"जहाँ तुम ले चलो" चलता हूँ,
हमें अल्विदा कहकर चले गए,
‘दायरा’, ‘हम तुम पे मरते हैं’,
‘शिकारी’, ‘ट्रेन टू पाकिस्तान’,
‘औजार’, ‘इस रात की सुबह नहीं’,
‘गॉड मदर’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’,
‘जहाँ तुम ले चलो’, में अभिनय करके,
यादें अपनी छोड़ गए.
अभिनय और निर्देशन करके,
अपनी कला का प्रदर्शन किया,
पहाड़ ही नहीं पूरे देश को,
भरपूर मनोरंजन दिया.
पहाड़ के प्रसिद्ध अभिनेता,
निर्देशक निर्मल पाण्डे जी को,
अपने पास बुलाकर प्रभु,
"हद करदी आपने".
पहाड़ नतमस्तक है आज,
दुखी है पर्वतीय समाज,
श्रधांजलि आपको हमारी,
दुःख हमें अनंत है आज.
श्रधांजलि रचना: जगमोहन सिंह जयाड़ा "ज़िग्यांसु"
E-Mail: j_jayara@yahoo.com
19.2.2010
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