Home

Tuesday, January 19, 2010

पहाड़ आवा

हमरि पर्यटन कि
दुकानि खुलिगेन
पहाड़ आवा

हमरि चा कि दुकान्यों मा
‘तू कप- टी’ बोली जावा
पहाड़ आवा

हमरा गुमान सिंग रौतेल्लौं
डालर. ध्यल्ला, पैसा दे जावा
पहाड़ आवा

पहाड़ पर घास लौंदी
मनख्यणि कु फ़ोटो खैंचि जावा
पहाड़ आवा

देव धामूं मा द्‍यब्ता हर्चिगेन
पांच सितारा जिमी जावा
पहाड़ आवा

परर्कीति पर बगच्छट्ट ह्‍वेकि
कचरा गंदगी फ़ोळी जावा
पहाड़ आवा

हम लमडि छां
बौगि छां
रौड़ि छां/ तुम
कविलासुं मा घिस्सा- रैड़ि
रंगमतु खेलि जावा
पहाड़ आवा

source : Jyundal (A Collection of Garhwali Poems)
कापीराइट : धनेश कोठारी

2 comments:

  1. बहुत सुंदर,... बधाई...

    ReplyDelete

आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks for your comments