छंवां ?
धनी दगड्या- बगैर उद्यम का गरीबी दूर करणो विचार पर साम्यवादी अर ममता बनर्जी कु कॉपीराइट च।
मि -फिर तुम सांसद किलै बणन चाणा छंवां ?
धनी दगड्या-जब कुछ काम नि हो तो संसद मा फ़कोरिक सीणो बान मि सांसद बणन चाणु छौ। अर कबि मोबाइल मा बिचकीं (पोर्नो ) फिल्म दिखुल …
मि -हैं ! सीणो बान संसद भवन ?
धनी दगड्या-किलै संसद कु टीवी प्रसारण मा नि दिखदी कि भौत सा सांसद सीणा रौंदन।
मि -खैर ! कुछ हौर काम ?
धनी दगड्या-हां जब बोर ह्वे जौल त हो हल्ला मचौल , दंगऴयो करुल।
मि -ए मेरि ब्वे !
धनी दगड्या-फिर जब दंगळयो से पुटुक नि भर्याल तो कुर्सी तुड़ल , माइक तुड़ल।
मि -औउ त तुम दंगऴयो करणो बान सांसद बणन चांदवा ?
धनी दगड्या-हाँ दिल बहलाणो बान कबि कबि संसद मा पेश बिल फड़लु , जी बुल्याल त अधनंगी ह्वे जौल , कबि कबि संसद महासचिव से हाथापाई करुल , मार्शल तैं पिटुल ....
मि -मार्शल तैं पिटला ? संसद महासचिव से हाथापाई करिल्या ?
धनी दगड्या-हाँ ! अर जब भौत बोर ह्वे जौल त मिर्च क बुक्की संसद मा उडॉल ....
मि -प्रजातंत्र मा इन कुकरतब ठीक छन ?
धनी दगड्या-भाई इन करतब त मि डेमोक्रेसी बचाणो बान ही त करुल !Copyright@ Bhishma Kukreti 21 /2/2014
[गढ़वाली हास्य -व्यंग्य, सौज सौज मा मजाक से, हौंस,चबोड़,चखन्यौ, सौज सौज मा गंभीर चर्चा ,छ्वीं;- जसपुर निवासी द्वारा जाती असहिष्णुता सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ढांगू वालेद्वारा पृथक वादी मानसिकता सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;गंगासलाण वाले द्वारा भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; लैंसडाउन तहसील वाले द्वारा धर्म सम्बन्धी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;पौड़ी गढ़वाल वाले द्वारा वर्ग संघर्ष सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; उत्तराखंडी द्वारा पर्यावरण संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;मध्य हिमालयी लेखक द्वारा विकास संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य;उत्तरभारतीय लेखक द्वारा पलायन सम्बंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; मुंबई प्रवासी लेखक द्वारा सांस्कृतिक विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; महाराष्ट्रीय प्रवासी लेखकद्वारा सरकारी प्रशासन संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य; भारतीय लेखक द्वारा राजनीति विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; सांस्कृतिक मुल्य ह्रास पर व्यंग्य , गरीबी समस्या पर व्यंग्य, आम आदमी की परेशानी विषय के व्यंग्य, जातीय भेदभाव विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य; एशियाई लेखक द्वारा सामाजिक बिडम्बनाओं, पर्यावरण विषयों पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य, राजनीति में परिवार वाद -वंशवाद पर गढ़वाली हास्य व्यंग्य; ग्रामीण सिंचाई विषयक गढ़वाली हास्य व्यंग्य, विज्ञान की अवहेलना संबंधी गढ़वाली हास्य व्यंग्य ; ढोंगी धर्म निरपरेक्ष राजनेताओं पर आक्षेप , व्यंग्य , अन्धविश्वास पर चोट करते गढ़वाली हास्य व्यंग्य श्रृंखला जारी ]
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