Modern Garhwali Folk Songs, Sharp Satirical Poems
आम आदिम नि बणि (झस्कान्दी गढ़वाली कविता )
आम आदिम नि बणि (झस्कान्दी गढ़वाली कविता )
रचना -- शशि भूषण बडोनी 'राजा' ( जन्म 1969 , भिंगवाली , अंजनी सैण, टिहरी गढ़वाल )
Poetry by - Shashi Bhushan Badoni 'Raja' -
( गढ़वाली कविता क्रमगत इतिहास भाग - 149 )
( गढ़वाली कविता क्रमगत इतिहास भाग - 149 )
-इंटरनेट प्रस्तुति और व्याख्या : भीष्म कुकरेती
-
दाजी !
मि क्य बणु ?
बड़ो आदिम , या भौत बड़ो आदिम !
दाजीन बोले
ब्यटा !
सब कुछ बणि
बड़ो आदिम /छ्वटो आदिम
पर आम आदिम नि बणि
किलैकि /आम आदिम तैं लोग
चूसी दींदन
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