उत्तराखंडी ई-पत्रिका की गतिविधियाँ ई-मेल पर

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

Monday, July 7, 2014

एक हाइ स्कुल्या की स्कोलम पैल दिन की प्रार्थना

घपरोळया , हंसोड्या , चुनगेर ,चबोड़्या -चखन्यौर्या -भीष्म कुकरेती      
                     
(s =आधी अ  = अ , क , का , की ,  आदि )


 जू बि पैल दिन हूंद वु दिन महत्वपूर्ण हूंद , इम्पोर्टेंट हूंद , भिवष्य निश्चयीकरण  कु हूंद पैल दिन।
 स्कूलौ कै बि सत्र कु पैल दिनकी दिनचर्या बतै दींद कि अग्वाड़ी क्या ह्वाल। सत्र कु पैल दिन भविष्यवाणी कर दींदु कि स्कुल्या क्या पौढ़ल , अध्यापक क्या पढ़ाल अर बजारक दुकानदार ये सत्र मा क्या क्या कारल !
हाईस्कूल याने दसम जयूँ नौन्याळक दसक क्लास मा बाँची या प्रार्थना बि यै बतांदी कि ये साल दसक कक्षा मा क्या क्या पढ़ाये जाल। 
हे परमेश्वर , हे नागराजा , हे ग्विल्ल , हे नर्सिंग !
ये साल बि पास कौर देन , निथर बेकार मा एक साल मि थैं गाँव मा रौण पोड़ल।  कै बि तरांसे दस पास ह्वे जौल तो शहर जौलु अर उखाक मजा ल्योलु। अब चाहे शहर मा क्वी बि नौकरी मीलली करि ल्योल। 
पैल त हे भगवान ये साल बि हौर सालुं तरां गणित मास्टरो नियुक्ति नि ह्वावु बस।  गणित कु मास्टर आलु त वैन स्कूलम बि गणितक सवाल कराणन अर घौराकुण बि सवाल दे दिणन।  भगवान जी तुम त जाणदा छंवां कि गणित का सवाल देखिक इ मेरि झाड़ा निकळ जांद।  फिर चलो स्कूलम तो गणित का सवाल करणो स्वांग ह्वे जाल पर भगवान ! ड्यारम बि पढ़णो स्वांग करला तो हम विद्यार्थी 'ब्वारी का महादान और  सास का बरखबान  ' सीरियल कब दिखला ? फिर भौत दां आईपीएल , या अन्य स्पोर्ट्सुं मैच बि श्याम दैं हूंदन अर यदि मास्टर इन मा गणितक सवाल करणो होम वर्क दे द्यालु तो मैच कब दिखण ? अर नागर्जा तुम त गवाह छंवां कि हमर गां मा क्वी  होसियार स्कूलया  बि त नी च जैक नकल करिक होम वर्क करे जाव !
हे ईश्वर !
 अब तुम तो जाणदा ही छंवां कि कोटद्वार -ऋषिकेश घुमणो मौक़ा बि मिलण इ चयेंद तो यांकुण स्कूलम हड़ताल जरूरी छन।  ये साल बि अध्यापकुं हड़ताल , क्लर्कुं हड़ताल , चपड़ास्युं स्ट्राइक्स , गैर अध्यापक कर्मियुं अनसन बि करे देन कि जांसे हमतैं कोटद्वार -ऋषिकेश घुमणो भरपूर मौक़ा मिल जावन। 
अर हां इन हालत पैदा करि देन कि बजारक क्वी बि दुकानदार उधार दीण मा आनाकानी नि कार हाँ ! 
हे दीनदयाल !
इमतान से पैल मि तैं भरपूर सद्बुद्धि दे देन कि मि वांकि नकल पर्ची बणौ जौं सवालुंन इमतान मा आण। 
अर जन हौर साल हूंद ये साल बि दसक परीक्षा मा नकल की खुली छूट ही नि हूण चयेंद बल्कण मा आप मास्टरुं दिमाग मा इन बौळ भरी देन कि सबि मास्टर नकल कराण मा सबि छात्रों सहायता कारन अर हाँ , मेरी सहायता हौरुं से ज्यादा हाँ !
भगवान ! ये साल बि हमर स्कूलक नकल से ही सही सत प्रतिशत रिजल्ट आण चयेंद हां !
हे नागर्जा , नर्सिंग , ग्विल्ल जनि रिजल्ट आलु मि एकै बुगठ्या सब्युं बांठै मारी देलु।  अब गां मा कैक बखर त छ नीन तो मि बुगठ्या तो नि सिरे सकुद पर सौं अवश्य घौट दींदु कि चाहे मि तैं नजीबाबाद इ किलै नि जाण पोड़ल मि पास हूणों तुर्रंत बाद तुमर ठौ मा बुगठ्या अवश्य मरलु।
बकै तुम त जाणदा इ छंवां कि स्कूलूं मा क्या   क्या हूंद।बस मि तैं पास करै देन अर बुगठ्या ले लेन। 


Copyright@  Bhishma Kukreti  6  /7 2014   
    

*लेख में  घटनाएँ , स्थान व नाम काल्पनिक हैं । 



 Garhwali Humor in Garhwali Language about Declining Education Standard , Himalayan Satire in Garhwali Language about Declining Education Standard , Uttarakhandi Wit in Garhwali Language about Declining Education Standard , North Indian Spoof in Garhwali Language about Declining Education Standard , Regional Language Lampoon in Garhwali Language about Declining Education Standard , Ridicule in Garhwali Language about Declining Education Standard , Mockery in Garhwali Language about Declining Education Standard, Send-up in Garhwali Language about Declining Education Standard, Disdain in Garhwali Language about Declining Education Standard, Hilarity in Garhwali Language about Declining Education Standard, Cheerfulness in Garhwali Language about Declining Education Standard; Garhwali Humor in Garhwali Language from Pauri Garhwal about Declining Education Standard; Himalayan Satire in Garhwali Language from Rudraprayag Garhwal about Declining Education Standard; Uttarakhandi Wit in Garhwali Language from Chamoli Garhwal about Declining Education Standard; North Indian Spoof in Garhwali Language from Tehri Garhwal about Declining Education Standard; , Regional Language Lampoon in Garhwali Language from Uttarkashi Garhwal about Declining Education Standard; Ridicule in Garhwali Language from Bhabhar Garhwal about Declining Education Standard; Mockery  in Garhwali Language from Lansdowne Garhwal about Declining Education Standard; Hilarity in Garhwali Language from Kotdwara Garhwal about Declining Education Standard; Cheerfulness in Garhwali Language from Haridwar about Declining Education Standard

No comments:

Post a Comment

आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments