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Thursday, January 4, 2018

गढ़वळि कवि बड़ा निर्दयी छन

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गढ़वळि कवि  बड़ा निर्दयी  छन 

 चक्कलस   :::   भीष्म कुकरेती   

मीन प्रसिद्ध चित्रकार रवि वर्मा का बाराम पौढ़ी छौ कि वूंक प्रेरणा स्रोत्र मुंबई की एक वैस्या छै तो मि तै सोळ अन भरवस छ बल हरेक प्रेम रस कु कवि की क्वी ना क्वी छोरी प्रेरणा स्रोत्र हूंदी च। 

राजा रवि वर्मा  की प्रेरणा से प्रेरित ह्वेक मि  एक ऐतिहासिक लेख की तयारी मा छौ कि गढ़वाली प्रेमयुक्त कविताओं जनक अर ऊंक प्रेरणाओं बारा मा दुन्या तै अंग्रेजी म बतौं।  
  मानो या नि  मानो अधिकतर गढ़वळि कवि निर्दयी छन , निर्मोही छन , मतबल आज का  ज़िंदा  कवि,  गिताड़ अर गजलकार टरकाणम उस्ताद छन । 
  अब पुरण दगड्यों मा मदन डुकलाणै छ्वीं ले ल्यावो।  श्रृंगार रस पर सवादी  कविता लिखदन अर अपणी हीरोइन की आंदि जांदि सांस तक गौणी दींदन पर मजाल च जु कबि मै तै बतै व्हा बल वा क्वा च जैंकि प्रेरणा से इथगा मयळि कविता रचे गेन।  बोतल देवी क मंदिर मा मदिरा देवी पूजा करद करद मीन मदन तै कथगा दैं पूछ बल भाई मदन यार बता त सै वीं 'गर्ल फ्रेंड ' तै जैंका नाम पर तू इथगा मजेदार गजल रची दींदी ? अर हर बार क्रूर मदन डुकलाण कबि वैजयंती माला क नाम ले ल्यावो त कबि मधुबाला क नाम।  एक दैं त चिकन टंगड़ी गिच पर लिजांद लिजांद मदनन लीला चिटणीसक नाम ले ल्याई।  ठीक च दगड्यों बीच हम बेवकूफ बणनो कोशिस करदा पण बूडददि तैं श्रृंगार रस की कविता कु प्रेरणा स्रोत्र त नि मने सक्यांद ना ?  भौत दैं फोन पर बि वींक बारा मा पूछ पर आजकल मदन कबि कटरीना कैफ का नाम बथांद त कबि प्रियंका चोपड़ा नाम हाँ एक दैं आयुस्का शर्मा क नाम तक ले ये निर्दयीन।  हूँ ! ये भै कनै मानु सच। तुमि न्याय कारो कि  नौनाक वाइफ या गर्ल फ्रेंड  से वातसल्य रस की कविताओं प्रेरणा मीललि कि प्रेम रस कविता की ? 
  
  जब मदन से थक  ग्यों त मीन सम्मानीय नरेंद्र सिंह नेगी जी से पूछ बल नेगी जी आपन इथगा प्रेमरस युक्त कविता रचिन त जरा अपण प्रेरणा कु नाम बतै द्यावो।  अर हर बार नेगी जी अपण धर्मपत्नी नाम बथै दींदन।  अब क्या बुलण जब इथगा बड़ आदिम इथगा बड़ो झूट ब्वालल त तुम तै भगवान से बि भरवस नि उठ जालो कि ना ? अरे ! धर्मपत्नी की प्रेरणा से रामचरित मानस लिखे जांद , धर्मपत्नी की प्रेरणा से हनुमान चालीसा लिखे जांद ना कि प्रेम सतसई।  खैर नेगी जीन बि निरास ही कार अर अपण प्रेरणा कु नाम नि बथै। 
   पौड़ी का ही छन त्रिभुवन उनियाल।  यूंकि 'बौ ' बड़ी फेमस च।  मीन फोन पर पूछ बल उनियाल जी जरा वीं असली बौ का नाम बथै द्यावो जांकि प्रेरणा से आपन इथगा जीवंत चरित्र पैदा कार।  उनियाल जी लगदन कि डिप्लोमेट ह्वे गेन ऊँन फेणुका चौधरी का नाम ले ल्याई बल मेरी प्रेरणा स्रोत्र तो फेणुका चौधरी च। राजनीतिग्य जि प्रेम प्रेरणा स्रोत्र बणदा त भारत मा जातीय दंगा किलै हूंद। 
   
   
    निरस्येक  मीन गिरीश सुन्द्रियाल से बात कार बल तुमर गीतों म हर मौसम मा  मौळयार इ रौंदी त जरा अपण प्रेमीका को नाम तो बताओ।  सुन्द्रियाल  वै जमानौ चौंदकोट्या बांद  बौ सुरीला , छमना , भामा की छ्वीं लगाण मिसे गे  . ये मि छौं दुनिया का झठा सेल्समैनों सरदार अर झूठों का सरदार मा गिरीश झूठ बुलणु छौ त किलै  बात खपण छे। 
     मीन दिल्ली पयाश  पोखड़ा तै फोन कार कि जरा वीं छोरी नाम त बता कि वा छ कन च जैंक प्रेरणा से इथगा रसीली गजल खत्यांदन।  विभूति भुलान त गजब ही कर दे।  ब्वाल बल मेरी प्रेरणा त सुनील थपलियाल घंजीर  च बल।  धर्मेंद्र नेगी तै फोन कार त बुलण लगिन बल गुरूजी म्यार प्रेरणा त हरीश जुयाल जी छन।  म्यार इन ऐतिहासिक लेख अंग्रेजी मा ही हूंदन।  अर जु अंग्रेज , अमेरिकी या विदेशी महाभारत या पुराण पौढ़िक सिद्ध करदन बल कृष्ण अर अर्जुन समलैंगिक छा वो तो म्यार लेख बाँचीक न्यूआर्क टाइम्स मा  लेख प्रकाशित कार द्याल बल ऑल गढ़वाली क्रिएटिव आर समलैंगिक तो भ्यूंचळ नि ऐ जाल।  घरवळिक  त मि तैं चिंता नी किन्तु मुंबई की मेरी प्रेमिका म्यार बारा म क्या स्वाचल ?
   अब मेरी हिम्मत नी हूणी कि मि वीरेंद्र पंवार सी पूछ।   मि तै पता नी किले लगणु च बल वीरेंद्रन बोली दीण कि मेरी प्रेरणा त मेरी भैंसी च।  
    
    समज मा नी आणु कि ये ऐतिहासिक लेख तै कनै पूर कौरु।  आपि कुछ सुझाव द्यावो जरा। 

*झुटिस्थान से लियुं लेख। 
25 /12 / 2017, Copyright@ Bhishma Kukreti , Mumbai India ,

*लेख की   घटनाएँ ,  स्थान व नाम काल्पनिक हैं । लेख में  कथाएँ , चरित्र , स्थान केवल हौंस , हौंसारथ , खिकताट , व्यंग्य रचने  हेतु उपयोग किये गए हैं।
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    ----- आप  छन  सम्पन गढ़वाली ----
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