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उत्तराखंडी ई-पत्रिका

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Thursday, August 17, 2017

आत्म सुधार नाम इ सूणी आत्मा बितक जांद

(Best  of  Garhwali  Humor , Wits Jokes , गढ़वाली हास्य , व्यंग्य )
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  चबोड़ , चखन्यौ , ककड़ाट  :::   भीष्म कुकरेती    
      इंटरनेट आण से नकल जुग  याने कट पेस्ट जुगै पवाण लग।  फेसबुक अर व्हट्सप्प  आण से कट पेस्ट युगन हैंक एक भयंकर युगै शुरुवात कार । फेसबुक या व्हट्सप्प अचकाल प्रेरणा दायी , सीख दिँदेर , अड़ाण वळ मीडिया ह्वे ग्याइ।  जैतै द्याखौ स्यु अपण परिवार छोड़ि दूसरों तैं अड़ंदेरी रैबार भिजणु रौंद। इख तलक कि जौंक दगड़ मि रात द्वी बजि तक दारु घळकाणु रौंद , सिगरेटुं धुंवारौळी करणु रौंद , गाळीम बचळयोंणु रौंद वी दुसर दिन दुफरा मा मेकुण फेसबुक अर व्हट्सप्प मा व्यक्तिगत मैसेज बॉक्स /वाल मा " दारु बुरु चीज च -यांसे कळयज फुकेंद , सिगरेट बुरी चीज च -यांसे फबस फेफड़ा फुकेन्द अर गाळी दीण से बेशरम नेता बि नाराज ह्वे जांद" जन रैबार बगैर भुल्याँ भिजदन अर दुसर मैसेज मा आज कै दारु अड्डाम बैठला की सूचना बि हूंद । 
     पंदरा अगस्त अर रखड़ी जन त्यौहार दगड़ी ऐ जावन तो प्रेरणादायी संदेशों सुनामी ऐ जांद अर इनमा मोबाइल अधमरो ह्वेक सूचना दे दींदो बल मेरी सांस रुक गे  स्टोर बॉक्स साफ़ कारो तो मि बच जौलु।  त ब्याळी ,  व्हट्सप्प मेसेजों से भर्युं स्टोर साफ़ करणम म्यार सरा दिन खराब ह्वे।  कुछ संदेस इन छा -
        'हळका खावो अर प्रेरणादायी पाठ्य बांचो -पौड़ा'।  म्यार हिसाब से तो संदेस इन हूण चयेणु छौ - हळका बांचो जन चाचा चौधरीक कॉमिक अर प्रेरणादायी डिजर्ट  कारो जन जलेबी।  जलेबी से अधिक दार्शनिक भोजन मि तै अबि तलक त नि दिखे। 
     ' पौणु स्वागत सकारात्मक रूप से कारो ' ! ये संदेस बाँचीक म्यार ज्यू बुल्याइ बल द्वार पर संदेस लेखी द्यों - कृपया अपने जूते अंदर लाएं अर अपने अहम को बाहर ही छोड़ दें। 
     ' अपण रवया बदलो' संदेस मि तै सही लग अर मीन भोळ बिटेन अपण रवैया बदलण।  सुबेर सुबेर जब बढ़िया निंद आणि रौंदी त तबि घरवळि बिजाळ दींदी अर मि चुपचाप खड़ो ह्वे जांद।  भोळ बिटेन मीन वीं तै गाळी दीण कि सुबेर दस बजि बि क्वी बिजाळणो बगत च। 
  संदेस ' भूतकालै अपण छुटि छुटि सफलताओं तैं याद कारो ' बि जरा ना बिलकुल इ कठण च।  अरे दूसरों गोर कै हैंकाक पुंगड़ सफलतापूर्वक ठसेल दीण; दूसरै  अफकुण बणयीं पर्ची चोरी करिक इम्तहान पास करण या जाण सेकंड क्लास डब्बा से अर  टीए डीए बिल मा फस्ट क्लास चार्ज करण जन सफलता याद करण लैक छन क्या ?
     'दूसरों से सल्ला ल्यावो ' सलाह बि त समस्यामूलक च ।   घंघतोळ या  च बल फेसबुक्या दगड़्यों सल्ला ठीक राली , व्हाट्सप्प दगड्यों सल्ला ठीक राली कि गूगल सर्च की सलाह उचित राली ?
    एक्सरसाइज कारो सलाह बि समस्यामूलक सलाह च।   योग सेक्युलर एक्सरसाइज नी च , डंड बैठक जोग शरीर नी च अर यदि हौर व्यायाम करदो तो  विदेशी व्यायाम छन जब कि अचकाल चाइनीज अर विदेशी वस्तु त्यागणो युग चलणो च तो मि देशभक्त विदेशी व्यायाम कनै कौर सकुद।  इलै व्यायाम बि मि शुरू नि कौर सकुद। 
     नकारात्मक सोच बंद कारो , दुसरौं अवगुण नि द्याखो अर दुसरों निंन्दा नि कारो सलाह आम लोगुं कुण त ठीक च पर व्यंग्यकार का तो यि तिन्नी असली हथियार छन यदि नकारात्मक सोच , अवगुण नि द्याखो अर निंदा नि कारो क रस्ता पर चलूल त व्यंग्य कु ल्याखल ?
    छोड़ो मत , डटे रहो सलाह तै मीन मानी दे अर दारु , सिगरेट मीन नि छुड़ण्याइ। 
     
 एक सलाह मि तैं भौत पसंद ऐ बल ' वे काम छोड़ी द्यावो जु पसंद नी।  अब 2000 गढ़वळि व्यंग्य लेखिक बि 20 -25 पाठक नि बणिन त गढ़वळिम लिखण छुड़णम इ लाभ च। 
      
       बाकी सल्लाऊँ बाराम छबीस जनवरी मा छ्वीं लगौला।-

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Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India , 17 /8 / 2017

*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल हौंस , हौंसारथ , खिकताट , व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
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