उत्तराखंडी ई-पत्रिका की गतिविधियाँ ई-मेल पर

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

Friday, August 26, 2016

फेसबुक फर लाइक अर कमेंट

Satirical Story By Mahesha Nand
-
Internet Presentation and Interpretation by Bhishma Kukreti 
-

रघ्घु दा चौका तिर्वळि ऐ कि गौळु चिरफाड़ी म्यौळंणि घन्नू छौ। गंवड़्या भरि दलगरेंणा(परेसान हूणा) छा वे करूंण स्ये। क्वी ब्वन्नु-- "हे वेन रूंण नी त हैंसण च ! वे कु बुबा मुर्यूं च।"
"
हे भैतुम ब्वन्ना त सै बात छंवा पंण सौंण मोरि सासू अर भादौ ऐनि आंसु। मुंड मुंड्ये ग्येनीतेल खये ग्यापितरकुड़ु थरप्ये ग्या अर मैना मनSये ग्या त अब म्यौळंणि घन क्यापंणि नि लगंणू च तुम थैं। फूकावे थैं थामर (सहारा) दींणू वे कमुक फर एक दां फेर चला।"
सर्रा गौं कजजड़ाट कै वे कड्यारम् ऐ ग्येनि। मंगंणा ब्वाडन् वे कि पीट मलासी बोलि-- "ब्यट्टा! टीग (कमर) मसकांण। कै कबुबा नि रैनि यीं मुंथम्। सौब आंदा छन अर जांदा छन।"
"
ब्वाडा जीमि जंण्दु छौं।" रघ्घुन् अपड़ु नाकआंखा अर गिच्चु फूंजी बोलि-- "मै थैं एक मैना ह्वे ग्यामिन अंमणि फेस बुक खोलि त म्यारा बुबा जी का मुन मा ३०० लुक्खुन् लाइक मारी।" रघ्घु फेर रूंण बैठि ग्या। वेन धौसिनकै बोलि --"जौं लुक्खुन म्यारा बाबै मिरत्यु थैं लाइक कैरि वु म्यारा बैरि छन। खुस ह्वे ग्येनि कि मोरि गि खिम्मा खंणत्वाळ।"
"
च्वाबै! त्यारा बुबै मुनै खबर-सार फेसबुक फर कैन सरा ?"
"
म्यारा ममा फड़क्वाळ जीन।"
"
हेप्डी ब्वे का ! फेसबुका दगड़्यौन् फड़क्वाळ जी कु नौ अर फोटु द्येखि अर फकाफक लाइक मारि द्येनि। फड़क्वाळ जी त भरि फेमस छन फेसबुक मा।" गग्गुन् फेसबुकै सकळि(सच्चै) बिंगा।
"
थ्व! कमेंट बि त पौड़ा ज्यां कसदमा मा रघ्घु भै जिकुड़ु फुंण्णु च।"
रघ्घुन् बोलि-- "कमेंट त् मिन अज्यूं तकै पौढ़ी नि छन।" रघ्घुन कमेंट ओपन कैरि त वु हौर भक्वरा-भकोर कै रूंण बैठि ग्या। फड़क्वाळ जी कु रघ्वा बुबा मुन मा पैलि वूं कि फोटु डळीं अर तौळ बटि ल्यख्यूं छौ-- "म्यारा जीजा जीसोरग ह्वे ग्येनि।" कमेंट अंया--
"
खंणत्वाळ जी! मज्जा मा हैं ?"
"
खंणत्वाळ जीआप जियो हजारों साल।"
"
वाह फड़क्वाळ जी! क्या अच्छी खबर दी।" 
"
गजब फड़क्वाळ जीदिल खुश कर दिया।"
"
आप बहुत अच्छी गडवाली लिखते हैं। लगे रहो फड़क्वाळ जी।"
"
सुन्दर कविता फड़क्वाळ जी।"
"
गजब फड़क्वाळ जी।"
"
छा गये फड़क्वाळ जी।"
"
खंणत्वाळ जी अर फड़क्वाळ जी आप हमारा मार्ग-दर्शक छंवा।"
जै कबिंगण्म ऐ होवेन मामला बींगी अर कमेंट कैरि "ओम् शांति ओम्"
हैंकु हौर तुर्रम्म खां वु ल्यखंणू "ओम शांति ओम अच्छी फिल्म है।"


Copyright@ Mahesha Nand , Kivars , Paidalsyun, Pauri Garhwal

No comments:

Post a Comment

आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments