उत्तराखंडी ई-पत्रिका की गतिविधियाँ ई-मेल पर

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

उत्तराखंडी ई-पत्रिका

Wednesday, September 18, 2019

पौराणिक गढ़वाली लोकगीत

ये गीत जो की अब सुनने को न मिलते एक जमाना था जब गाँव की शादियों में ये सब चलता था । बारात के आगे आगे आदमी ढोलकी ले कर महिलाएं घाघरा पहनके इन्ही सुंदर सुंदर गानों में नाचा करते थे उस समय बैंड बाजों का रिवाज नहीं था इन्ही की सुंदर प्रस्तुति हुआ करती थी सच में कितना अच्छा समय था । अब ये सब तो शायद कोई भी नहीं जानता होगा ||


उत्तराखंड संस्कृति चैनल आपको इन भूले बिसरे गीतों से आपकी पुरानी याद ताजा करने की कोशिश करेगा .

Subscribe to Uttarakhand Sanskriti Youtube Channel:- Uttarakhand Sankriti Youtube Channel


1 comment:

  1. this old tradition vedio song is not open.

    ReplyDelete

आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments