यूँ आंख्यौं मा, कुजाणि क्यौकु,
बगणा छन, दण-मण आंसू,
मन मा मेरा, यनु कुछ निछ,
आज होयुं छ क्वांसू.....
प्यारी ब्वै होलि, याद कन्नि मैं,
मन होलु होयुं क्वांसू,
देळि मा बैठि, होलि बाटु हेन्नि,
तब्बि बगणा छन आंसू....
यूँ आंख्यौं मा, कुजाणि क्यौकु,
बगणा छन, दण-मण आंसू,
मन मा मेरा, यनु कुछ निछ,
आज होयुं छ क्वांसू.....
होलु क्वी दगड़्या, याद कन्नु मैं,
होयुं होलु मन वैकु क्वांसू,
यूँ आंख्यौं मा, तब्बि बगणा छन,
दण-मण ताता आंसू.....
यूँ आंख्यौं मा, कुजाणि क्यौकु,
बगणा छन, दण-मण आंसू,
मन मा मेरा, यनु कुछ निछ,
आज होयुं छ क्वांसू.....
खुद लगणि होलि, कै दगड़्या तैं,
कख होलु भैजि "जिग्यांसू",
यनु लगणु छ, तब्बि औणा छन,
यूँ आंख्यौं मा आंसू..........
यूँ आंख्यौं मा, कुजाणि क्यौकु,
बगणा छन, दण-मण आंसू,
मन मा मेरा, यनु कुछ निछ,
आज होयुं छ क्वांसू.....
सर्वाधिकार सुरक्षित,उद्धरण, प्रकाशन के लिए कवि की अनुमति लेना वांछनीय है)
जगमोहन सिंह जयाड़ा "जिग्यांसू"
ग्राम: बागी नौसा, पट्टी. चन्द्रबदनी,
टेहरी गढ़वाल-२४९१२२
5.6.2009
bahut achhe bhaya!
ReplyDeleteamazing......bahut hi badiya..........
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