अपनी लेखनी के द्वारा उत्तराखंड की सेवा करने वाले सभी उत्तराखंडी भाइयो को मेरा नमस्कार
आपकी poetry पड़कर अच्छा लगा सर आपसे कुछ पूछना चाहता हूँ मेरा उत्तराखंड विकास के
पथ पर कहा जा रहा है सडके आज भी टूटी हुई है स्कूल कॉलेज की हालत में कंही भी सुधार नहीं हुआ है
मेने तो आपकी बेबसाईट पर ये भी पड़ा हे की जबतक राजधानी गेर्सेंन नहीं बनती तबतक उत्तरांचल
का विकास नहीं हो सकता है क्या गेर्सेंन वालों के पास कोई जादू की छड़ी है जो घुमाते ही उत्तरांचल की हालत सुधार लेंगे बहुत श्रम की बात हे आज हम राजधानी के लिए लड़ रहे है विकास तो कोई करना ही नहीं चाहता उत्तरांचल में काफी इंडस्ट्रीज लगी है लेकिन उत्तरांचल का नोजवान आज भी
बेरोजगार है चारो तरफ भर्स्टाचार ही है सभी अपनी अपनी जेबे भर रहे है हरिद्वार में सारे आदमी मुल्याम सिंह के है अपने सहीदो का बलिदान बेकार ही गया बहार के लोगो ने यहाँ कब्जा कर लिया और उत्तराखंड के लोग कल भी बहार थे और आज भी बहार ही है हम कुए के मेंडक बनकर ही रहे गये हमारे लीडरों और प्रोपर्टी डीलरों ने सारे उत्तराखंड को बेच कर सबको बेघर कर दिया है
मेने इन सबके ऊपर कुछ लाइने लिखी है आपके सामने पर्स्तुत कर रहा हूँ
कना नेतो का पल्ला पड्यू मेरु उत्तराखंड
अफु अफु मा सभी चोर छेनी केते देंन दंड
कना नेतो का पल्ला पड्यू मेरु उत्तराखंड
पहली सरकार यख बी जे पी आई राजय न मेरु उत्तरांचल नो पाई
कांग्रेस ते यू रास नी आई वेंन उत्तराखंड नो धराइ
नो का ही विकास मा दुई पारटीयोंन फाइल अप्डी केली बंद
अफु अफु मा सभी चोर छेनी केते देंन दंड
कना नेतो का पल्ला पड्यू मेरु उत्तराखंड
अभी नो की लडये छूटी नी राजधानी की ल्डये जुडीगे
कुई बुनू गेर्सेंन कुई बुनू देहरादून एमा ही विकास सब रुकीगे
राजधानी की योंकी ल्डये मा फंसीगे मेरु उत्तराखंड
अफु अफु मा सभी चोर छेनी केते देंन दंड
कना नेतो का पल्ला पड्यू मेरु उत्तराखंड
योजना सभी कागजों मा बनी विकास सिर्फ घोस्नो मा सूनी
सड़क बनी न पूल बनी अस्पताल बनी न स्कूल बनी
अपनी इनी दुर्दशा देखी रोंन लगु मेरु उत्तराखंड
अफु अफु मा सभी चोर छेनी केते देंन दंड
Nirmal Vinod
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आपका बहुत बहुत धन्यवाद
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