


कार्यक्रम:- यंग उत्तराखंड का चौथा निशुल्क: ह्रदय एवं सामान्य रोग जाँच शिविर
स्थान:- राजकीय इंटर कालेज नौगाँवखाल, पौडी गढ़वाल, उत्तराखंड
दिनांक:- 10 एवं 11 नवम्बर 2009.
प्रसंग :-
यंग उत्तराखंड (पंजीकृत) का चौथा निशुल्क: ह्रदय एवं सामान्य रोग जाँच शिविर दिनांक:- 10 एवं 11 नवम्बर 2009 को राजकीय इंटर कालेज नौगाँवखाल, पौडी गढ़वाल, उत्तराखंड में विश्व विख्यात ह्रदय रोग विशेषज्ञ डा. नरेश त्रेहन एवं डा. आर आर कासलीवाल मेदंता दा मेडिसिटी अस्पताल (गुडगाँव) के चिकित्सक एवं सहयोगी सदस्य दल के सहयोग से सफलता पूर्वक संपन्न हुआ
मेदंता दा मेडिसिटी अस्पताल के चिकित्सक एवं सहयोगी सदस्य :-
(1) डा. भूपेंद्र सिंह (ह्रदय रोग विशेषज्ञ)
(2) डा. राकेश पांडये ((ह्रदय रोग विशेषज्ञ)
(3) श्री आर. जी. सिंह (सहयोगी)
(4) श्री प्रियेष (सहयोगी)
(5) सुश्री समना (सहयोगी)
(6) सुश्री उरुषी (सहयोगी)
(7) श्री प्रदीप (सहयोगी)
स्थानीय चिकित्सक दल:
(1) डा. मनमोहन घिल्डियाल ( सामान्य रोग विशेषज्ञ )
(2) डा. द्वारका प्रशाद कैंथोला ( नेत्र रोग विशेषज्ञ )
(3) डा. अनु रावत (महिला एवं बाल रोग विशेषज्ञ )
यंग उत्तराखंड स्वयम सेवक दल के सदस्य :-
(1) श्री चंद्रकांत नेगी
(2) श्री विपिन पंवार
(3) श्री आशीष पांथरी
(4) श्री विवेक पटवाल
(5) श्री धीरेन्द्र चौहान
(6) श्री सुशील सेन्दवाल
(7) श्री विजय सिंह बुटोला
व्याख्या:-
दिनांक 09 नवम्बर 2009 को रात 10:30 पर यंग उत्तराखंड स्वयम सेवक दल के सभी 7 सदस्य यंग उत्तराखंड के चौथे निशुल्क: ह्रदय एवं सामान्य रोग जाँच शिविर में भाग लेने नौगाँवखाल, पौडी गढ़वाल, उत्तराखंड को दिल्ली से रवाना हुए
रात करीब 1:oo बजे हम मीरापुर पहुंचे, वहा पर हमें रात का भोजन किया और उसके पश्चात हम अपने गंतव्य की और निकल पड़े
रात 3:30 बजे हम सभी कोटद्वार पहुचे वहा से हमने डा. अनु रावत (महिला एवं बाल रोग विशेषज्ञ) को साथ लिया और जल-पान के पश्चात अपनी शेष यात्रा को पूरा करने निकल पड़े
भोर 7 बजे हम सभी बमोला गाँव पहुचे वंहा पर श्री कैलाश बमोला जी के घर पर हमारे चाय की व्यस्था थी चाय पी कर हम कैम्प स्थल नौगाँवखाल के लिए निकल पड़े
नौगाँवखाल बाजार में श्री चन्दन सिंह रावत (श्री चंद्रकांत नेगी जी के मौसा जी ) के घर पर पहुंचे वहा चाय पी कर हम कैम्प स्थल के लिए निकल पड़े
कैम्प स्थल पर पहुच कर हमने वंहा कमरों में चिकित्सको के बैठने की व्यस्था की तकनीकी सहयोगी दल के साथ मिल कर हमें मशीनों को रखवाया व सभी प्रकार की व्यस्था की
कैम्प के स्थानीय सहयोगकर्ता श्री नीरज पांथरी (सदस्य राज्य युवा कल्याण मोर्चा) व श्रीमती आशा पांथरी (जिला पंचायत सदस्य ) ने कैम्प में पहुच कर व्यस्था करने में हमारी सहायता की
कैम्प में विद्यालय भवन के प्रथम तल पर डा. भूपेंद्र सिंह ह्रदय के रोगियों की जाँच कर रहे थे तथा उसी कमरे में सुश्री समना रोगियों की ई.सी.जी.जाँच व सुश्री उरुषी रोगियों का इको-कार्डियो कर रही थी
डा. राकेश पांडये (ह्रदय रोग विशेषज्ञ) व डा. मनमोहन घिल्डियाल ( सामान्य रोग विशेषज्ञ ) भी इसी कमरे में रोगियों की जाँच कर रहे थे तथा श्री आर. जी. सिंह मरीजो व चिकित्सकों के मध्य समन्वय स्थापित कर रहे थे
वंही विद्यालय के उपरी भवन में डा. द्वारका प्रशाद कैंथोला (नेत्र रोग विशेषज्ञ ) एवं डा. अनु रावत (महिला एवं बाल रोग विशेषज्ञ ) रोगियों की जाँच कर रही थी
इस कैम्प के पहले दिन लगभग 250 रोगियों का नामाकन तथा जाँच हुई कैम्प से दुसरे दिन 110 रोगियों की जाँच हुई तथा निशुल्क: दवाओ का वितरण किया गया
दोपहर 1 बजे हमें समापन समारोह का आयोजन किया जिसमे श्री विवेक पटवाल जी ने डा. भूपेंद्र सिंह को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया श्री धीरेन्द्र चौहान जी ने श्री नीरज पांथरी जी की स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया व इसके पश्चात श्री विजय सिंह बुटोला ने श्रीमती आशा पांथरी जी को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया
कैम्प में भाग लेने वाले चिकित्सीय दल के सहयोगी सदस्यों को श्री चंद्रकांत नेगी जी , श्री विपिन पंवार जी, श्री सुशील सेन्दवाल व श्री आशीष पांथरी जी ने प्रमाण-पत्र भेंट कर सम्मानित किया
इस प्रकार यंग उत्तराखंड का यह चौथा निशुल्क मेडिकल कैम्प सफलता पूर्वक संपन्न हुआ दोपहर 2:20 पर यंग उत्तराखंड स्वयम सेवक दल के सदस्य व चिकित्सक एवं सहयोगी सदस्य नौगाँवखाल से दिल्ली के लिए रवाना हुए
यंग उत्तराखंड के इस निशुल्क मेडिकल कैम्प में उत्तराखंड की दो अन्य संस्थाए क्रियेटिव उत्तराखंड (नई दिल्ली) एवं उत्तराँचल एशोसियेशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका ने भी सहयोग दिया
यंग उत्तराखंड की ओर से मैं उन सभी भाई बहिनों को हार्दिक धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने इस निशुल्क मेडिकल कैम्प के आयोजन में प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से भाग लिया तथा यह कामना करता हूँ की भविष्य में भी यंग उत्तराखंड की आगामी समाज सेवी कार्यकमों में इसी प्रकार भागीदार बन कर अपनी जन्म भूमि के लिए यथा योग्य व यथा शक्ति योगदान देंगे