जो किया प्रण तुमने
मुझको किया धारण तुमने
इस प्रवाहिनी को त्याग कर
उस सागर में मिल न जाना
देखो कंही तुम मुझे
भूल न जाना
तुम्हारे ही विश्वास पर
और तुम्हारे उत्साह पर
में जाता हु लेने तारे
तुम चाँद में खो न जाना
देखो कंही तुम मुझे
भूल न जाना
मेरी पूजा मेरे पुष्प
तुम किसी देव पर न चढाना
तुम ही हो मेरे आराध्य
तुम मेरे लिए वर्णीय
तुम मुझको न ठुकराना
देखो कंही तुम मुझे
भूल न जाना
naveen payaal "छुयाल"
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