ये गीत जो की अब
सुनने को न मिलते एक जमाना था जब गाँव की शादियों में ये सब चलता था । बारात के
आगे आगे आदमी ढोलकी ले कर महिलाएं घाघरा पहनके इन्ही सुंदर सुंदर गानों में नाचा
करते थे उस समय बैंड बाजों का रिवाज नहीं था इन्ही की सुंदर प्रस्तुति हुआ करती थी
सच में कितना अच्छा समय था । अब ये सब तो शायद कोई भी नहीं जानता होगा ||
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this old tradition vedio song is not open.
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