रचना -- राकेश खन्तवाल बबीना
घास लखुडू
कटदा कटदा
डाँड गाड़
आंदा जादा
पल्युन्थुरौ मां
दाथी पल्यांन्दा
वा ढुग्गी घुसेगे
दाथी ख्वीडेगे
पर वीका
हथ खुटा नि घुसे
वा रमकट
बेटी ब्वारी
मेरा पहाड़ की
पहाड़ जन रैगे
कटदा कटदा
डाँड गाड़
आंदा जादा
पल्युन्थुरौ मां
दाथी पल्यांन्दा
वा ढुग्गी घुसेगे
दाथी ख्वीडेगे
पर वीका
हथ खुटा नि घुसे
वा रमकट
बेटी ब्वारी
मेरा पहाड़ की
पहाड़ जन रैगे
सर्वाधिकार - राकेश खन्तवाल बबीना
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