History of Culture and Civilization in Haridwar, Bijnor and Saharanpur during Maurya Period
हरिद्वार इतिहास , बिजनौर इतिहास , सहारनपुर इतिहास संदर्भ में मौर्य काल की सभ्यता व संस्कृति
हरिद्वार इतिहास , बिजनौर इतिहास , सहारनपुर इतिहास संदर्भ में मौर्य काल की सभ्यता व संस्कृति
Ancient History of Haridwar, History Bijnor, History Saharanpur Part -104
हरिद्वार इतिहास , बिजनौर इतिहास , सहारनपुर इतिहास -आदिकाल से सन 1947 तक-भाग - 104
इतिहास विद्यार्थी ::: भीष्म कुकरेती
हरिद्वार इतिहास , बिजनौर इतिहास , सहारनपुर इतिहास -आदिकाल से सन 1947 तक-भाग - 104
कौटिल्य के अर्थशास्त्र से व यूनानी साहित्य से पता चलता है कि भारत में या कहें कि मौर्य काल में हरिद्वार , बिजनौर व सहारनपुर की सभ्यता व संस्कृति निम्न प्रकार थी -
विभिन्न वर्ण /जातियां
यूनानी लेखक ने मौर्य कालीन भारत में निम्न जातियों का उल्लेख किया है -
दार्शनिक
कृषक
सैनिक
पशुपालक
कलाविद
न्यायिक विद्वान
सलाहकार व मंत्री
कौटिल्य ने निम्न पारम्परिक चार वर्णों का वर्णन किया है -
ब्राह्मण
क्षत्रिय
वैश्य
शूद्र -इनके पास व्रता [धन उत्पादन ] करुकर्मा [कला ] , कुशीलवकर्मा [शिल्प ] आदि होने बाद भी इनकी गिनती निम्न जाती में था।
उच्च जातीय स्त्रियां पढ़ी लिखीं होती थीं . स्त्रियां राजकाज व धार्मिक अनुष्ठानो में भाग लेतीं थीं। वे सेना व जासूसी का कर्म भी करती थीं। वहु पत्नीवाद प्रचलित था। सती प्रथा बिलकुल कम थी। गणिकाओं का स्थान गिरा नही था अपितु सभ्यता शिक्षण -प्रशिक्षण में गणिकाओं की सहायता ली जाती थी।
कपड़े
कपड़ा उद्यम अच्छी हालत में था। धनी वर्ग रेशमी कपड़ा पहनते थे। कपास के कपड़े प्रमुख थे व चमड़े , वृक्ष खाल के कपड़े भी प्रचुर मात्रा पयोग होते थे।
भोज्य पदार्थ
रोटी , चावल , दाल , सब्जी व मांश , दूध मुख्य भोजन था। वन पर निर्भरता अधिक थी।
** संदर्भ - ---
वैदिक इंडेक्स
डा शिव प्रसाद डबराल , उत्तराखंड इतिहास - भाग -२
राहुल -ऋग्वेदिक आर्य
मजूमदार , पुसलकर , वैदिक एज
घोषाल , स्टडीज इन इंडियन हिस्ट्री ऐंड कल्चर
आर के पुर्थि , द एपिक सिवलीजिसन
अग्रवाल , पाणिनि कालीन भारत
अग्निहोत्री , पंतजलि कालीन भारत
अष्टाध्यायी
दत्त व बाजपेइ , उत्तर प्रदेश में बौद्ध धर्म का विकास
महाभारत
विभिन्न बौद्ध साहित्य
जोशी , खस फेमिली लौ
भरत सिंह उपाध्याय , बुद्धकालीन भारतीय भूगोल
रेज डेविड्स , बुद्धिष्ट इंडिया
Copyright@ Bhishma Kukreti Mumbai, India 20/4/2015
History of Haridwar, Bijnor, Saharanpur to be continued Part --
हरिद्वार, बिजनौर , सहारनपुर का आदिकाल से सन 1947 तक इतिहास to be continued -भाग -
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