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Sunday, September 6, 2015

फेसबुक मा बेज्जत /बेज्जती

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                          फेसबुक मा बेज्जत /बेज्जती
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                        चबोड़ चखन्यौ चचराट   :::   भीष्म कुकरेती   
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  बेज्जती करण मनिखौ प्राकृतिक आदत च।  नि साहिक बि मनिख /मनखिण एक हैंक तैं भरचे दींदन एक हैंक तै खुलेआम नंगा कर दींदन याने एक हैंकाक बेज्जती कर दींदन।  फेसबुक या वर्ड्सप जन सोसल मीडिया आज एक वास्तिविकता च असलियत च एक आवश्यकता बि ह्वे गे।  
 फेसबुक मा जाण  -अजाण मा फ्रेंड रिक्वेस्ट से बण्या स्वारदगड्या ,गंवड्या एक हैंकाक बेज्जती करणा इ रौंदन।
मि तै फेसबुक क्या रियल संसार मा फोटो खैंचाण खिचण दिखाण पसंद नी च या आदत नी च। कुछ दिन पैल मीन द्वी चार फेसबुक्या स्वार -भारुं प्रार्थना पर अपण फोटो डाळि दे।  मि तै पता च कि मेरी फोटो कन च पर फिर बि जब फेसबुक्या फ़्रेंडुं से कमेंट्स मा प्रशसा का शब्द ऐन तो मीन भरच्याणि छौ।  फेसबुक्या बेज्जती से आज तक मिम्वास बरोबर काळो हुयूं छौं।  वास्तविक संसार मा मुख पर लग्युं म्वास मिट जान्दो किन्तु वर्चुअल संसार मा डिलीट करणो बाद बि बेज्जतिक म्वास नि मिठदो।
  अब यदि  जब क्वी मि तैं Unfriend कर द्यावो अर जब Unfriend करणो कारण पूछो तो वु सज्जन या सजनी से  उत्तर आवो बल - आपका प्रेरणात्मक लेखों से मि प्रेरित ह्वेक आप तै Unfriend करणु छौं तो यांसे बड़ी बेज्जती लिखवारौ क्या ह्वे सकदि?  लिखाड़ो गल्वड़ पर चार झापड़ मारी द्यावो कुल्ली फ़ोड़ द्यावो या बरमंड मा खैड़ा मारि द्यावो लिख्वार बर्दास्त कर ल्यालु पर क्वी पाठक या संभावित पाठक रुठीक चल जावो तो लिख्वारो कुण या स्थिति आत्महत्या करण से बि बड़ी बात ह्वे जांदी।
  हरीश जुयाल अधिकतर हास्य कविता पोस्ट करदु।  यदि कबि अपण ब्वेका बुल्युं मानिक हास्य व्यंग्य कवि दार्शनिक कविता पोस्ट कारो अर हरीश जुयालौ परमानेंट Like करण वाळ पाठक Comments मा पोस्ट कारन - वाह क्या हास्य कविता च इन हास्य कविता मीन कबि नि पौड़।  तो यूँ बेज्जती करदार कमेंट्स पौढ़िक  अवश्य ही हरीश जुयालन आत्महत्या हि करण।  बिचारो आज तक समझणो छौ कि फेसबुक का यी परमानेंट Like , Comments करदार वैकि कविता टक लगैक पढ़दन पर आज पता लग कि Like तो छोडो Comments बि बगैर पढ़िक पोस्ट्याणा छन तो हरीश का ज्यु साहित्य से रिटायर हूणों नि बुल्याल?या शिव दयाल शैलज की कविता पर comments आवन बल - आपकी कविता मा  तुलसीदास की भक्ति च या  आपकी कविता सूरदास जन छन तो अवश्य ही या शिव दयाल की बेज्जती होली अर गुस्सा मा शिव दयालन अपण सौ साल पुरण तूणी डाळ काटि दीण।  अमित शाह तै कबि नरेंद्र मोदी पर गुस्सा आलो तो गुस्सा मा अमित शाह नरेंद्र मोदीक त कुछ नि बिगाड़ सकुद पर लाल कृष आडवाणी तै भाजपा की प्राथमिक सदस्यता तो ख़तम कौरी सकद च कि ना ?
  या दर्शन सिंह की कैं हास्य कविता पर Comments आओ बल - क्या रुलान्दि करुणा रसयुक्त भै -बैण्युं प्रेम की कविता च तो बेज्जती का गुस्सा मा दर्शन सिंगन अपण घरवळि पर पैल दै हथ नि उठाण कवि बि तो भैंसक गुस्सा मकड़ा पर उतार्दी च।
