गढ़वाली हास्य व्यंग्य
जगा जगा सड्याण , किड़ाण , भभळाण , मुताण , चिराण, हगाण, गुवाण, बस्याण,बासि भातौ भत्याण, घिणाणो मामलम पौड़ी अर बंगलौरम क्वी फर्क नी च , भेद नी च द्वी गन्दगी मामलम इकसनी छन .
हौंसि हौंस मा, चबोड़ इ चबोड़ मा
बंगलौर अर पौड़ी इकसनि छन
चबोड्या : भीष्म कुकरेती
अचकाल हरेक उत्तराखंडी छाती चौड़ी कौरि घुमणु रौंद , अजकाल हरेक पहाड़ी घमंडम च क्या जगा जगा बुलणु क्या रौंद ढोल बजैक , भोम्पु बजैक , मुंडळम जैक धै लगान्दु बल पौड़ी गढ़वालै राजधानी पौड़ी कर्नाटकौ राजधानी बंगलौर दगड़ छौंपा दौड़ (प्रतियोगिता ) करणम सक्षम च अर द्वी इकजनी छन .
भई द्वी राजधानी छन .दुई जनसंख्या मामलाम भैस जन गैबण छन . द्वि जगा, जख स्वीण नि जै सकद उख सबळ घुचाये जाणो च . द्वी जगा, जखम द्वी मनिख रौण चयाणा छा उख दस मनिख निवास करदन। गाउँ निर्बीज करणम द्वी अग्वाड़ी छन। द्वी राजधानी छन अर कै ना कैक शान छन .
पौड़ी खुण शानै, टिपोडै , घमंडै बात या च बल बंगलौरम बि पौड़ी जन कचराशाही मची च . ठीक च हम गढ़वळि पौड़ी सणि बंगलौर जन आई टी शहर नि बणै सकदवां पण हमम इथगा हिकमत,लियाकत त छें च बल हम पौड़ी तै बंगलौर जन कचरा शहर त बणै इ सकदवां कि ना ? अर हम पौड़ी वळा बि पौड़ी शहर तै कचरा शहर बणाणम इनी जोर लगाणा छंवां जन बुल्यां नवा कचराशाही मा बंगलौर पौड़ी से अग्नै चली जावो धौं !
पौड़ी तै कचाराशाहीम बंगलौरो बरोबरी करण मा सरकार ,पब्लिक अर प्राइवेट पार्टिसिपेसनो बहुत इ बढिया सामंजस्य च . हमारो समाज सफाई पसंद च अर अपण ड्यारो खौड़ सुरणम सद्यनी अग्वाड़ी रौंदा, जनि हमर ड्यार खौड़ ह्वाई ना बल हम सटाक से अपण ड्यारो खौड़ सार्वजनिक जगाम चुलै दीन्दा अर अपण व्यक्तिगत भागीदारी सबूत दीणा रौंदा . व्यापारी संस्थान या दुकानदार बि पौड़ी तै या बंगलौर तै कचराघर बणानम पैथर नि रौण चांदन अर अपण दूकान या व्यापारिक संस्थानों खौड़ कचरा सडम रस्तों म फेंकीक अपुण भागीदारी निभान्दन , सरकारी विभाग अग्रिम योजना नि बणै दुनिया तै बताणम सक्षम च बल द्याखो हम बंगलौर या पौड़ी तै कचराशहर बणानम उस्तादों उस्ताद छंवां। पौड़ी अर बंगलौरो रस्तों मा पड्यु कचरा पब्लिक -प्राइवेट पार्टिसिपेसनो उमदा उदाहरण च . भागीदारी इथगा अटूट च बल क्वी कै पर भगार नि लगै सकुद .
पब्लिक बड़ी होशियार अर अनुशासन्युक्त च बस जखम बोर्ड लग्युं रौंद बल इखम कचरा नि धुळण उखमि कचरा ढेर लगै दॆन्दि किलैकि वा बींगी जांदी बल भै जखम जगा ह्वेलि उखमि त कचरा नि फेंकणो बोर्ड लगल कि ना ?
अचकाल भारत का शहरो मा कुत्तों की जमात डॉग फेस बुक माँ बहस पर व्यस्त च बल सबि शहरो से कुत्तो पलायन बंगलौर या पौड़ी तरफ होणु च इनि माखो , कवों , चिलंगुं , भौं भौं किस्मो कीड़ो जमात बि माखो , कवों , चिलंगुं , भौं भौं किस्मो कीड़ो बंगलौर अर पौड़ी तर्फां पलायन से परेशान छन अर सरकार व पब्लिक से दरख्वास्त करणा छन बल पलायन रोके जावु .
बंगलौर अर पौड़ीम कूड़ो ग्राउंड फ्लोरों कीमत कम ह्वे गेन किलैकि लोग बाग़ रत्यां अपुण कचरा कैक बि इख ग्राउंड फलोरम कचरा फेंकि ऐ जान्दि . अचकाल लोगुं तै चोरी डौर कम अपण चौकुम कचरा जमा होणों डौर बिंडी हुन्दि . चौकीदार संघन कचरा रोको चौकीदार विभाग खोली याल अर पौड़ी अर बंगलौरम अब हरेक बिल्डिंगम द्वि किस्मो चौकीदार धर्याणा छन एक चोरी रुकणो अर दुसर क्वी हैंको बिल्डिंगम कचरा फेंकि नि जावो . इनि अब सफाई करण वाळु द्वि जमात ह्वे गेन एक जु सफाई करद अर हैंको जु अपण ड्यारो कचरा दुसरो बिल्डिंगम या आम बाटोंम फेंकि आवो।
Copyright@ Bhishma Kukreti 16/12/2012
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