       फेसबुक मा पाराशर गौड़ उर्दू का गजलुं क गढ़वाली मा अनुवाद पोस्ट करणा रौंदन।  भौत सा पाठक लिखदन बल -गौड़ जी कृपया यूं गढ़वळि गजलुंक हिंदी अनुवाद बि कारो कि हमर समझ मा बि ऐ जावो।  बिचारा पाराशर गौड़ वैदिन पागलपन की अवस्था मा अपण घरवळि तै सख्त हिदैत दे दींदु कि नातणि दगड तीन गढ़वळि मा बच्यायी त मीन त्यार थुन्थुर चबै जाण।  जैदिन दिग्विजय सिंह तै सोनिया गांधी डाँटि द्यावो तो दिग्गी बाबू मायूसी मिटाणो बान चिदंबरम या अन्थोनी की आलोचना करदि छन कि ना बेज्जती फेसबुक मा हो या सोनिया गांधी का दस जनपथ मा बेज्जती मिटाणो बान कै हैंकाकी आलोचना करणी पड़द।
  डा दाताराम पुरोहित बि रोज फेसबुक मा द्वी लाइन की पोस्टिंग करद। डा पुरोहितान एक दिन इंद्राणी मुखर्जी बाबत एक पोस्ट शेयर कर दे। अर शयेर करदि बीस कमेंट्स ऐ गेन।  मि इक्कीसवां कमेंटेटर्स छौ। म्यार Comments छौ बल - डा साब टीवी वाळ इंद्राणी मुखर्जी का बारा मा चौबीस घंटा ब्रेकिंग न्यूज देकि हम तै भरच्याणा छन कृपया तुम तो फेसबुक मा हम तै बक्शो ! . पता च डा दाताराम पुरोहितौ क्या जबाब आई डा पुरोहितौ का Reply छौ - भीषम जी ! म्यरो दोस्ताना राय च कि आपक दै हाथ का समिण Unfriend का बटन च तो कृपया वैUnfriend का बटन दबाओ अर मेरी फ्रेंडशिप तै तिलांजलि श्रद्धांजलि अर तर्पण दे द्यावो।  चूंकि हम दुयुंयुँन एक दुसरै बराबर की बेज्जती करि छे तो हम द्वी अबि बि वर्चुअल याने फेसबुक अर वास्तविक संसार माFriend छंवां।  हाँ यदि क्वी हैंक हूंद तो वैन बुलण छौ बल भीष्मन मेरी पूँछ मा खुट धौर दे।
एक दिन एक पोस्ट आई जैक शीर्षक छौ - अच्छे दिन कैसे ला सकते हो।  फिर पोस्ट मा लेखकन कुछ जीवन सूत्र बतैन जाँसे आदिम उन्नति कर सकद सब फेसबुक्या कॉंग्रेस्यूंन समझ कि यीं  पोस्ट मा नरेंद्र मोदी की प्रशसा च। कै बि कॉंग्रेसिन पोस्ट नि पौढ़। उषा रावत सरीखी कट्टर राहुल गांधी की चमचीन नरेंद्र मोदी की कटु आलोचना वळ विषयComments मा डाळी देन। भाजपा वळु न बि पोस्ट नि पौढ़ परComments मा नरेंद्र मोदी की प्रशसा मा गीत  पोस्ट कर दिनि । बिचारा लिख्वारन फेसबुक तैं ही तिलांजलि दे दे।
एक क्वी गढ़वाली  जीन  मेरी  पोस्ट करीं पुराणो कवि की गढ़वाली कविता से कवि का नाम उड़ै दे अर पोस्ट कर दे।  पोस्ट से साफ़ लगणु कविता वै गढ़वाली  जीकी च।  कविता की प्रशसा मा आठ दस कमेंट्स बि अयाँ छ।  मीन वै गढ़वाली  जी तै बड़ी खरी खोटी सुणाई।  वै गढ़वाली  जीक उत्तर आई -भीष्म जी कृपया मुझे Unfriend कर दीजिये इससे मैं आपको स्वयं Unfriend करने जैसे अपराध बोध से बच जाऊंगा।  चोरक चरचर बचन।
भौत सा ग्राम प्रेम्युं का अपण गांवक पट्टिका नाम पर फेसबुक मा ग्रुप खुल्यां छन।  जरा ग्रुप मा जावो तो गांवक फोटो छोड़िक गाँव का बारा मा क्वी पोस्ट नि मिल्दी।  इन ग्राम ग्रुपुं मा संता -बंता का जोक्सकपिल शर्मा के जोक्स ओबामा कनकै राष्ट्रपति बौण आदि पोस्ट मिलदी। अपण गांवक बेज्जती यांसे अधिक क्या ह्वे सकदी ?
आपन कैकि बेज्जती कार आपक  बि कैन बेज्जती कार आप कथगा इन्सल्ट सहन कर सकदवां जरा बतावो तो सही।





  6/9  /15 ,Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India
*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ चरित्र स्थान केवल व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
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